कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है. इस बार की कार्तिक पूर्णिमा बहुत ही खास माना जा रहा है, क्योंकि इस दिन देव दीपावली भी है. वहीं, इस दिन इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है. कार्तिक मास का सबसे आखिरी दिन कार्तिक पूर्णिमा होता है. स्नान और दान के लिहाज से यह दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस बार कार्तिक पूर्णिमा दो तरह से बहुत महत्वपूर्ण है. कार्तिक पूर्णिमा पर एक तरफ जहां चंद्रग्रहण लग रहा है, वहीं दो शुभ संयोग इस पूर्णिमा को और भी पावन बना रहे हैं. सर्वार्थ सिद्धि योग व वर्धमान योग इस बार कार्तिक पूर्णिमा के दिन रहेंगे.
इस बार पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 29 नवंबर की दोपहर 12 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होकर 30 नवंबर की दोपहर 2 बजकर 59 मिनट तक रहेगी. वहीं ग्रहण 30 नवंबर दोपहर 1 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और 30 नवंबर की शाम 5 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. हालांकि ग्रहण का सूतक काल इस बान नहीं लगेगा. क्योंकि ये उपछाया चंद्र ग्रहण लग रहा है.
वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में यह उपचाया चंद्रग्रहण लगेगा. इसका असर वृषभ राशि के जातको पर पड़ेगा. उपच्छाया में न तो कोई सूतक ही लगेगा और न ही किसी प्रकार के शुद्धिकरण आदि की आवश्यकता होगी. इससे पहले 10 जनवरी, 5 जून व 5 जुलाई को भी ग्रहण लग चुके हैं. अब साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को होगा.
पूर्णिमा तिथि:
29 नवंबर की दोपहर 12 बजकर 47 मिनट पर
30 नवंबर की दोपहर 2 बजकर 59 मिनट पर
ग्रहण प्रारंभ 30 नवंबर की दोपहर 1 बजकर 4 मिनट पर
ग्रहण मध्यकाल 30 नवंबर की दोपहर 3 बजकर 13 मिनट पर
ग्रहण समाप्त 30 नवंबर की शाम 5 बजकर 22 मिनट पर