Monday, April 8, 2024

इस नवरात्रि पर क्या है खास और घट स्थापना कब करे????

सबसे पहले मित्रों आप सभी को सनातनी हिन्दू नववर्ष की बहुत बहुत शुभकामनाएं और हार्दिक बधाई 🌹🙏🏻


मित्रों यू तो आप सभी को पता है कि साल में चार नवरात्रि आती है इसके अलावा एक पांचवी नवरात्रि मां शाकम्बरी की आती है पर इस बार चैत्र नवरात्रि विशेष है और बहुत ही दुर्लभ संयोग मिल रहे हैं चैत्र नवरात्रि को वसंत नवरात्रि भी कहा जाता है. इस बार 9 अप्रैल 2024 को घटस्थापना के साथ चैत्र नवरात्रि शुरू होगी और 17 अप्रैल 2024 को राम नवमी पर माता की विदाई होगी यानी नवरात्रि का समापन होगा, मित्रों ये चैत्र नवरात्रि अखंड रहेगी, अंग्रेजी तारीख और तिथियों का ठीक तालमेल होने से एक भी तिथि कम नहीं होगी. इस तरह चैत्र नवरात्रि में पूरे नौ दिनों का शक्ति पर्व मनाया जाएगा. इसके साथ ही इस साल चैत्र नवरात्रि के 9 दिन बेहद अद्भुत योग का संयोग बन रहा है जिससे भक्तों को माता रानी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा. देवी पूजन सफल होगा. जानें
घटस्थापना मुहूर्त - सुबह 06.02 - सुबह 10.16,  (अवधि- 4 घंटे 14 मिनट)

अभिजित मुहूर्त - सुबह 11.57 - दोपहर 12.48, (51 मिनट)
चैत्र नवरात्रि 2024 नौ दिन के शुभ योग
दिनांक तिथि शुभ योग मां दुर्गा का स्वरूप
9 अप्रैल 2024 प्रतिपदा लक्ष्मी नारायण योग, गजकेसरी योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग मां शैलपुत्री (घटस्थापना)

10 अप्रैल 2024 द्वितीया
सर्वार्थ सिद्धि - प्रात: 03.05 - प्रात: 06.00
रवि योग - प्रात: 03.05 - प्रात: 06.00
मां ब्रह्मचारिणी

11 अप्रैल 2024 तृतीया
रवि योग - सुबह 06.00 - प्रात: 01.38, 12 अप्रैल
प्रीति योग - 10 अप्रैल, सुबह 10.38 - 11 अप्रैल, सुबह 07.19
आयुष्मान योग - 11 अप्रैल, सुबह 07.19 - 12 अप्रैल, सुबह 04.30
मां चंद्रघंटा

12 अप्रैल 2024 चतुर्थी
सौभाग्य योग - 12 अप्रैल, सुबह 04.30 - 13 अप्रैल, प्रात: 02.13
रवि योग - 13 अप्रैल, प्रात: 12.51 - प्रात) 05.58
मां कूष्मांडा

13 अप्रैल 2024 पंचमी
रवि योग - सुबह 05.58 - रात 09.12
शोभन योग - 13 अप्रैल, प्रात: 02.13 - 14 अप्रैल, प्रात: 12.34
मां स्कंदमाता

14 अप्रैल 2024 षष्ठी
त्रिपुष्कर योग - 15 अप्रैल, प्रात: 1.35 - प्रात: 5.55
रवि योग - सुबह 05.56 - 15 अप्रैल, प्रात: 01.35
मां कात्यायनी

15 अप्रैल 2024 सप्तमी
सर्वार्थ सिद्धि योग - प्रात: 03.05 - प्रात: 05.54, 16 अप्रैल
सुकर्मा योग - 14 अप्रैल, रात 11.33 - 15 अप्रैल, रात 11.09
मां कालरात्रि

16 अप्रैल 2024 महाष्टमी
सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 05.16 - सुबह 05.53, 17 अप्रैल
रवि योग - सुबह 05.16 - सुबह 05.53, 17 अप्रैल
धृति योग - 15 अप्रैल, रात 11.09 - 16 अप्रैल, रात 11.17
मां महागौरी

17 अप्रैल 2024 महानवमी रवि योग - पूरे दिन मां सिद्धिदात्रि
चैत्र नवरात्रि में ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति

चैत्र नवरात्रि के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी घटस्थापना के दिन गुरु और चंद्रमा की मेष राशि में युति से गजकेसरी योग बन रहा है. वहीं मेष में सूर्य और बुध का संयोग बुधादित्य राजयोग बना रहा है. शुक्र-बुध के साथ मीन राशि में होंगे जिससे लक्ष्मी नारायण योग बनेगा
साथ ही शुक्र के अपनी उच्च राशि मीन में होने से मालव्य राजयोग भी बन रहा है. इसके अलावा इस दिन अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी बन रहा है. ऐसे में इतने सारे योग का एक दिन ही निर्माण होना बेहद शुभ माना जा रहा है. व्रती पर माता रानी की कृपा बरसेगी.
देवी पूजन के साथ इन कामों के लिए शुभ है चैत्र नवरात्रि

इन दिनों में सिर्फ पूजा-पाठ ही नहीं होती, नई शुरुआत और खरीदारी के लिए भी ये दिन बहुत शुभ होते हैं. इस बार नवरात्रि के शुरुआती पांच दिन यानी 9-13 अप्रैल खरमास रहेंगे, जिसमें शुभ काम नहीं होते न ही शुभ चीजों की खरीदारी की जाती है लेकिन 14 अप्रैल से नवरात्रि के समापन तक ऐसे मुहूर्त बन रहे हैं, जिसमें प्रॉपर्टी, ज्वैलरी, गाड़ियों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान तक खरीदना समृद्धिदायक होगा. साथ ही नए कामों की शुरुआत करना भी सफलतादायक रहेगा नादान बालक की कलम से आज बस इतना ही बाकी फिर कभी, मित्रों आप इस नवरात्रि या किसी भी नवरात्रि में नो दिन उपवास नहीं कर सकते तो पहला और आखिरी उपवास ज़रूर रखें और नौवें दिन कुंवारी कन्या को मातृशक्ति का रुप मानकर पुजा करके भोजन कराये और मां के किसी मंदिर में चुनरी भोग जरूर लगाएं कोई मंत्र जप आता हो या ना आता हो पर मंदिर रोज जरूर जाये और अपना और अपने परिवार की खुशहाली के लिए माता रानी से प्रार्थना जरूर करे, नादान बालक की कलम से आज बस इतना ही बाकी फिर कभी 🙏🏻 🌹 लिखने को बहुत कुछ है पर इस ब्लॉग में आपको मंत्र जप साधनाएं मिल जायेगी,,
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🏻 🌹

इस सुर्य ग्रहण पर क्या है ऐसा खास किस राशि पर क्या रहेगा प्रभाव??????

इस सुर्य ग्रहण पर क्या है ऐसा खास किस राशि पर क्या रहेगा प्रभाव??????

मित्रों साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 को लगने वाला है. इस सूर्य ग्रहण को लेकर भारत में लोग काफी डरे हुए हैं. इसकी दो वजह हैं. एक तो इस तरह का सूर्य ग्रहण करीब 54 साल बाद लगने वाला है. दूसरा, सूर्य ग्रहण चैत्र नवरात्रि से ठीक एक दिन पहले लग रहा है. और इस सुर्य ग्रहण को काफी डरावना बना दिया है कुछ स्वघोषित सिद्धों ने जबकि इस सुर्य ग्रहण पर भारत में नहीं तो सुतक है नहीं ग्रहण का कोई प्रभाव हां पर सभी स्वघोषितो ने इसको हौव्वो जरूर बना रखा है बाकी मित्रों इस सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं. जैसे- सूर्य ग्रहण कहां-कहां दिखेगा. भारत में इसका कितना असर होगा. सूर्य ग्रहण कितने बजे लगेगा और इसे कहां-कैसे देखा जा सकेगा. आइए आज आपको इन्हीं सब सवालों के जवाब देते हैं.

कब लगेगा सूर्य ग्रहण?
साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल दिन सोमवार को लगने वाला है.
किस वक्त लगेगा सूर्य ग्रहण,
8 अप्रैल को जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाएगा तो धरती पर कई जगहें लोग सूर्य ग्रहण के साक्षी बनेंगे. भारतीय समयानुसार, यह सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को रात 9.12 बजे से 9 अप्रैल को देर रात 2.22 बजे तक रहेगा. सूर्य ग्रहण की कुछ अवधि 05 घंटे 10 मिनट की होगी.
हां हम मानते हैं कि इस सुर्य ग्रहण पर दुर्लभ संयोग है और ये साल का पहला सूर्य ग्रहण है 
और 54 साल बाद 08 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण एक साथ कई दुर्लभ संयोग लेकर आने वाला है, 
- 08 अप्रैल को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण 50 वर्षों बाद सबसे लंबा सूर्य ग्रहण होगा। यह ग्रहण करीब 5 घंटे और 25 मिनट तक चलेगा। 
- यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। 54 वर्षों बाद इस तरह का संयोग बन रहा है। इसके पहले ऐसा संयोग 1970 में बना था।
- 08 अप्रैल को जब सूर्य ग्रहण लगेगा तब इस दौरान कुछ समय के लिए पृथ्वी पर अंधेरा छा जाएगा। यानी ग्रहण में सूर्य पूरी तरह से गायब हो जाएगा। इसके चलते दिन अंधेरा हो जाएगा। 

- इस सूर्य ग्रहण के दौरान धूमकेतु तारा भी साफ नजर आएगा।
- दुनिया के जिन-जिन हिस्सों में यह सूर्य ग्रहण लगेगा वहां सौर मंडल में मौजूद शुक्र और गुरु भी देखे जा सकेगा। 
- और कहां-कहां दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण
भारत में इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा। इस सूर्य ग्रहण को पश्चिमी यूरोप, अटलांटिक, आर्कटिक मेक्सिको, उत्तरी अमेरिका , कनाडा, मध्य अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में और आयरलैंड में दिखाई देगा। 
सूर्य ग्रहण का सूतक काल
भारत में इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा, इस कारण से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। नादान बालक की कलम से आज बस इतना ही बाकी फिर कभी मित्रो धार्मिक नजरिए से सूतक को शुभ नहीं माना जाता है। सूर्य ग्रहण पर ग्रहण के शुरू होने के 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य और राहु दोनों ही रेवती नक्षत्र में मौजूद होंगे। 
सूर्य ग्रहण का राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव
08 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण का प्रभाव 12 राशियों के जातकों के ऊपर अवश्य ही पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक मेष, वृश्चिक, कन्या, कुंभ और धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्रहण अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इन राशि के जातकों को नौकरी, व्यापार और कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं दूसरी तरफ वृषभ, मिथुन, कर्क और सिंह राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण शुभ साबित हो सकता है। 
हालंकि सुर्य ग्रहण भारत में मान्य नहीं है पर इस पुरे ब्रह्माण्ड में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा इसलिए आप सभी कुछ सावधानियां रख सकते हैं इस दौरान गर्भवती महिलाएं अपना खास ध्यान रखें
ग्रहण के समय सुई में धागा नहीं डालना चाहिए, साथ ही इस दौरान न कुछ छीले, बघारे, काटे और न छौंके
सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्यदेव का मंत्र जाप करें अपने आराध्य देव और देवी के मंत्रो का जाप हवन कर सकते हैं चालीसा गुरू मंत्र रक्षा मंत्र या पुनश्चरण भी कर सकते हैं 
ग्रहण के पहले पानी के बर्तन में, दूध और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डाल दें
ग्रहण समाप्त होने के बाद दूब को निकालकर फेंक देना दें
सूर्य ग्रहण को कभी भी डायरेक्ट आंखों से न देखें
ग्रहण के दौरान नाखून काटना, दांतों को साफ, बाल में कंघी करना, करना वर्जित माना गया है मित्रों लिखने को तो बहुत कुछ है पर अभी के लिए बस इतना ही नादान बालक की कलम से बस अभी इतना ही बाकी फिर कभी 🙏🏻🌹 
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🏻🌹

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