Monday, January 15, 2024

आज का पंचांग 16 जनवरी

🌺🌺🙏🙏🌺आज का पंचांग 16 जनवरी 🌺🙏🙏🌺🌺
*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ  पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺


*दिनाँक:-16/01/2024, मंगलवार*
षष्ठी, शुक्ल पक्ष, 
पौष
""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)

तिथि------------- षष्ठी 23:57:14      तक 
पक्ष------------------------- शुक्ल
नक्षत्र--------- उo भाo 28:37:02
योग------------ परिघ 19:59:44
करण----------- कौलव 13:03:19
करण----------- तैतुल 23:57:14
वार---------------------- मंगलवार
माह-------------------------  पौष
चन्द्र राशि------------------    मीन
सूर्य राशि------------------    मकर
रितु------------------------ शिशिर
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर------------------ शोभकृत
संवत्सर (उत्तर)---------------- पिंगल
विक्रम संवत--------------- 2080 
गुजराती संवत------------- 2080 
शक संवत------------------ 1945
कलि संवत----------------- 5124

वृन्दावन 
सूर्योदय--------------- 07:12:19 
सूर्यास्त---------------- 17:45:26
दिन काल------------- 10:33:07 
रात्री काल------------- 13:26:45
चंद्रोदय---------------- 10:45:13 
चंद्रास्त---------------- 23:10:39

लग्न----  मकर 1°13' , 271°13'

सूर्य नक्षत्र------------- उत्तराषाढा 
चन्द्र नक्षत्र----------- उत्तरा भाद्रपद
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र 

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

दू----उत्तरभाद्रपदा 11:43:39

थ---- उत्तरभाद्रपदा 17:19:46

झ---- उत्तरभाद्रपदा 22:57:33

ञ---- उत्तरभाद्रपदा 28:37:02

*💮🚩💮  ग्रह गोचर  💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य=  मकर 01:10,  उ o षाo         2   भो
चन्द्र=मीन  03:30 ,       शतभिषा    4   सू
बुध =धनु 08:53'            मूल         3    भा 
शु क्र=वृश्चिक 26°05,  ज्येष्ठा  '      4      यू 
मंगल=धनु 14 °30 '    पू oषाo'     1      भू 
गुरु=मेष  11°30     अश्विनी ,          4    ला 
शनि=कुम्भ 10°40 '     शतभिषा     ,2    सा      
राहू=(व) मीन  25°05      रेवती ,     3    च 
केतु=(व) कन्या 25°05    चित्रा  ,     1    पे 

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 15:07 - 16:26 अशुभ
यम घंटा 09:51 - 11:10 अशुभ
गुली काल 12:29 - 13: 48अशुभ 
अभिजित 12:08 - 12:50 शुभ
दूर मुहूर्त 09:19 - 10:01 अशुभ
दूर मुहूर्त 23:08 - 23:50 अशुभ
वर्ज्यम 15:05 - 16:35    अशुभ

💮गंड मूल 28:37* - अहोरात्र अशुभ

🚩पंचक  अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
रोग 07:12 - 08:31 अशुभ
उद्वेग 08:31 - 09:51 अशुभ
चर 09:51 - 11:10 शुभ
लाभ 11:10 - 12:29 शुभ
अमृत 12:29 - 13:48 शुभ
काल 13:48 - 15:07 अशुभ
शुभ 15:07 - 16:26 शुभ
रोग 16:26 - 17:45 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
काल 17:45 - 19:26 अशुभ
लाभ 19:26 - 21:07 शुभ
उद्वेग 21:07 - 22:48 अशुभ
शुभ 22:48 - 24:29* शुभ
अमृत 24:29* - 26:10* शुभ
चर 26:10* - 27:51* शुभ
रोग 27:51* - 29:31* अशुभ
काल 29:31* - 31:12* अशुभ

💮होरा, दिन
मंगल 07:12 - 08:05
सूर्य 08:05 - 08:58
शुक्र 08:58 - 09:51
बुध 09:51 - 10:43
चन्द्र 10:43 - 11:36
शनि 11:36 - 12:29
बृहस्पति 12:29 - 13:22
मंगल 13:22 - 14:14
सूर्य 14:14 - 15:07
शुक्र 15:07 - 15:59
बुध 15:59 - 16:53
चन्द्र 16:53 - 17:45

🚩होरा, रात
शनि 17:45 - 18:53
बृहस्पति 18:53 - 19:59
मंगल 19:59 - 21:07
सूर्य 21:07 - 22:14
शुक्र 22:14 - 23:22
बुध 23:22 - 24:29
चन्द्र 24:29* - 25:36
शनि 25:36* - 26:43
बृहस्पति 26:43* - 27:51
मंगल 27:51* - 28:58
सूर्य 28:58* - 30:05
शुक्र 30:05* - 31:12

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 
  
मकर   > 06:14  से  08:10 तक
कुम्भ   > 08:10  से  09:28   तक
मीन    > 09:28  से  10:58   तक
मेष     > 10:58  से  12:40  तक
वृषभ   > 12:40 से  14:38   तक
मिथुन  > 14:38 से   16:50   तक
कर्क    > 16:50  से  19:10   तक
सिंह    >  19:10  से  21:22   तक
कन्या  >  21:22  से  23:36  तक
तुला   >  23:36   से  01:42  तक
वृश्चिक > 01:42  से  03:54   तक
धनु     > 03:54   से  06:14  तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान-------------उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा गुड खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

6 + 3 + 1 = 10 ÷ 4 = 2 शेष
 आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

 बुध ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

 6 + 6 + 5 = 17 ÷ 7 =  3 शेष

वृषाभा रूढ़ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

* सर्वार्थ सिद्धि योग 28:37 तक

*अनुरूपा षष्ठी

*संक्रांति करीदिन 

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

निविषेणापि सर्पेण कर्तव्या महती फणा ।
विषमस्तु न चाप्यस्तु घटाटोप भयंकरः ।।
।। चा o नी o।।

  यदि नाग अपना फना खड़ा करे तो भले ही वह जहरीला ना हो तो भी उसका यह करना सामने वाले के मन में डर पैदा करने को पर्याप्त है. यहाँ यह बात कोई माइना नहीं रखती की वह जहरीला है की नहीं.

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: कर्मयोग अo-03

व्यामिश्रेणेव वाक्येन बुद्धिं मोहयसीव मे ।,
तदेकं वद निश्चित्य येन श्रेयोऽहमाप्नुयाम्‌ ॥,

आप मिले हुए-से वचनों से मेरी बुद्धि को मानो मोहित कर रहे हैं।, इसलिए उस एक बात को निश्चित करके कहिए जिससे मैं कल्याण को प्राप्त हो जाऊँ॥,2॥,॥,

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। भूमि व भवन की खरीद-फरो्ख्‍त की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। निवेश शुभ रहेगा। लंबी यात्रा का मन बनेगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा। भय रहेगा। चोट व रोग से बचें।

🐂वृष
प्रभावशाली व्यक्तियों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। आय में वृद्धि होगी। रुके कार्यों में गति आएगी। किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का मौका मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। शत्रु पस्त होंगे। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है।

👫मिथुन
वाहन व मशीनरी के प्रयोग में लापरवाही न करें। क्रोध व उत्तेजना से बाधा उत्पन्न होगी। नियंत्रण रखें। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। दूसरों के काम में दखल न दें। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद से बचें।

🦀कर्क
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पठन-पाठन व लेखन आदि में मन लगेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। राजभय है। जल्दबाजी न करें। वाणी में संयम रखें।

🐅सिंह
देव-दर्शन का कार्यक्रम बनेगा। अध्यात्म में रुचि रहेगी। वरिष्ठजनों का सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। प्रभावशालीव व्यक्तियों से परिचय बढ़ेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। निवेश शुभ रहेगा। परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेगा।

🙍‍♀️कन्या
किसी अपरिचित की बातों में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। व्यवस्था में अधिक प्रयास करना पड़ेंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी झगड़े में न पड़ें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। कुसंगति से हानि होगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

⚖️तुला
भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से दिल को ठेस पहुंच सकती है। बनते काम बिगड़ सकते हैं, धैर्य रखें। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। बुद्धि का प्रयोग करें। किसी के उकसावे में न आएं। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। दु:खद समाचार मिल सकता है।

🦂वृश्चिक
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास बना रहेगा। नौकरी व व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देंगे। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा।

🏹धनु
सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा की योजना बनेगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। आय में वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है। प्रयास सफल रहेंगे।

🐊मकर
प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक लाभ बढ़ेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नए कार्य प्रारंभ करने की योजना बनेगी। मित्रों के साथ अच्छा समय बीतेगा। विरोध करने का अवसर दूसरों को न दें। प्रसन्नता बनी रहेगी।

🍯कुंभ
यात्रा मनोरंजक रहेगी। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। व्यस्तता के चलते थकान महसूस होगी। विवेक से कार्य करें। लाभार्जन सहज होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें।

🐟मीन
यात्रा मनोरंजक रहेगी। नई योजना बनेगी। व्यवसाय में वृद्धि के लिए सभी ओर से सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। धन प्र‍ाप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चोट व दुर्घटना से बचें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🏻🌹

आज का पंचांग 15 जनवरी

🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ  पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺

*दिनाँक:-15/01/2024, सोमवार*
पंचमी, शुक्ल पक्ष,
पौष
""""""""""""""""""""""


"""""""""""""""""(समाप्ति काल)

तिथि----------- पंचमी 26:15:56     तक
पक्ष------------------------- शुक्ल
नक्षत्र-------- शतभिषा 08:05:49
नक्षत्र-------- पूर्वा भाo 30:09:09
योग---------- वरियान 23:09:42
करण-------------- बव 15:34:35
करण----------- बालव 26:15:56
वार----------------------- सोमवार
माह------------------------ पौष
चन्द्र राशि-------  कुम्भ 24:36:12
चन्द्र राशि--------------------  मीन
सूर्य राशि--------------------  मकर
रितु------------------------ शिशिर
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर------------------- शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) -------------------पिंगल
विक्रम संवत---------------- 2080
गुजराती संवत-------------- 2080
शक संवत------------------ 1945
कलि संवत----------------- 5124

वृन्दावन
सूर्योदय--------------- 07:12:24
सूर्यास्त---------------- 17:44:38
दिन काल------------- 10:32:13
रात्री काल------------- 13:27:40
चंद्रोदय---------------- 10:11:04
चंद्रास्त---------------- 22:06:58

लग्न----   मकर 0°11' , 270°11'

सूर्य नक्षत्र------------- उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र---------------- शतभिषा
नक्षत्र पाया-------------------- ताम्र

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

सू---- शतभिषा 08:05:49

से---- पूर्वा भाद्रपदा 13:34:37

सो---- पूर्वा भाद्रपदा 19:04:43

दा---- पूर्वा भाद्रपदा 24:36:12

दी---- पूर्वा भाद्रपदा 30:09:09

*💮🚩💮  ग्रह गोचर  💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य=  मकर 00:10,  उ o षाo             2   भो
चन्द्र=कुम्भ  19:30 ,       शतभिषा    4   सू
बुध =धनु 06:53'            मूल         3     भा
शु क्र=वृश्चिक 25°05,  ज्येष्ठा  '      3    यी
मंगल=धनु 12 °30 '        मूल  '     4     भी
गुरु=मेष  11°30     अश्विनी ,          4    ला
शनि=कुम्भ 10°40 '     शतभिषा     ,2    सा     
राहू=(व) मीन  26°05      रेवती ,     3    च
केतु=(व) कन्या 26°05    चित्रा  ,     1    पे

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 08:31 - 09:50 अशुभ
यम घंटा 11:09 - 12:29 अशुभ
गुली काल 13:48 - 15: 07अशुभ
अभिजित 12:07 - 12:50 शुभ
दूर मुहूर्त 12:50 - 13:32 अशुभ
दूर मुहूर्त 14:56 - 15:38 अशुभ
वर्ज्यम 13:57 - 15:25     अशुभ

🚩पंचक अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
अमृत 07:12 - 08:31 शुभ
काल 08:31 - 09:50 अशुभ
शुभ 09:50 - 11:09 शुभ
रोग 11:09 - 12:29 अशुभ
उद्वेग 12:29 - 13:48 अशुभ
चर 13:48 - 15:07 शुभ
लाभ 15:07 - 16:26 शुभ
अमृत 16:26 - 17:45 शुभ

🚩चोघडिया, रात
चर 17:45 - 19:26 शुभ
रोग 19:26 - 21:07 अशुभ
काल 21:07 - 22:48 अशुभ
लाभ 22:48 - 24:28* शुभ
उद्वेग 24:28* - 26:09* अशुभ
शुभ 26:09* - 27:50* शुभ
अमृत 27:50* - 29:31* शुभ
चर 29:31* - 31:12* शुभ

💮होरा, दिन
चन्द्र 07:12 - 08:05
शनि 08:05 - 08:58
बृहस्पति 08:58 - 09:50
मंगल 09:50 - 10:43
सूर्य 10:43 - 11:36
शुक्र 11:36 - 12:29
बुध 12:29 - 13:21
चन्द्र 13:21 - 14:14
शनि 14:14 - 15:07
बृहस्पति 15:07 - 15:59
मंगल 15:59 - 16:52
सूर्य 16:52 - 17:45

🚩होरा, रात
शुक्र 17:45 - 18:52
बुध 18:52 - 19:59
चन्द्र 19:59 - 21:07
शनि 21:07 - 22:14
बृहस्पति 22:14 - 23:21
मंगल 23:21 - 24:28
सूर्य 24:28* - 25:36
शुक्र 25:36* - 26:43
बुध 26:43* - 27:50
चन्द्र 27:50* - 28:58
शनि 28:58* - 30:05
बृहस्पति 30:05* - 31:12

,*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩*
 
धनु     > 04:04   से  06:14  तक
मकर   > 06:14  से  08:10 तक
कुम्भ   > 08:10  से  09:28   तक
मीन    > 09:28  से  10:58   तक
मेष     > 10:58  से  12:40  तक
वृषभ   > 12:40 से  14:38   तक
मिथुन  > 14:38 से   16:50   तक
कर्क    > 16:50  से  19:10   तक
सिंह    >  19:10  से  21:22   तक
कन्या  >  21:22  से  23:36  तक
तुला   >  23:36   से  01:42  तक
वृश्चिक > 01:42  से  03:54   तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

5 + 2 + 1 =  8 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

5 + 5 + 5  = 15  ÷ 7 =  1 शेष

कैलाश वास = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

* मकर संक्रांति पर्व

*पोगल पर्व

*छप्पन भोग गरुण गोविन्द जी

*थल सेवा दिवस

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

यस्मिन रुष्टे भयं नास्ति तुष्टे नैव धनागमः ।
निग्रहाऽनुग्रहोनास्ति स रुष्टः किं करिष्यति ।।
।। चा o नी o।।

   जिसके डाटने से सामने वाले के मन में डर नहीं पैदा होता और प्रसन्न होने के बाद जो सामने वाले को कुछ देता नहीं है. वो ना किसी की रक्षा कर सकता है ना किसी को नियंत्रित कर सकता है. ऐसा आदमी भला क्या कर सकता है.

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: कर्मयोग अo-03

ज्यायसी चेत्कर्मणस्ते मता बुद्धिर्जनार्दन ।,
तत्किं कर्मणि घोरे मां नियोजयसि केशव ॥,

अर्जुन बोले- हे जनार्दन! यदि आपको कर्म की अपेक्षा ज्ञान श्रेष्ठ मान्य है तो फिर हे केशव! मुझे भयंकर कर्म में क्यों लगाते हैं?॥1,॥,

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐂मेष
यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।

🐏वृष
किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।

👫मिथुन
आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी।

🦀कर्क
आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।

🐅सिंह
आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।

🙍‍♀️कन्या
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।

⚖️तुला
वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🦂वृश्चिक
वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। विशेषकर गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।

🏹धनु
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।

🐊मकर
बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।

🍯कुंभ
व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद न करें।

🐟मीन
जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🏻🌹

Saturday, January 13, 2024

14 , जनवरी पंचांग

🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
*********|| जय श्री राधे ||*********
🌺🙏 *महर्षि पाराशर पंचांग* 🙏🌺
🙏🌺🙏 *अथ  पंचांगम्* 🙏🌺🙏
*********ll जय श्री राधे ll*********
🌺🌺🙏🙏🌺🌺🙏🙏🌺🌺
मित्रों आज से पंचांग सेवा भी पोस्ट की जायेगी इस ब्लॉग पर ््


*दिनाँक:-14/01/2024, रविवार*
तृतीया, शुक्ल पक्ष, 
पौष
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)

तिथि----------- तृतीया 07:59:21      तक 
तिथि------ चतुर्थी 28:58:35(क्षय )
पक्ष------------------------- शुक्ल
नक्षत्र----------- धनिष्ठा 10:21:28
योग---------- व्यतिपत 26:38:29
करण-------------- गर 07:59:21
करण----------- वणिज 18:27:09
करण------- विष्टि भद्र 28:58:35
वार------------------------ रविवार
माह-------------------------  पौष
चन्द्र राशि------------------    कुम्भ
सूर्य राशि---------   धनु 26:42:18
सूर्य राशि---------------------मकर 
रितु------------------------ शिशिर
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर------------------ शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) -------------------पिंगल
विक्रम संवत---------------- 2080 
गुजराती संवत------------- 2080 
शक संवत------------------1945
कलि संवत----------------- 5124

वृन्दावन 
सूर्योदय--------------- 07:12:28 
सूर्यास्त---------------- 17:43:50
दिन काल------------- 10:31:22 
रात्री काल---------------13:28:33
चंद्रोदय---------------- 09:33:57 
चंद्रास्त---------------- 21:01:02

लग्न---- धनु 29°10' , 269°10'

सूर्य नक्षत्र------------- उत्तराषाढा 
चन्द्र नक्षत्र------------------ धनिष्ठा
नक्षत्र पाया------------------- ताम्र 

*🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩*

गे---- धनिष्ठा 10:21:28

गो---- शतभिषा 15:46:09

सा---- शतभिषा 21:11:42

सी---- शतभिषा 26:38:13

*💮🚩💮  ग्रह गोचर  💮🚩💮*

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद
==========================
सूर्य=  धनु 29:10,  उ o षाo             1   भेे 
चन्द्र=कुम्भ  04:30 ,       धनिष्ठा    4   गे
बुध =धनु 05:53'           मूल         2     यो 
शु क्र=वृश्चिक 24°05,  ज्येष्ठा  '      3    यी 
मंगल=धनु 12 °30 '        मूल  '     4     भी 
गुरु=मेष  11°30     अश्विनी ,          4    ला 
शनि=कुम्भ 10°40 '     शतभिषा     ,2    सा      
राहू=(व) मीन  26°05      रेवती ,     3    च 
केतु=(व) कन्या 26°05    चित्रा  ,     1    पे 

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 16:25 - 17:44 अशुभ
यम घंटा 12:28 - 13:47 अशुभ
गुली काल 15:06 - 16: 25अशुभ 
अभिजित 12:07 - 12:49 शुभ
दूर मुहूर्त 16:20 - 17:02 अशुभ
वर्ज्यम 16:51 - 18:18     अशुभ

🚩पंचक  अहोरात्र अशुभ

💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 07:12 - 08:31 अशुभ
चर 08:31 - 09:50 शुभ
लाभ 09:50 - 11:09 शुभ
अमृत 11:09 - 12:28 शुभ
काल 12:28 - 13:47 अशुभ
शुभ 13:47 - 15:06 शुभ
रोग 15:06 - 16:25 अशुभ
उद्वेग 16:25 - 17:44 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
शुभ 17:44 - 19:25 शुभ
अमृत 19:25 - 21:06 शुभ
चर 21:06 - 22:47 शुभ
रोग 22:47 - 24:28* अशुभ
काल 24:28* - 26:09* अशुभ
लाभ 26:09* - 27:50* शुभ
उद्वेग 27:50* - 29:31* अशुभ
शुभ 29:31* - 31:12* शुभ

💮होरा, दिन
सूर्य 07:12 - 08:05
शुक्र 08:05 - 08:58
बुध 08:58 - 09:50
चन्द्र 09:50 - 10:43
शनि 10:43 - 11:36
बृहस्पति 11:36 - 12:28
मंगल 12:28 - 13:21
सूर्य 13:21 - 14:13
शुक्र 14:13 - 15:06
बुध 15:06 - 15:59
चन्द्र 15:59 - 16:51
शनि 16:51 - 17:44

🚩होरा, रात
बृहस्पति 17:44 - 18:51
मंगल 18:51 - 19:59
सूर्य 19:59 - 21:06
शुक्र 21:06 - 22:13
बुध 22:13 - 23:21
चन्द्र 23:21 - 24:28
शनि 24:28* - 25:36
बृहस्पति 25:36* - 26:43
मंगल 26:43* - 27:50
सूर्य 27:50* - 28:58
शुक्र 28:58* - 30:05
बुध 30:05* - 31:12

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल  🚩* 
  
धनु     > 04:08   से  06:18  तक
मकर   > 06:18  से  08:14 तक
कुम्भ   > 08:14  से  09:32   तक
मीन    > 09:32  से  11:02   तक
मेष     > 11:02  से  12:44  तक
वृषभ   > 12:44 से  14:42   तक
मिथुन  > 14:42 से   16:54   तक
कर्क    > 16:54  से  19:14   तक
सिंह    >  19:14  से  21:26   तक
कन्या  >  21:26  से  23:40  तक
तुला   >  23:40   से  01:46  तक
वृश्चिक > 01:46  से  03:58   तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान-------------पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

3 + 1 + 1 = 5 ÷ 4 = 1 शेष
 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

  सूर्य ग्रह मुखहुति

*💮    शिव वास एवं फल -:*

   3 + 3 + 5 = 11 ÷ 7 =  4 शेष

सभायां = संताप कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
 
सांय 18:28 से रात्रि 28:59 तक 

मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी 

*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*

* मकरे सूर्य: रात्रि 26:44 पर

*चतुर्थीक्षय

*विनायक चतुर्थी व्रत 

*महाराणा प्रताप पुण्य तिथि

*धनु मल मास समाप्त 

*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

अर्थाधीताश्चयै र्वेदास्तथा शूद्रान्न भोजिनः ।
ते द्विजाः किं करिष्यन्ति निर्विषा इव पन्नगाः ।।
।। चा o नी o।।

   जिन्होंने वेदों का अध्ययन पैसा कमाने के लिए किया और जो नीच काम करने वाले लोगो का दिया हुआ अन्न खाते है उनके पास कौनसी शक्ति हो सकती है. वो ऐसे भुजंगो के समान है जो दंश नहीं कर सकते.

*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*

गीता -: सांख्ययोग अo-02

एषा ब्राह्मी स्थितिः पार्थ नैनां प्राप्य विमुह्यति ।,
स्थित्वास्यामन्तकालेऽपि ब्रह्मनिर्वाणमृच्छति ॥,

 हे अर्जुन! यह ब्रह्म को प्राप्त हुए पुरुष की स्थिति है, इसको प्राप्त होकर योगी कभी मोहित नहीं होता और अंतकाल में भी इस ब्राह्मी स्थिति में स्थित होकर ब्रह्मानन्द को प्राप्त हो जाता है॥,72॥,

*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बेचैनी रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने में रुचि रहेगी। मान-सम्मान मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🐂वृष
यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्‍थ्य प्रभावित होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न उठाएं।

👫मिथुन
जल्दबाजी से चोट लग सकती है। दूर से शोक समाचार मिल सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। थकान व कमजोरी रह सकती है। स्वास्थ्य पर खर्च होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। नौकरी में कार्यभार रहेगा। भागदौड़ रहेगी। आय होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🦀कर्क
कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। नौकरी में शांति रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। मित्रों का सहयोग रहेगा। कार्य समय पर पूर्ण होंगे।

🐅सिंह
पुराना रोग उभर सकता है। दूर से दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। किसी व्यक्ति के व्यवहार से अप्रसन्नता रहेगी। अपेक्षित कार्य विलंब से होंगे। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। किसी व्यक्ति विशेष की नाराजी झेलना पड़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

🙍‍♀️कन्या
जल्दबाजी न करें। कोई समस्या खड़ी हो सकती है। शरीर शिथिल हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेगे। प्रमाद न करें।

⚖️तुला
धनहानि संभव है, सावधानी रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। विवाद से बचें। शत्रु शांत रहेंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा।

🦂वृश्चिक
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। बात बढ़ सकती है। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्‍थ्य की चिंता रहेगी। तनाव रहेगा। पुराना रोग उभर सकता है। लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी व्यक्ति की बातों में न आएं। महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझकर करें, लाभ होगा।

🏹धनु
शत्रु सक्रिय रहेंगे। शारीरिक कष्‍ट संभव है। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

🐊मकर
धन प्राप्ति सुगम तरीके से होगी। नई योजना बनेगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने में रुझान रहेगा। मान-सम्मान मिलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से मनोनुकूल लाभ होगा। कष्ट, तनाव व चिंता का वातावरण बन सकता है। शत्रु पस्त होंगे।

🍯कुंभ
पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत का आशीवार्द मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। लंबित कार्य पूर्ण होंगे। प्रमाद न करें।

🐟मीन
घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विरोध होगा। विवाद से क्लेश होगा, इससे बचें। पुराना रोग उभर सकता है। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🏻🌹

जाने मकर संक्रांति कब की है 14 या 15 जनवरी की, शंका एवं समाधान

मकर संक्रांति 14 या 15 जनवरी को, शंका समाधान



मकर संक्रांति का त्योहार हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के अवसर पर मनाया जाता है। बीते कुछ वर्षों से मकर संक्रांति की तिथि और पुण्यकाल को लेकर उलझन की स्थिति बनने लगी है। आइए देखें कि यह उलझन की स्थिति क्यों बनी हैं और मकर संक्रांति का पुण्यकाल और तिथि मुहूर्त क्या है। दरअसल इस उलझन के पीछे खगोलीय गणना है। गणना के अनुसार हर साल सूर्य के धनु से मकर राशि में आने का समय करीब 20 मिनट बढ़ जाता है। इसलिए करीब 72 साल के बाद एक दिन के अंतर पर सूर्य मकर राशि में आता है। ऐसा उल्लेख मिलता है कि मुगल काल में अकबर के शासन काल के दौरान मकर संक्रांति 10 जनवरी को मनाई जाती थी। अब सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का समय 14 और 15 के बीच में होने लगा क्योंकि यह संक्रमण काल है।

साल 2012 में सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 15 जनवरी को हुआ था इसलिए मकर संक्रांति इस दिन मनाई गई थी। पिछले कुछ वर्षों में मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनाई गयी ऐसी गणना कहती है। इतना ही नहीं करीब पांच हजार साल बाद मकर संक्रांति फरवरी के अंतिम सप्ताह में मनाई जाने लगेगी

ज्योतिषीय गणना एवं मुहुर्त चिंतामणी के अनुसार सूर्य सक्रान्ति समय से 16 घटी पहले एवं 16 घटी बाद तक का पुण्य काल होता है निर्णय सिन्धु के अनुसार मकर सक्रान्ति का पुण्यकाल सक्रान्ति से 20 घटी बाद तक होता है किन्तु सूर्यास्त के बाद मकर सक्रान्ति प्रदोष काल रात्रि काल में हो तो पुण्यकाल दूसरे दिन माना जाता है। इस वर्ष भगवान सूर्य देव 14 जनवरी रविवार को रात्रि 02 बजकर 42 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेगें।
सूर्य धनु से मकर राशि में 14 जनवरी को प्रवेश कर रहा है। अतः धर्म सिंधु के मतानुसार..

मकरे पराश्चत्वारिंशत्।।
अर्थात मकर में परली चालीस घड़िया पुण्यकाल है।

इदं मकरकर्कातिरिक्तं सर्व- त्र रात्रिसंक्रमे ज्ञेयम् ॥
अयने तु मकरे रात्रिसंक्रमे सर्वत्र परदिनमेव पुण्यम् ॥

अर्थात,  मकर में रात्रि को संक्रांति होय तो सर्वत्र परदिन में पुण्यकाल माना जाता है।

अतः इस वर्ष उदया तिथि के में संक्रांति आरम्भ होने के कारण 15 जनवरी सोमवार के दिन संक्रान्ति का पर्व मनाया जाना ही शास्त्रोचित है।

ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार मकर संक्रांति की शुरुआत शतभिषा नक्षत्र के दौरान हो रही है। धनिष्ठा नक्षत्र 14 जनवरी को प्रातः 10 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। धर्म शास्त्रों के अनुसार शतभिषा नक्षत्र होने पर दान, स्नान, पूजा पाठ और मंत्रों का जाप करने पर विशेष शुभ फल की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति पर शतभिषा नक्षत्र के साथ वरियान योग का निर्माण हो रहा है।
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🏻🌹

इस नवरात्रि को क्या करे और क्या है खास

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