Friday, October 27, 2017

संत ओर व्यापारी मे फर्क को समझे



आज कल हिन्दू धर्म के खिलाफ बोलने का एक चलन सा हो गया है चाहे वो कोई संत के रुप मे कोई व्यापारी हो चाहे वो कोई समुदाय विशेष से हो या हो वो नेता या अभिनेता ओर आजकल तो हिन्दू धर्म के बारे मे कार्ट भी तीज त्योहार के बारे मे फैसले सुना देते है जैसे भगवान से बढकर या धर्म से ये यह सब ऊपर  है नेता अभिनेता तो धर्म से भी आगे बनकर बोल जाते मंदिरो के चढावे से इनको कोई तकलीफ हो जाती है पता नही क्यू जैसे इनके घरो से मंदिर को चढावा जा रहा हो जैसे स्वर्गीय राजीव भाई दीक्षित के साथ जो झोला लेकर चलता था वो उनके नाम का सहारा लेकर योग के द्वारा लोगो के रोग मिटाने लगा जब योग से रोग मिट रहे थे तो दुकान खोलने की क्या जरुरत थी उसको ये आज तक समझ मे नही आया जब हिन्दूओ का साथ चाहिए था तो हिन्दूवादी बनकर मंदिर आदि कार्यक्रम मे हिस्सा लेने लगा जब मीडिया ने उसका खुलासा करना चाहा तो पैसे देकर मुंह बंद कर दिया मीडिया चूप पता नही क्यू ऐड दिया न्यूज चैनल पर ऐड आना शुरु हुये तो योग गुरु से बने व्यापारी के खिलाफ कोई आवाज नही क्योंकि पैसा बोलता है पर उसको किसने हक दिया कि वो हिन्दू देवी देवता को पत्थर बोले क्योंकि हिन्दूओ मे बोलने की हिम्मत नही है यही सत्य है कल कोई भी कुते की नस्ल का हिन्दू वादी बनकर आपके परिवार मे आपके बुर्जगो का अपमान करता है तो गुस्सा आता है तो क्या भगवान देवी देवता क्या है क्या वो आपके परिवार का हिस्सा नही है मंदिर पर चढावे मे जो रकम आप चढाते हो दानपात्र मे तो वो मंदिर के रख रखाव ओर अन्य धार्मिक कार्य मे खर्च होती है ओर इन जैसे व्यापारी कुते के बीज मंदिरो पर चढावे के विडियो भेजते है की मत चढावो अरे तेरे जेब से कितना दिया तूमने ओर तेरी क्या ओकात है जो तू पैसे चढा सकता है तू तो उस लायक ही नही की तुमको भगवान के वहाँ जाने दिया जाये वो तूमको मंदिर बुलाया कभी बात होती है कि शिवलिंग पर दुध मत चढावो एक दिन दुध उन पर हमने चढा दिया तो क्या गलत किया साल भार तुम्हारे पास है तो तूम भुखो का पेट भरो ना हमे भाषण देने की बजाय सबको हिन्दूओ के त्योहार ही दिखाये देते है ओर भी हिन्दुस्तान की जमी पर ओर कुछ नही बहुत हिन्दु है जो अपने ग्यान विग्यान से इनको बढावा देते है अगर यही रहा तो तुम्हारे घर मे क्या ओलाद पैदा होगी आने वाले समय मे यही आपके प्यारे लोग करेगे नेता अभिनेता ओर व्यापारी संत जिनको कोई धर्म मजहब नही है यही सत्य है पैसे के लिये ये मल मूत्र खाने पीने से भी नही डरेगे इसलिए आप सभी से अनुरोध है की ऐसे विडियो पोस्ट को शेयर करने की बजाय मुंह तोड जवाब दिया जाये वरना वो दिन दुर नही जब मंदिर मे जाने के लिये कोर्ट की परमिशन लेनी पड़गी यही अटल सत्य है मे मेरा यही रहेगा यही सत्य है अभी भी वक्त है सम्भल जाओ ऐसे धर्म के नाम व्यापार करने वाले व्यापारियों से दुर रहो ओर मुंह तोड जवाब दो यही आपके हित मे है ओर धर्म के हित मे है हमारा इशारा समझदारो के लिए काफी है आज सिर्फ इतना ही नादान बालक की कलम से...

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Wednesday, October 25, 2017

क्या काली मिर्च से तंत्र ओर काट हो सकता है..



एक सवाल आप सभी से क्या..
काली मिर्च से तंत्र हो सकता है..
अगर हाँ तो कैसे.
अगर काली मिर्च तंत्र का काट है तो कैसे..
अगर हा तो कैसे
 सभी को अपनी उम्र के हिसाब काली मिर्च के तीन गुणा या चार गुना या सात गुना ओर नमक की ढलयाँ पीसा हुआ नही.. जितनी आप की उम्र है उतनी ढलयी लेनी है.. जितनी उतने ग्राम सरसो का तेल लेना तीन को मिक्स करके फिर अपने सर पर एन्टी कोल्क वारना है जितनी आपकी उम्र हो एक बार ज्यादा.. ओर गाय के गोबर कन्डो पर उपलो पर इनको डाले दे जैसे किसी पर लट्ठ मारा हो इससे पहले अग्नि इतनी तेज जलानी है कि इनको डालने से बुझे ना ओर अग्नि जलाने से पहले उसमे थोडा घी जरुर डाले.. ये क्रिया अपने अपने गुरुदेव ओर इष्टदेव को याद करके करनी है..
काली मिर्च से तंत्र मारण मोहन की काट भी होती है  होती है ।
धुने /यज्ञ की भभूती या राख में काली मिर्च मिलाकर रात के समय पुरे घर बिखेर दिया जाता है ।फिर सुबह बुहारी से इकट्ठा करके बहते पानी या गड्ढा खोदकर गाड़ दिया जाता हे परिवार जन स्त्री या पुरुष वही कर सकता है बाहरी कोई नही ।
काली मिर्च से मारण मन्तरो में सरसों के तेल के साथ नीम की समिधामें या चिता में हवन किया जाता है।
और
कच्चा कलवा या कलवा को सिद्ध करने में बकरे के खून में सनी कालीमिर्च का प्रयोग सुना है।

ओर हो सके तो अपने घर के प्रत्येक सदस्य पर करना चाहो कर लो अच्छा ही रहेगा ये निर्देश हमे माँ बाबा की तरफ से मिले पर ये क्रिया आप अपने गुरुदेव ओर इष्टदेव को समर्पित करके करे कि वो ही आपको कष्टो से निजात दिलाये. .ओर जरुरी है आप सभी इसको करे हम जो जानकारी मिली वो हमने पोस्ट कर आगे आप सभी समझदार है नादान बालक की कलम से..


जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश

Thursday, October 19, 2017

आप सभी को दीपावली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ



*आज रूप चतुर्दशी है,आइये निखारें अपने व्यक्तित्व के रूप को। चेहरे तो ढल जाते हैं,* *व्यक्तित्व दिनों दिन निखरता है.*
*कल दीवाली है, स्वयं के साथ साथ किसी और परिवार की भी दीवाली शुभ हो सके ऐसा प्रयास करें*
*दीप जलते रहे मन से*
*मन मिलते रहे…*
*गिले सिकवे सारे मन से*
*निकलते रहे…*
*सारे विश्व मे सुख-शांति की*
*प्रभात ले आये…*
*ये दीपो का त्योहार खुशी की*
*सोंगात ले आये…*
*माँ अदि-शक्ति महाकाली आप के*
*में सुख,*
*सन्ति और समृद्धि प्रदान करे.*
*ओर....*
*व्यवहार घर का कलश और*
*इंसानियत  घर की तिजोरी कहलाती है।*
*मधुर वाणी घर की धन दौलत*
*और शांति घर की लक्ष्मी कहलाती है।*
*पैसा घर का मेहमान और*
*एकता  घर की ममता कहलाती है*
*व्यवस्था घर की शोभा और*
*समाधान ही घर का सच्चा सुख कहलाता है*
*रेगिस्तान भी हरे हो जाते है*
*जब "अपने" साथ "अपने" खड़े हो जाते है !*
*ओर ऐसे माँ बाबा को हमारा बारम्बार शंत शंत दण्डवत प्रणाम.*
*बाकी हम तो आईना है आईना ही रहेगे फ़िक्र तो वो करे जिनकी शक्ल में कुछ और दिल मे कुछ और है। आगे माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा*
*ओर माँ आदि शक्ति महाकाली को बारम्बार प्रणाम आप सभी को रूपचतुर्दशी यानी काली चौदस तथा दीवाली के पावन पर्व पर आपको और आपके परिवार को हमारे ओर हमारे परिवार की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं ओर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं ।*

*जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश.....*
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Tuesday, October 17, 2017

बस धर्म की राह मत छोडो



*जय माँ जय बाबा की*
*आप सभी को धनतरेश ओर दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं*
आजकल कई संत है इन्टरनेट की दुनिया मे ओर बाबा लोग है किसी पर हम अपने विचार नही थोपते नीचे लिखते भी है माना तो आपकी इच्छा नही मानो तो बहुत अच्छा पर आकरण ही सबको उसको निशाना बनाया जाये जिनका किसी से कोई लेना देना नही है अगर किसी की निजी लाइफ के बारे मे जानते या किसी नाम का महत्व आपकी समझ मे नही आता तो क्यू किसी पर आरोप प्रत्यारोप करना हम नही कहते की हम दूध के धूले है या हम संत महाराज या साधु है ये बात हमने पहले भी कई बार कही है हम जैसे है वैसे ही रहेगे अरे आप तो संत हो आप तो ग्यानी महाराज बाबा हो आप तो अपने शब्दो को आचरण की तरह उतारो क्यू किसी को टारगेट करना या निशाना बनाना है हमारी लडाई सनातन के लिए है कि किसी व्यक्ति विशेष के लिये जो धर्म के प्रति आडम्बर धारी है या धर्म को आध्यात्मिक का चोला पहन कर बदनाम कर रहे है हमारी नजर मे वो गुनाहगार है हमारी सोच या विचार किसी का नजरिया बदल सके या बदले उसके लिए हम नही कहते बस हमारे लेख से एक हिन्दू जग जाये वो ही हमारे लिए काफी है हमने पहले भी कहाँ है कि इंसान कोई बूरा नही होता वक्त या समय बूरा होता है इन्टरनेट की दुनिया से बाहर आकर आप मिलो उनसे बिने मिले आप कैसे लूटा देते हो उन पर सब कुछ बाकी जो हम रियल जिंदगी मे है वो ही हमारी नेट की दुनियां मे है हमने कभी अपनी असलियत या पता नही छुपाया बाकी माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा है वो जिसको मिलना चाहाते है मिलायेगे जिसको दूर करना है करैगे सब उन पर निर्भर है आपकी ओर हमारी तो ओकात ही क्या हम उनके चरणो की धूल बन जाये वो ही काफी है किसी पर आरोप लगाने से पहले या अपनी निजी राय कायम करने से पहले अपने बारे मे जान लिजिये कि आप हो क्या जो दुसरो पर उंगली उठा रहो हो जिस पर उंगली उठा रहे हो उसके बारे मे जानते क्या है कि वो अपनी निजी लाइफ मे क्या करता है.. हमारी बातो को बूरा लगा हो तो माफी चाहते है पर पहले स्वयंम को उस लायक करो कि किसी पर उंगली उठा सको बाकी सनातन की राह दिखाये उतना अच्छा है पहल आप करोगे तो अच्छा लगेगा आदर सत्कार सनातन धर्म का हिस्सा है नारी को आप किस रुप मे देखते हो वो आपके ऊपर है कोई जबरदस्ती नही नारी तो आपके घर मे भी होगी... हमने एक बार सुना था की रखपत रखापत जैसा करोगे वैसा ही मिलेगा बाकी ये हम किसी को ये नही कहते की नारी को देवी बुलाये या नर को प्रभु..ये हमारी सोच है हम तक रहने दे किसी पर कोई जबरदस्ती नही है.. बाकी सब माँ बाबा के हाथ मे मानो अच्छा ना मानो बहुत अच्छा अपने धर्म के सच्चे सिपाही बनो वो ही सर्वश्रेष्ठ है बाकी कर्म आपके कुछ भी पर धर्म की राह मत छोडो बस खैर आज के दिन हम ये क्या लेके बैठ गयै.. आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से.. बुरा लगे तो माफी पसंद नही आये तो नजरअंदाज करे अच्छा लगे तो शेयर करे..

आप सभी ओर आप सभी के परिवार को धनतेरश की बहुत बहुत शुभकामनाएं..

*नजरे बदलो नजारे बदल जायेगे ..*
*बिना किसी को जाने कोई राय कायम मत करो..*
*किसी के शब्दो का मजाक उडाना अच्छा लगता है*
*बाकी समय की धारा किसको कहाँ ले*
*जाती है पता नही कल किसने देखा है*


जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Monday, October 16, 2017

अपने आपको ओर अपने धर्म को समझने की कोशिश करे





आज कल हम जैसे लोग अगर कुछ बोलते है या कहते है तो कुछ समाज सुधारक या महात्मा उनको बोरिंग या मिथ्या भाषण या लेख भी कह सकते है कोई बडी बात नही पर जब तक आप अपने उदेश्य को नही समझ सकते तो जिंदगी को क्या समझोगे हम आप से यह नही कह कहते की आध्यात्मिक मे आओ ओर अपना सबकुछ त्याग दो .
हम यह भी नही कहते की ग्रहस्थ को त्याग कर या अपने घर मे क्लेश करके धर्म की स्थापना किजिये सबसे पहले आपको अपने घर को ओर घर वालो को अपने धर्म के बारे मे बताना होगा की कर्म के साथ धर्म जरुरी है जरुरी नही कि अपनी कमीयाँ दुनिया को बताई जाये पर जरुरी ये है कि अपनी कमीयाँ स्वयंम से कभी नही छुपायी जाये आपके पीछे आपको अनुभव मिलेगा तो आगे आपको जिंदगी जीने का सुनहरा अवसर हमने भी कई गलतियां की है ओर उन्ही से शायद हमे भी कई सबक मिले है हमे सांसारिक होने के साथ साथ व्याहरिक भी होना पडेगा कितोबो के साथ साथ जीवन के खट्टे मीठे अनुभवो से गुजरना भी पडेगा यही सत्य है धर्म के प्रति कट्टरता उदारता होना जरुरी है जितनी आपके परिवार के प्रति जिम्मेदारी बनती है उतनी ही आपकी जिम्मेदारी धर्म के प्रति भी बनती है किसी अपने के चेहरे पर वो मुस्कान ला सको या भेदभाव छुआछूत मान अपमान से परे रहकर आप किसी की मदद कर सको या धर्म का पाठ पढा सको तो उससे बडा आपके धर्म के प्रति कोई ओर योगदान नही हो सकता हम भी कोई साधु संत ओर महात्मा नही है हम भी साधारण नादान बालक ही है आज कल की भांड मीडिया ओर भांड राजनेता ही सनातन के असली दुश्मन है क्योंकि आपने जिनको शेर घोडा समझा था वो सब गंदगी खाने वाले निकले है इसलिए आप सभी का अपना अपना उदेश्य होना चाहिए जीवन मे आप अकेले आये थे यह सत्य है ओर आप अकेले ही जावोगे यह भी सत्य है फिर किसी ओर की राह पर क्यू अपनी जिंदगी की राह आप स्वयंंम चूनो वो ही सत्य है जब आपका जन्म लेना ओर आपका अकेले को ही मरना है तो जिंदगी अपने हिसाब ओर उसूलों पर क्यू नही दुनिया कुछ भी कहे बस आपको अपनी जिम्मेदारी समझते हुये लोगो के दिलो मे राज करना है जीना मुश्किल हो सकता है पर कठिन नही यही सत्य है
जिंदगी का मतलब समझोगे तब तक जिंदगी निकल चूकी होंगी मौत से सबको डर लगता है जबकि सब जानते है कि मौत अटल सत्य है उसको तो एक ना एक दिन आना है फिर भी उस झुठी जिंदगी मे अपने आपको ऊपर करने से इंसान चूकता नही पता नही क्यू.. अरे आपकी जिंदगी आपकी ही है जैसा जीना चाहो जीवो पर अपने धर्म के प्रति कुछ जिम्मेदारी निभाना सीख लो बससओर हम क्या कहे दुख तकलीफ होती है जब भाई ही भाई को नीचा दिखाता है पर उनको पता नही है कि जिंदगी ओर दौलत कब तक साथ देगी आज आपकी है तो कल किसी ओर की होगी पर नही
याद रखे वटवक्ष का पत्तीयाँ या टहनी टूटने से वटवक्ष नही सुखता वो सुखता है तो केवल जड़ को काटने से इसलिए आप सभी सनातन की जड़े है सोच समझकर अपनी जड़ो को सीचे अच्छा रहेगा मानो तो अच्छा नही मानो तो बहुत अच्छा हमारी बाते कुछ समाज के ठेकेदारो को कडवी लग सकती है पर क्या करे जो आज हो रहा है उसमे चूप नही रहा जा सकता आज उसकी बारी थी तो कल आपकी बारी भी आयेगी मुक दर्शक बनने से अच्छा है कि आप अभी से आवाज उठाना शुरु नही करेगे तो आप स्वयंम किस्से कहानियों के पात्र बनने से कोई रोक नही पायेगा यही सत्य है
सनातन धर्म मे आकाश से ऊचा पिता को दर्जा दिया गया है ओर धरती से भी बड़ा माँ को दर्जा दिया गया है वो माता पिता पति के हो या पत्नी के आदर सत्कार आप अपने धर्म ओर कर्म के अनुसार ही करे पर आजकल ये भी कुछ लोगो से नही होता पता नही क्यू जब तक लोग अपने माता पिता को नही समझ सकते तो धर्म को क्या संमझेगे जबकि उनको पता होता है कि ये समय उनको भी आयेगा पर पता नही सच्चाई से मुंह क्यू छिपाते है बहू को तकलीफ देते है पर बेटी की तकलीफ पर आसमान सर पर उठा लेते है क्यू भाई आपकी बहु भी तो किसकी की बेटी है बाकी दीपावली आ रही है बम्म फोडो फटाखे फोडो पर देवी देवता फोटो वाले बम्ब पटाखे इस बार ना खरीदे यही इस बारे आपके धर्म के प्रति जिम्मेदारी होगी ओर खरीदी वहाँ से करे जिससे आपकी वजह से किसी के घर मे चूल्हा जल सके बस आज सिर्फ इतना ही नादान बालक की कलम से मानना ना मानना आपके हाथ मे है *आप सभी को धनतेरस ओर दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं* अच्छा लगे तो शेयर करे बुरा लगे ओर आपका टाइम खराब हुआ पढने मे तो माफ करे बाकी नंजरअंदाज करे..

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Sunday, October 15, 2017

क्या हिन्दूओ के सारे फैसले कोर्ट ही करेगी





जब इस देश में सारे फैसले कोर्ट को ही करने है जैसे कि:-
रोहिंग्या मुसलमान हिंदुस्तान में रहेंगे या नहीं रहेंगे,

कश्मीर में सेना पैलेट गन चलाएगी या कौनसा गन चलाएगी,

दिवाली पर पटाखे चलाएंगे या नहीं चलाएंगे,

मूर्ति विसर्जन होगा या कि नहीं होगा,

दही हांडी की ऊंचाई कितनी होगी,

राम मंदिर बनेगा या नहीं बनेगा,

हिन्दुओ को बच्चे कितने पैदा करने हे,

हिन्दुओ को कितनी शादी करनी हे,

तो फिर यह वोट डाल कर सरकार बनाने की क्या जरूरत है कोर्ट से ही पूछ लिया करो प्रधानमंत्री किसे बनाना है।
ओर प्रधानमंत्री मूक दर्शक बन कर बैठे है ओर एक दिल्ली के भांड ने तो यहाँ तक कह दिया की हिन्दू मुर्दे को लकडीयो से जलाना बंद करो...
ओर एक हिन्दू भांड जो अपना सारा कार्य हिन्दूओ से ही कराता है ओर उसका रोज रोटी ही हिन्दूओ से है वो हिन्दू देवी देवता को गालीयाँ बक सकता है काला पत्थर वैगरहा कह सकता है तो हम उसका ओर उसके सामना का बहिष्कार नही कर सकते क्यू ये समझ के बाहर है जबकि सनातन धर्म सबसे पुराना धर्म बाकी दूसरे धर्म कुछ शतको पहले के कमजोर ना बनो कायर ना बनो कोर्ट या प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री मंत्री या कोई भांड योगाचार्य आप से ऊपर नही है जज, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, भष्टाचारी हो सकते है पर आम जनता नही आवाज उठाईये वरना हिन्दूओ के त्यौहार नाम के रह जायेगे यही सत्य है..
अपने देश मे स्वयंम हिन्दू ही बेगाना हो गया ओर प्रधानमंत्री कठपुतली कोर्ट को ही सब फेसले करने है तो वोटिंग की क्या जरूरत है सब फैसले कोर्ट ओर दिल्ली के भांड लेले या व्यापारी नूमा संत किसी देवता का अपमान कर सकते है समुदाय विशेष को खुश रखने से...
जागो अभी भी वक्त है वरना फिर कुछ नही होगा आपके बच्चे बस नाम के त्योहार मनायेगे वो भी टीवी पर देखकर..

Thursday, October 12, 2017

शुत्र अनुकूलन प्रयोग..

 शुत्र अनुकूलन प्रयोग..

आज आपको शुत्र अनुकूलन विधान कहते है..

मंत्र..
ॐ ह्लीं बगलामुखीं सर्व दुष्टानां वाचं मुख पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लौं ॐ स्वाहा..

सामग्री.
प्राण प्रतिष्ठा यूक्त माँ बगलामुखी यंत्र, माँ का फोटो, पीली मिठाई तेल का दीपक, जलपात्र ओर..
माला,, हल्दी की ,
दिन, रविवार,
समय ,रात के बारह बजे के बाद कोई भी समय,
आसन, पीले रंग का सुती आसन
दिशा, पश्चिम
जप संख्या, इक्यावन हजार
समय, इक्यावन दिन,,
अब विधान कहते है..

Wednesday, October 11, 2017

अपने धर्म के प्रति वफादार रहे

  नोट इस पोस्ट को पुणे रुप से ध्यान से पढे


इंसान कभी खराब नही होता इंसान का वक्त खराब होता है ओर वक्त के साथ उसकी सोच खराब होती है ओर जिसकी सोच ही उसका साथ ना दे तो वो इंसान क्या करे क्योकि इंसान कभी खराब नही होता उसकी बनाई हुयी कोई भी वस्तू वो चाहे क्रियाशील हो या निष्क्रिय वो कभी खराब नही होती बस वक्त ओर सोच खराब होती है क्योकि वो किसी की सुनना नही चाहाता उस समय वो ही न्यायाधीश ओर वो ही वकील स्वयंम का मुकदमा ओर से तो जीत जाता है पर स्वयंम से हार जाता है इसलिए अच्छा या बुरा समय कुछ भी रहा अपने दिमाग को गति दिजिये सोचने की पर थोपये नही की तू गलत है फैसला करना गलत है इसलिए कोन क्या कर रहा है क्या बोल रहा है उस पर मत जाइये आपके गुरु ओर इष्ट आप से क्या कहना चाहते है वो सुनने की कोशिश कीजिये ये इन्टरनेट की दुनिया है यहाँ कई सिद्ध संत बाबा घूमते है जो स्वयंमभू है बात ना माना या ग्रुप मे ऐड ना हो तो सीधा धमकी जैसे भगवान वो हो कोई बात उनको लग जाये तो सीधा धमकी अरे जब आप गलत नही हो तो आप भी हमारी तरह पाखंड ,छलकपट, छुआछूत, भेदभाव ,परोपकार के लिए लडो ना नारी को सम्मान देना सनातन धर्म का हिस्सा है पर आजकल केवल नारी को भोग की वस्तू माना गया है ये सब कथित तांत्रिक जो बिना बात के कोलचार्य बने हुये है ये उनको मत है जबकि कुलाचार की देवी है कहाँ पता नही पर भैरवी चक्र की साधना सबको करवानी है जय हो ऐसे संतो की.. बुराई बढ रही है क्योंकि हम सनातनी कायर है जो आवाज उठाना नही जानते आज नही तो कल धर्म के रक्षको को हथियार तो उठाना ही पडेगा तैयारी अभी से शुरु कर दो नही तो अपने आपको मिटा दोगे सबसे पहले छुआछूत ओर भेद भाव मिटा दो एक अपनी आध्यात्मिक शक्ति को बुराई के लिए नही सनातनी परोपकार के लिए काम मे तो अच्छा है बाकी ये छोटा मे बड़ा मे मिट जावोगे दोस्तों यही सत्य है बाकी हम कई बार कह चूके है की कोई हमे धमकी दे कोई गाली दे कोई फर्क नही पड़ता कोई हमे दुश्मन समझता है तो समझे पर हम उनके लिए भी माँ बाबा से प्रार्थना करते है कि माँ बाबा आप पहले उनकी सुनी फिर हमारी सुने.. आध्यात्मिक कोई मजाक करने की चीज नही है आज हिन्दू ही हिन्दू धर्म का मजाक उडाना मे लगा है इसलिए आप को जो करना है करे पर अपने धर्म का सम्मान करना सीख लिजिये बाकी आपकी इच्छा ओर माँ बाबा की कृपा करो सको तो किसी का भला कर लो नही तो बूरा तो जानवर भी कर लेते है फिर उनमे ओर हम मे क्या फर्क रह गया इसलिए ऊंच नीच का फर्क हमको मिटाना है कोई भगवान नही आयेगा अपने धर्म की रक्षा हमे स्वयंम करनी है भगवान आपको रास्ता बता सकते है पर चलना आपको है यही सत्य है बाकी हमारा कोई टारगेट इसमे कोई नही हमारी ये पोस्ट केवल आध्यात्मिक मे चल रहे पाखंण्ड के खिलाफ है बाकी कोई ये समझता है की ये उसके ऊपर है तो उसको हम तो क्या माँ बाबा भी नही समझा सकते बाकी पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर करे बुरी लगी हो तो माफी जिसकी समझ से बाहर है वो नजर अंदाज करे आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से माँ बाबा सब पर कृपा करे यही हमारी माँ बाबा से कामना है...... .
जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश..
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Saturday, October 7, 2017

ये है असली समस्या सनातन की

ऐसो को तो जहाँ देखो जूते मारने की इच्छा करे तो जरा जोर से मारो




आजकल साधना श्रेत्र कई तांत्रिक महाप्रभु घुम रहे जो सनातन धर्म को तो बदनाम कर ही रहे है साथ मे हिन्दू संत या साधक बन के भगवा धारण करके हिन्दु संतो को भी नही छोड रहे है जिनके गुरु का पता नही गुरु पंथ का पता नही बस भोले भाले साधको या भक्तो को देवी यक्षिणी या देवी कर्णपश्चिनी या अन्य प्रेत जिन्नात की साधना मामुली या गैरमामूली पैसो मे करवाने को तैयार  है नये हारे हुये साधक जिनको गुरु वाणी या गुरु ना मिला हो या भक्त ...इस मृगलता मे या इन साधनाओ के चक्कर मे फस जाते है ये नये साधको का आकर्षण होती है की ये साधनाये फोकट मे सब कुछ देती है जब इन तांत्रिको को ये नही मालूम की इनसे नुकसान क्या ओर फायदा क्या बस लगे पडे है एसे ढोंगी तांत्रिको चक्कर पैसे दो साधना लो,,,
अरे ये सब इनकी जर खरीद गुलाम है क्या अगर ये सभी इतना सुख देती तो वो तूमसे पैसे लेकर साधना क्यू झण्ड बनाने के लिये करवा रहा है क्या अपने धर्म को आप स्वयंम बदनाम करते हो एक कहावत है कि मुर्खो पर अकलमंद राज करता है वो कहावत सही स्वयंम के दिमाग से काम लेते नही फिर नूकसान या कोई अहित हो जाये तो दोड पडते हो किसी अन्य के पास लूटवाने आप स्वयंम इनको बढावा दे रहे हो मंदिर जाने की बजाय या सही संतो की पहचान ना होने के कारण आपका भटकाव होना स्वाभविक है पर इतना भी क्या भटकाव होना जो जिसके पास जा रहे हो उससे कुछ प्रमाण तो लो की जो साधना आप हमे करवा रहे हो क्या आपने की है या नही अगर की है तो पत्यक्ष करवा दो.. क्योकि गुरु शिष्य मे कोई भेद नही होता यही सत्य है कुछ करने से पहले सोचो की आप कहाँ जा रहे हो..
जितना आध्यात्मिक को समझोगे उतना ही सरलीकरण होगा ओर जितना  साधना सिद्धि के चक्करो मे रहोगे ओर ऐसे ढोंगी दुष्ट तांत्रिक बाबा के फेर मे रहेगे या शुभ अशुभ के फेर मे रहोगे तो जटिलता बढती जायेगी भेद को मिटाये ,,,,साल छः महीन मे एक बार अपने घर ओर अपने पतिष्ठान मे हवन आहुति जप कराये कुते की गाय की रोटी रोज आपकी रसाई से निकले कबुतरो को दो मुठ्टी दाना रोज मंदिर या चबुतरे पर डाले (घर पर नही डाले क्योकि वहाँ इंसान बसते है उसको कबुतर खाना ना बनाये )व्रत उपवास करते हो या नही फिर भी किसी भुखे को भोजन भी करावे ताकि शुद्धता बनी रहे..
बाकी साधना सिद्ध आपके गुरु ओर आपके मंत्र जपो पर निर्धारित है हमारा तो यही कहना है कि आप ऐसे पाखण्डीयो के चक्करो मे ना पडे या आपका कुछ नही बिगाड़ सकते है इनको डराने के अलावा कुछ नही आता है *कल ही एक महान साधक तांत्रिक हरेश कुमार मथुरा से हम कुछ बालको की ओर नादान बालको की बात चल रही थी* की यक्षिणी प्रेत जिन्नात कर्णपश्चिनी के क्या लक्षण ओर क्या हानि है बता ही नही पाये जबकि स्वयम की कोई साधना सिद्ध नही है पर दुसरो को सिद्ध करवाने की शमता रखते है ना कोई अनुभव महज उम्र 32 साल पर बस दो साल मे नेट की दुनिया से तांत्रिक बन गये यक्षिणी कर्णपश्चिनी जिन्न प्रेत सिद्ध करवा रहे है जैसे ये सब इनके गुलाम हो .तो दोस्तो ऐसे धर्म के सिद्ध ठेकदारो से जरा बचकर रहे ये तो एक नाम है उदाहरण के लिये बाकी ऐसे कई खुजलीवाले कुते घुम रहे है बजार मे जिनके गुरु पंथ स्थान का पता नही है आप सभी सावधान रहये सेचत रहये हमारा तो यही कहना है आस पास सभी को सेचते करे पोस्ट अच्छी लगे तो शेयर करे बुरी लगी हो तो माफ करे बाकी नजरअंदाज करे आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से सोमवार से कुछ मंत्र देगे जो आपकी निजी जिंदगी मे बहुत काम आयेगे बस.......

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Thursday, October 5, 2017

आप हो कहाँ...... कोन है आपका...




आज की दुनिया मे दिल ओर दिमाग सभी के पास होता है पर अपने दिमाग को वो कहाँ काम मे लेते है यह हम नही पता दिमाग वहाँ लगाईये जहाँ से कुछ भौतिक सुख मिलने की आशा होती है ओर जिस से आध्यात्मिक मे कुछ पाने की आस होती है वहाँ दिल ओर दिमाग दोनो से काम लिया जा सकता है हालाकि हमारी बाते कुछ महानभवो को सई की तरह चुभती है पर हमने कभी किसी को टारगेट नही बनाया पर कोई उन बातो को अपने ऊपर ले तो हम क्या कर सकते खैर हमारा काम कहना है वो सुनने ओर पढने के अलावा ओर कर क्या सकते यह बात उसी तरह उन पर लागू होती है की कुते की पुछ छः महीने अगर पाइप मे रखा जाये तो भी वो सीधी नही होती चाहे आप के मुह ये फुल भी गिरेगा तो भी सामने वाले को पत्थर ही लगेगा ओर भौतिक ओर आध्यात्मिक जगत मे आपके सामने ऐसे कई पत्थर आयेगे याद रखे ऐसे कई है इस दुनिया मे जो आपकी पीठ पीछे आपकी बात करेगे आप भूलना चाहो तो भी वो भूलने ना देगे क्योकि यही आपके सच्चे हितैषी होते है इसलिए बहेरे बन जाओ ओर इनकी सुनने की बजाये अपने योग ध्यान पुजा जप तप ओर अपने परिवार पर पुणे ध्यान दे एक कहावत है बहुत पुरानी की"चार लोग देखेगे तो क्या कहेगे" ये वो ही चार लोग होते है जिनका अपने घरों मे नही पर बाहरी लोगो की जिंदगी मे दखल देना अपना धर्म समझते है जिनकी अपने घर ओर गली, गाँव मे दो कोडी इज्जत नही पर लोगो की जिंदगी मे दखल देना अपना अधिकार समझते है बस आपको इन्ही लोगो से बचकर रहना है ओर बहरा बन जाना है ये उसी तरह जिस तरह हम लिखते है आपको अच्छा नही लगता है तो नजरअंदाज करे ..बस निजी ज़िंदगी मे भी यही करना है कि ना ऐसे आदमी को देखना है ना सुनना है बस यही आपके भौतिक  ओर आध्यात्मिक जीवन के लिए जरुरी है कर्म कुछ भी करो पर धर्म की राह नही छोडनी है गुरु नही है तो इष्ट को पकड लो पर ऐसे बंदो पर ध्यान मत दो..
बाकी..
आप हो कहाँ आपके साथ है कोन कोई नही...
*ख़ुशी जल्दी में थी रुकी नहीं,*
*ग़म फुरसत में थे - ठहर गए...!*
*"लोगों की नज़रों में फर्क अब भी नहीं है ....*
*पहले मुड़ कर देखते थे ....*
 *अब देख कर मुड़ जाते हैं*
 *आज परछाई से पूछ ही लिया*
*क्यों चलती हो , मेरे साथ*
*उसने भी हँसके कहा,*
*दूसरा कौन है तेरे साथ*
यही सत्य है.. बाकी आगे माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से जो अच्छा लगे तो शेयर करो बुरा लगे तो माफ करो ओर नजरअंदाज करो..
*🌹ॐ गुरुदेवाये नमः ॐ इष्टदेवाये नमः🌹*



*🙏🏻जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश🌹*

Tuesday, October 3, 2017

अपने मन ओर धर्म को समझे




जब तक आदमी खुद को नही समझ लेता या अपने मन ओर दिमाग पर काबू नही पा लेता जब तक वो मान अपमान ,भेद अभेद की आग मे जलता रहेगा ओर अपने से सामने वाले को नीचा दिखाने की कोशिश मे लगा रहेगा अरे वो इस कोशिश को अपने प्रभु के ध्यान मे लगाने की कोशिश करे तो हो सकता है की माँ बाबा कुछ तो सुन ले किसी धागे मे गांठे पड के उलझ जाये  तो एक मात्र कैंची से ही उसको काट जा सकता है ओर फिर वापस उसका गठजोड़ किया जाता है उसी तरह किसी के मन मे गांठ पड जाये तो लाख चाहकर कर भी सामने वाले उस गांठ को नही निकाल सकता क्योकि धागे ओर मन मे काफी फर्क है इसलिए अपने आपको विद्धवान समझना शेष्ठ समझना बहुत अच्छी बात है पर सामने वाले को चाहे वो नवजात बच्चा ही क्यू ना हो आत्मा.,जीव, तो दोनो मे सेम होता है ना यह बात कब समझ आयेगा यह पता नही पर क्या करे प्रर्दा हटने मे टाइम लगता है पता नही वो भौतिक जगत से आध्यात्मिक जगत मे वो कब आयेगा भौतिक को आध्यात्मिक मे जाना बहुत बडी बात है जहाँ आपको इन सबको पीछे छोडना ही होगा कोपी पोस्ट या किसी के पीछे चलना या किसी ओर के लेख पर अपना नाम देकर पोस्ट करना अच्छी बात है पर झण्ड मत बनो कभी ध्यान लगाकर अपने इष्टदेव ओर गुरुदेव की भी सुन लो जहाँ आदर नही वहां आध्यात्मिक नही जहाँ स्नेह, प्यार आत्मीयता व मान अपमान, जलन ईष्या देषता, दुश्मनी का त्याग नही करता जब तक वो आध्यात्मिक नही है ओर आध्यात्मिक विनाश करने के लिए नही विनाश को रोकने के लिए होती है ओर आध्यात्मिक मे धर्म रक्षा मे अगर हथियार उठाना भी पडे तो उठाओ पर कमजोर मत बनो ओर अपने किसी को नीचा दिखाना बंद करे गले लगाना शुरू करे जाति से नही धर्म ही पहचान हो... यही आज का सत्य है बाकी...
कल जो हमने दो लाइन लिखी थी वो ही सत्य होगा...
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*खाली घडा है मिट्टी का खाली ही जायेगा..*
*जो भरा है इस जग मे कुट कुट के वो मट्टी मे बदला जायेगा.*
*ना परवाह कर कल की जिसने आज तेरा पेट भरा है वो कल भरेगा..*
*पर याद रख उसने तेरे पर दया है कि तू आगे भी दया रख..*
*यही तेरा काम होगा ओर यही तेरी पहचान होगी.*
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यह सच होगा इसलिए अपने यहाँ आने का उदेश्य समझो बाकी आपकी ओर माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा..आज बस इतना ही नादान बालक की कलम से..

जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश
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Monday, October 2, 2017

क्या आपके पास दिमाग है..

सावधान रहे सचेत रहे यही उदेश्य है हमारा.,,, 





हर कोई साधक का आम आदमी शॉर्टकट चाहता है कोई साधना या सिद्धि के जरिये पैसे कमाना चाहाता है तो कोई एकदम करोड़पति या लखपति बनना चाहते है पर ये कोई नही सोचता की इसकी कीमत क्या चुकानी पर सकती है भौतिक सुख को पाने की चाह मे आदमी क्या नही कर गुज़रता .कोई तांत्रिक भुत बेच रहा है तो कोई यक्षिणी तो कोई पैसो को एक का तीन कर के दे रहे है आप सभी समझदार है जरा ये सोचो की जो आपको पैसे लेके जिन्न बेच रहा है या साधना या बीर, या यक्षिणी बेचा रहा है वो आप से पैसा ले रहा है क्या ये सब उसके काम नही आ सकते अरे वो आप से पैसा मांग रहा है आध्यात्मिक दुष्टि से वो पुरे आध्यात्मिक जगत को बदनाम कर रहा है ओर मानव को ऊपर वाले ने जब बनाया तो, उसमे दिमाग नाम का कीड़ा पहले उत्पन किया क्या आप समझदार नही हो क्या आप वो नही सोच सकते की अगर इसके पास ऐसा कुछ है तो ये लखपति क्यू नही बना इनको बेचकर पैसे कमी रहा है तो मतलब आप समझ जाये तो अच्छा है, ओर आजकल जादू से पैसे के लोग एक के तीन करके दे रहे है अरे आप लोग झण्ड हो क्या जब वो एक से तीन बना रहा है तो वो उसके खुद के लिये नही बना सकता जरा सोचो दिमाग नाम के कीडे को काम मे लो की वो क्या कहता है ये पैसे. बनाने वाले मांत्रिक, कानपुर हरियाणा लखनऊ उज्जैन, काशी अहमदाबाद सुरत वापी.. इधर ज्यादा सक्रिय है तो इनसे जरा बचकर रहो अच्छा है अगला दिमाग से काम ले रहा है तो आपके पास भी दिमाग है जरा सोचकर देखो... बाकी विधी के विधान को कोई नही टाल सकता आगे आपकी इच्छा ओर माँ बाबा की इच्छा ओर कृपा.. नादान का काम रास्ता बताना है अपना उल्लू सीधा करना नही.. नादान बालक की कलम आज इतना ही...
जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 
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आइये जानते हैं कब है धनतेरस ओर दिपावली पूजा विधि विधान साधना???

* धनतेरस ओर दिपावली पूजा विधि*  *29 और 31 तारीख 2024*  *धनतेरस ओर दिपावली पूजा और अनुष्ठान की विधि* *धनतेरस महोत्सव* *(अध्यात्म शास्त्र एवं ...

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