Thursday, February 24, 2022

महाशिवरात्रि पर राशिफल अनुसार करें पुजा जानये भाग 6

महाशिवरात्रि और सावन में कौन सी राशिफल पर क्या करना चाहिए भाग 6
   मित्रों की राशि अनुसार महाशिवरात्रि के दिन पूजा करना चाहते हैं तो आप राशि के अनुसार की पूजा कर सकते हैं कि अलग-अलग पूजा का विधान है उसके उपाय भी हम मंत्र विधान सहित दे रहे हैं यह सभी किसी ने किसी शास्त्र से और हमारे गुरूजनो के आशीर्वाद स्वरूप मिले हुये है तो मित्रो शुरु करते हैं ,,

मेश राशि : मेश राशि का स्वामी मंगल है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक कच्चे दुघ एवम दही से करे साथ ही भगवान शिव को पूजा मे गुलाब के फूल अर्पित करे।
वृषभ राशि : वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक गन्ने के रस से करे साथ ही भगवान शिव को मोगरे का इत्र भी अर्पित करे।
मिथुन राशि :- मिथुन राशि का स्वामी बुध है इस राशि के जातक भगवान शिव तो बिल्व पत्र अर्पित करे साथ ही ओम नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करे।
कर्क राशि :- कर्क राशि का स्वामी चंद्र है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक कच्चे दूध मे शक्कर मिलकर करे साथ ही चंद्र शेखर स्त्रोत का भी पाठ करे।
सिंह राशि :- सिंह राशि का स्वामी सुर्य है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक जल से करे साथ ही भगवान शिव को सफेद मिठाई का भोग भी लगावे।
कन्या राशि:- कन्या राशि का स्वामी बुध है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करे साथ ही शिव तांडव स्त्रोत का भी पाठ करे।
तुला राशि:- तुला राशि का स्वामी शुक्र है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक पानी मे इत्र डालकर करे इसके बाद भगवान शिव का चंदन से स्रिंगार करे।
वृश्चिक राशि :- इस राशि का स्वामी मंगल है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का शहद से अभिषेक करे तथा भगवान शिव को लाल मसूर की दाल भी अर्पित करे।
धनु राशि :- इस राशि का स्वामी गुरु है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का चावल से सृंगार करे तथा पीली मिठाई का भोग भी लगावे।
मकर राशि :- इस राशि का स्वामी शनि है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक दुघ मे गंगाजल मिलाकर करे साथ ही भगवान शिव को सूखे मेवे का भोग भी लगावे।
कुंभ राशि :- इस राशि का स्वामी शनि है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक जल मे काले तिल मिलकर करे साथ ही शिव चालीसा का भी पाठ करे।
मीन राशि :- मीन राशि का स्वामी गुरु है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक दूध मे केसर मिलकर करे साथ ही कपूर जलाकर भगवान की आरती करे।
मित्रों हम यहां दो तरह से समझा रहे जो अच्छा लगे कर लिजिए जैसी शक्ति हो वैसा ही आप करे यथा शक्ति यथा भक्ति यह हमेशा ध्यान रखें,,
मेष राशि : इस राशि के जातकों को शिवजी का गुड़ के जल से अभिषेक करें और महादेव को लाल पेड़ा, लाल चंदन और कनेर का फूल अर्पित करें। इस उपाय को करने से आपके ऊपर भगवान शिव जी की कृपा बरसेगी।
वृष राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए दही से शिवजी का अभिषेक करें और उन्हें शक्कर, चावल, सफेद चंदन और सफेद फूल चढ़ाएं।
मिथुन राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आप गन्ने के रस से शिव का अभिषेक करें और उन्हें मूंग और कुश चढ़ाएं।
कर्क राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिवजी को मनाने के लिए शुद्ध घी से उनका अभिषेक करें और चावल, कच्चा दूध, सफेद आर्क और शंख पुष्पी अर्पित करें।
सिंह राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का गुड़ के जल से अभिषेक करें। साथ ही गुड़ और चावल से बनी खीर का नैवेद्य तथा मदार के फूल अर्पित करें।
कन्या राशि : महाशिवरात्रि पर शिवजी को प्रसन्न करने के लिए आप गन्ने के रस से शिवजी का अभिषेक करें। साथ ही उन्हें भांग, दूब, मूंग और पान अर्पण करें।
तुला राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को सुगंधित तेल या इत्र अर्पित करें। साथ ही उन्हें दही, शहद, श्रीखंड का नैवेद्य और सफेल फूल चढ़ाएं। इस उपाय से आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
वृश्चिक राशि : भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। साथ ही उन्हें लाल रंग की मिठाई और लाल पुष्प चढ़ाएं।
धनु राशि : इस राशि के जातकों को महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का हल्दीयुक्त दूघ से अभिषेक करें। साथ ही केसर, बेसन से बनी मिठाई और गेंदे के फूल चढ़ाएं।
मकर राशि : भगवान शिव का नारियल पानी से अभिषेक करें और उड़द से बनी मिठाई तथा नीलकमल के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी परेशानियां कम होंगी।
कुंभ राशि : इस राशि के जातकों को शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का तिल के तेल से अभिषेक करें और उन्हें उड़द से बनी मिठाई और शमी के फूल चढ़ाएं। नादान बालक की कलम से आज बस इतना ही बाकी फिर कभी धन्यवाद मित्रों,
मीन राशि : भगवान शिव का केसरयुक्त दूध से अभिषेक करें और उन्हें दही-चावल का नैवेद्य, पीली सरसों तथा नाग केसर अर्पित करें। यह उपाय आपको कामयाबी दिलाएगा।
महाशिवरात्रि पर कोन सा मंत्र आपके लिए शुभ और ज्यादा प्रभाव शाली रहेगा राशिफल अनुसार आईये जानते हैं विधान,,
मेष
इस राशि के जातकों को जल में गुलाल से शंकर जी का विशेष अभिषेक करना चाहिए। साथ ही शिवरात्रि के पावन पर्व पर ॐ सोमनाथाय नम: का जाप करना चाहिए।
वृषभ
दूध से शिवजी का अभिषेक करना वृषभ राशि के जातकों के लिए बहुत अच्छा होगा। साथ ही ॐ नागेश्वराय नमः मंत्र का जाप भी करें।
मिथुन
इस राशि के जातकों को गन्ने के रस से देवाधिदेव का अभिषेक करते हुए ॐ प्रवराय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
कर्क
पंचामृत से शिवजी का अभिषेक करना कर्क राशि के लोगों के लिए बेहद लाभदायक होगा और महादेव के मंत्र नम: शिवाय के साथ प्रभवे नम: मंत्र का जाप करें।
सिंह
सिंह राशि के जातक शहद से भगवान शिव जी का अभिषेक करते हुए ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
कन्या
इस साल महाशिवरात्रि  के जातकों का शिव का रुद्राभिषेक शुद्ध जल से करना चाहिए और साथ ही शिव चालीसा का पाठ करना बेहद लाभकारी होता है।
तुला
दही से शिवजी का अभिषेक करना तुला राशि के जातकों के लिए शुभ होगा। इसके साथ ही तुला राशि के लोगों को शिवाष्टक का पाठ करना होगा।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों को दूध और घी से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप श्रेष्ठ रहेगा।
धनु
महाशिवरात्रि के दिन धनु राशि वालों को दूध से शिवजी का रुद्राभिषेक करना चाहिए और ॐ सर्वात्मने नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।
मकर
इस राशि के जातकों को अनार के रस से शिव जी का अभिषेक करना चाहिए और शिवसहस्ररनाम का पाठ करना अत्यंत लाभकारी होगा।
कुम्भ
कुंभ राशि के जातक महाशिवरात्रि पर शिव का अभिषेक दूध, दही, शक्कर, घी, शहद सभी से अलग-अलग करें और ॐ शिवाय नमः मंत्र का जाप करें।
मीन
इस राशि के जातकों को शिव का रुद्राभिषेक ऋतुफल(जो मौसम का खास फल हो) के रस से करते हुए ॐ स्थिराय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए,।
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शंका निवारण के लिए कभी भी हमसे बात कर सकते हैं 
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🌹🌹🌹🙏

महाशिवरात्रि के उपाय क्या क्या करे भाग 5

महाशिवरात्रि के उपाय क्या क्या करे भाग 5।   


जय मां बाबा की मित्रों नादान बालक की तरह से आप सभी को जय मां बाबा की मित्रों आने वाली महाशिवरात्रि पर हम सभी से कोई चुक ना रहे जितने उपाय है या जितना हमे याद है वो हम यहां दे रहे हैं तो कभी कभी कुछ उपाय रिपीट भी हो जाते हैं और कहीं लिखने में चुक हो ही जाती है शंका समाधान के लिए आप हमें कोल कर सकते हैं या तंत्र निवारण के लिए भी आप हमसे बात कर सकते हैं हमारी सभी आध्यात्मिक सेवाएं निःशुल्क है चिंता ना करें जो करना है वो मां बाबा ने करना है  ,
भगवान शिव को महाशिवरात्रि पर रोली, मौली, साबुत चावल, लौंग, इलायची, सुपारी, जायफल, हल्दी, केसर, पंचमेवा, मौसमी फल, नागकेसर जनेऊ, कमलगट्टा, सप्तधान्य, सफेद मिठाई, नारियल, कुशा, अबीर, चन्दन, गुलाब, इत्र, पंचामृत, कच्चा दूध, बेलपत्र, बेल का फल, गुलाब के फूल, आक धतूरा, भांग, धूप दीप आदि अर्पण करें. मित्रों ये दो मंत्र याद रखें हमेशा मां बाबा की पुजा करते वक्त ,,
हुए ॐ नम: शिवाय  और ॐ पार्वतीपतये नमः यह मंत्र हर पुजा में प्रयोग लिया जा सकता है ,,
शिवरात्रि के दिन आटे से 11 शिवलिंग बनाएं व 11 बार इनका जलाभिषेक करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं ,शिवरात्रि पर घर में पारद के शिवलिंग की स्थापना योग्य ब्राह्मण से सलाह कर स्थापना कर प्रतिदिन पूजन कर सकते हैं। इससे आमदनी बढ़ने के योग बनते हैं ,महाशिवरात्रि के दिन घर में स्फटिक का शिवलिंग लाकर स्थापित करें और नियमित इसकी पूजा करें तो घर से सारे नकारात्मक प्रभाव दूर जाएंगे। इससे धन और सुख में आने वाली बाधा दूर होगी, वास्तुशास्त्र में स्फटिक शिवलिंग को वास्तुदोष से मुक्ति प्रदान करने वाला बताया गया है। जिस घर में यह शिवलिंग होता है उस घर में किसी प्रकार के वास्तुदोष का अशुभ प्रभाव नहीं होता है, बुरी नजर से रक्षा करता है त्रिशूल - कहा जाता है शिव जी का त्रिशूल शांत मन प्रदान करता है और घर में त्रिशूल के रखने से परिवार को कभी किसी की नजर नहीं लगती। इसी के साथ घर में जन्मी नई संतान के को बुरी नजर से बचाने के लिए पवित्र शिवरात्रि के दिन उसके ग्ले में त्रिशूल बांध सकते हैं। कहते हैं ऐसा करने से बच्चे को किसी की बुरी नजर नहीं लगती, डमरू से बढ़ती है एकाग्रता - डमरू को शास्त्रों में विशेष स्थान मिला है और वास्तु से लेकर ज्योतिष शास्त्र में इसे बहुत ही शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि डमरु को घर में रखने से किसी भी तरह की नेगेटिव एनर्जी घर में प्रवेश नहीं करती ,नाग करेगा मुश्किलें खत्म - जीवन में आ रहीं लगातार मुश्किलें हटानी है तो महाशिवरात्रि के दिन शिव जी के मंदिर जाकर गले में नाग वाला लॉकेट पहन लें। कहते हैं इस शुभ दिन घर पर भी पूजा भी करनी चाहिए ,बेलपत्र - आप सभी जानते ही होंगे भोलेनाथ की पूजा बेलपत्र के बिना अधूरी है। ऐसे में अगर घर में शिव का मंदिर बना हुआ है तो रोजाना उन्हें बेलपत्र चढ़ाने से घर में दरिद्रता नहीं आती है और मन शांत रहता है ,कच्चा दूध - कहते हैं शिवरात्रि के दिन अपने ग्ले में रुद्राक्ष धारण किया जाना चाहिए लेकिन उससे पहले उसे एक बार कच्चे दूध के साथ जरुर धो लें, इससे आपको बड़ा लाभ होगा, शिवरात्रि पर रात में किसी शिव मंदिर में दीपक जलाएं। शिवपुराण के अनुसार कुबेर देव ने पूर्व जन्म में रात के समय शिवलिंग के पास रोशनी की थी। इसी वजह से अगले जन्म में वे देवताओं के कोषाध्यक्ष बने।
महाशिवरात्रि पर छोटा सा पारद (पारा) शिवलिंग लेकर आएं और घर के मंदिर में इसे स्थापित करें। शिवरात्रि से शुरू करके रोज़ इसकी पूजा करें। इस उपाय से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है ,बाबा हनुमानजी भगववान शिव के ही अंशावतार माने गए हैं शिवरात्रि पर हनुमान चालीस का पाठ करने से हनुमानजी और शिवजी की प्रसन्नता प्राप्त होती हैं। इनकी कृपा से भक्त की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं, देवीयो किसी सुहागिन को सुहाग का सामान उपहार में दें। जो लोग यह उपाय करते हैं, उनके वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर हो सकती हैं। सुहाग का सामान जैसे- लाल साडी, लाल चूड़ियां, कुमकुम आदि शिवरात्रि पर किसी बिल्व वृक्ष के नीचे खड़े होकर खीर और घी का दान करते हैं, उन्हें महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे लोग जीवनभर सुख-सुविधाएं प्राप्त करते हैं और कार्यों में सफल होते हैं महाशिवरात्रि पर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज और धन का दान करें। शास्त्रों में बताया गया है कि
गरीबों को दान करने से पुराने सभी पापो का असर खत्म हो सकता है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है जल दुध पंचामृत चढ़ाते समय शिवलिंग को हथेलियों से रगड़ना चाहिए। इस उपाय से किसी की भी किस्मत बदल सकती हैं जल में केसर मिलाएं और ये जल शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस उपाय से विवाह और वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याएं खत्म होती हैं ,यदि आप लंबी उम्र चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ दूर्वा चढ़ाएं। इससे शिवजी और गणेशजी की कृपा से सुख-समृद्धि भी बढ़ती हैं नादान बालक की कलम से अभी इतना बाकी अगली पोस्ट में राशिफल अनुसार कैसे करे पुजा जप नियम ,चावल पकाएं और उन चावलों से शिवलिंग का श्रृंगार करें। इसके बाद पूजा करें। इससे मंगलदोष शांत होते हैं समय-समय पर शिवजी के निमित सवा किलो या सवा पांच किलो या 11 किलो या 21 किलो गेहूं या चावल का दान करें शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय काले तिल मिलाएं। इस उपाय से शनि दोष और रोग दूर होते हैं बीमारियों के कारण परेशानियां खत्म ही नहीं हो रही हैं तो पानी में दूध और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। ये उपाय रोज़ करें मनचाही गाडी चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ चमेली के फूल चढ़ाएं और शिव मंत्र (ॐ नमः शिवाय) का जप 108 बार रोज़ करें।11 बिल्वपत्रों पर चंदन से ॐ नमः शिवाय या श्रीराम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।शिवलिंग पर रोज़ धतूरा चढाने से घर और संतान से जुडी समस्याएं दूर होती हैं। ये उपाय संतान को सभी कार्यों में सफलता दिलवाता है।नियमित रूप से आंकड़े के फूलों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ातेलक्ष्मी की स्थायी कृपा पाना चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ चावल चढ़ाएं। चावल पूरे यानी अखंडित होने चाहिए महाशिवरात्रि के दिन शिव का अभिषेक करने के बाद जलढ़री का जल घर ले आएं. इसके बाद 'ॐ नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च'। यह मंत्र को बोलते हुए पूरे घर में इस पवित्र जल का छिड़काव करें। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाएगी और घर-परिवार में खुशहाली बनी रहेगी ,अगर बराबर घर में आपसी कलह-क्लेश, रोग या अन्य समस्याएं हैं तो उसे दूर करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रूद्राभिषेक करना शुभ होता है भले ही कोई व्यक्ति वर्ष भर में कोई व्रत नहीं रखता हो, लेकिन युगों युगों से यह मान्यता रही है कि फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर महाशिवरात्री के दिन जो भी भक्त सच्चे दिल से भगवान भोलेनाथ की आराधना हेतु उपवास रखता है तो उसे मात्र महाशिवरात्रि के व्रत रखने से वर्ष भर के सभी व्रतों का फल मिल जाता है। अतः भगवान शिव पर विश्वास रखने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस दिन उपवास कर भगवान भोलेनाथ का पूजन करता है ,इस दिन गरीबों, असहाय, दीन दुखियों को भोजन कराने वालों पर भगवान भोलेनाथ अत्यंत प्रसन्न होते हैं। माना जाता है ऐसा करने से घर में कभी भी भोजन की कमी नहीं रहती, और पितरों की भी आत्मा को सुकून मिलता है, जल में कुछ तिल डालकर शिवलिंग का जलाभिषेक करें और मन ही मन ॐ नमः शिवाय का उच्चारण करें इससे मन को असीम शांति मिलती है ,इस दिन माना जाता है घरों में आटे के 11 शिवलिंग बनाने चाहिए और उन 11 शिवलिंगों में जलाभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने पर घर में संतान प्राप्ति के योग में वृद्धि होती है ,शिवरात्रि के मौके पर भगवान शिव के वाहन नंदी बैल को हरा चारा खिलाने से घर में सुख शांति समृद्धि आती है। अतः आप शिवरात्रि के दिन ये उपाय भी अपना सकते हैं  मान्यता है इस दिन भगवान शिव को तिल और जौ जरूर अर्पित करने चाहिए। तिल से जहां कष्टों से मुक्ति मिलती है, वही जौ से घर में सुख समृद्धि आती है ,महाशिवरात्रि के मौके पर 101 बार शिवलिंग का जलाभिषेक करें। चाय के दौरान ॐ हौं जूं सः, ॐ भूर्भुवः स्वः जैसे मंत्रों का जाप करते रहें। ऐसा करने पर रोगी की बीमारी दूर होने में मदद मिलती है ,साथ ही इस दिन बिल्वपत्र यानी बेल की पत्तियों पर चंदन से ओम नमः शिवाय लिखकर भगवान शिव को अर्पित करने से भगवान बेहद प्रसन्न होते हैं। इससे आपकी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं ,अगर काफी कोशिशों के बावजूद भी विवाह के लिए सही वर या वधु नहीं मिल रहा है। तो इस बाधा को दूर करने हेतु आप शिवलिंग दूध में केसर डालकर भगवान शिव को अर्पित कर सकते हैं। ऐसा करने से जल्दी ही विवाह के योग बनते हैं  शिवरात्रि के मौके पर मछलियों को आटे की गोलियां खिलाना भी शुभ माना जाता है, इस प्रक्रिया के दौरान आप भगवान शिव का ध्यान करते हैं तो धन की प्राप्ति होने के अवसर बढ़ते हैं ,कर्ज मुक्ति मंत्र शिवजी के साथ देवराज इंद्र का पूजन करें।
रुद्र सूक्त का पाठ करें, तिल में घी, गुरूच, चावल, शक्कर मिलाकर शाम को हवन करें तिल मिश्रित खीर का भोग लगाकर भक्तों में बाटें, नमक, लोहा, तेल, उड़द, सोंठ, काली मिर्च, फल, सफेद चंदन का दान जरूर करें ,पान चढ़ाने से कर्ज से आपको मुक्ति जरूर मिलेगी, जल में इत्र मिलाकर भगवन शिव का अभिषेक करें,, केलाअनार अर्पित करें ,दही से भगवान शिव का अभिषेक करें, दही युक्त भोजन ग्रहण करें हो सके तो ब्राह्मण स्त्री को सुहाग सामग्री आप भेट भेंट करें,
शिवरात्रि के दिन सुबह के समय भगवान शिव को दूध मिश्री मिला जल अर्पित करें ,इसकी एक धारा लगातार शिवलिंग पर चढ़ाते रहें , उस समय नमः शिवाय या "शिव - शिव" का मन ही मन जाप करें ,शिव लिंग से स्पर्श कराके पांच-मुखी रुद्राक्ष कण्ठ में लाल धागे में धारण करें ,मिट्टी के दीए में गाय का घी भरकर उसमें कलावे की चार बाती लगाएं और उसमें कपूर रखकर जलाएं. उसके बाद भगवान शिव को जल में चावल दूध मिश्री आदि मिलाकर अर्पण करें ,मंदिर में ही "नमः शिवाय" का यथाशक्ति जाप करें ,शिवजी से अच्छे स्वास्थ्य तथा लम्बी आयु की प्रार्थना करें, शिवरात्रि के दिन चांदी के लोटे द्वारा जलधारा से भगवान शिव का अभिषेक करें ,उस समय मन ही मन "नमः शिवाय" कहते जाएं, भगवान शिव को सफेद फूल दोनों हाथों से अर्पण करते समय रोजगार प्राप्ति की प्रार्थना करें ,संध्याकाल को शिव मंदिर में 11 घी के दीपक जलाएं, पति पत्नी मिलकर शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर गाय का शुद्ध घी अर्पण करें ,फिर शुद्धजल की धारा अर्पित करें तथा संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें , यह प्रयोग पति पत्नी अलग अलग न करें एक साथ करें तो उत्तम होगा, 11 साबुत बेलपत्र पर  सफेद चंदन से राम राम लिखकर शिवलिंग पर अर्पण करें ,शीघ्र विवाह के लिए करें ये उपाय ,शिवरात्रि के दिन शाम 5 से 6 बजे के बीच पीले वस्त्र धारण करके शिव मंदिर जाएं ,शिवलिंग पर उतने बेलपत्र चन्दन लगाकरअर्पित करें जितनी आपकी उम्र है ,एक एक करके बेलपत्र  "नमः शिवाय" कहते हुये शिवलिंग पर उल्टा करके अर्पण करें ,वहीं पर गूगल की धूप जलाकर शिवलिंग को दिखाएं और शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें, सुखद दाम्पत्य जीवन का करें उपाय, पति पत्नी प्रदोष काल मे स्वच्छ वस्त्र पहनकर शिव मंदिर जाएं ,चांदी या स्टील के लोटे से एक साथ शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें उसके बाद गंगाजल अर्पण करें ,अर्पण करते समय "शिव - शिव" या नमः शिवाय कहते जाएं, इसके बाद शिवलिंग पर गुलाब के 27 फूल अपने दायें हाथ से अर्पित करें ,शुद्ध गाय के घी का दीया जलाएं और गुग्गल की धूप दिखाएं ,दोनों हाथ जोड़कर सुखद वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करें,  घर आते समय किसी जरूरतमंद महिला को फल खिलाएंवाहित स्त्रियों के पति की आयु बढ़ जाती है, महाशिवरात्रि के दिन स्नान आदि करके मां पार्वती के साथ भगवान शिव का पूजन करें। इसके बाद मां को श्रृंगार के सामान भेंट करें। ऐसा करने से विवाहित स्त्रियों के पतियों की लिए उम्र लंबी होती है।जिन व्यक्तियों की कुंडली में शनि दोष मौजूद होता है उन्हें महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को शमी के पत्र चढ़ाने की सलाह दी जाती है। ऐसा करने से शनि ग्रह शांत होता है और कुंडली में मौजूद शनि की साढ़ेसाती शनि की ढैया या कोई भी अशुभ योग का प्रभाव कम होने लगता है।आर्थिक संकट दूर करने के लिए ,लंबे समय से परिवार में आर्थिक परेशानियां झेल रहे हैं तो ‘ऊँ शं शिवाय शं ऊँ नमः’ मंत्र का कम से कम 21 बार जाप करें. आप चाहें तो पांच, सात, 11 या 21 51 108  मालाएं भी कर सकते हैं लेकिन जाप रुद्राक्ष की माला से ही करें ,इसके अलावा बेलफल से हवन करें, वैवाहिक जीवन मेंं खुशियां लाने के लिए
अगर आपके वैवाहिक जीवन में किसी तरह की परेशानी है तो महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करें और बेल के तने पर थोड़ा-सा घी चढ़ाएं. इसके अलावा ‘ऊँ शिवाय नमः ऊँ’ मंत्र का कम से कम 51 बार जाप करें ,बेहतर जीवनसाथी के लिए अगर आपको बेहतर जीवनसाथी की तलाश है तो महाशिवरात्रि से बेहतर कोई दिन नहीं. ये दिन माता पार्वती और शिवजी के मिलन का दिन है. इस दिन माता पार्वती और महादेव दोनों की विधि विधान से पूजा करें. माता के समक्ष नारियल भेंट करें. इसके बाद ‘निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाश वासं भजेऽहं’ मंत्र का 11 या 21 बार जाप करें और भगवान से बेहतर जीवनसाथी के लिए प्रार्थना करें ,विशेष कार्य सिद्धि के लिए ,अगर आप लंबे समय से किसी काम के लिए प्रयास कर रहे हैं और सफलता नहीं मिल पा रही है तो शिवरात्रि के पावन अवसर पर महादेव की विधिवत पूजा के साथ तिल से हवन करें और बेल के पेड़ का पूजन करें. ‘ऊँ शं शंकराय भवोद्भवाय शं ऊँ नमः’ मंत्र का जाप करें ,ऑफिस में बेहतर परफॉरमेंस के लिए अगर ऑफिस में मेहनत के बावजूद आपको परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं तो आप महाशिवरात्रि के दिन बालू, राख, गोबर, गुड़ और मक्खन मिलाकर एक छोटा-सा शिवलिंग बनाएं और इसका विधि विधान से पूजन करें. इस दौरान शिव जी के इस मंत्र का जाप करें- ‘नमामिशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपं’. पूजा के बाद सभी चीजों को उस दिन उसी स्थान पर रहने दें. अगले दिन नदी में प्रवाहित कर दें.शिवलिंग का 101 बार जलाभिषेक करें। साथ ही ॐ हौं जूं सः। ॐ भूर्भुवः स्वः। ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्। उर्व्वारुकमिव बन्धानान्मृत्यो मुक्षीय मामृतात्। ॐ स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं हौं ॐ। मंत्र का जप करते रहें। इससे बीमारी ठीक होने में लाभ मिलता है, शिवरात्रि के दिन आटे से 11 शिवलिंग बनाएं व 11 बार इनका जलाभिषेक करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।श, शिवरात्रि पर घर में पारद के शिवलिंग की स्थापना योग्य ब्राह्मण से सलाह कर स्थापना कर प्रतिदिन पूजन कर सकते हैं। इससे आमदनी बढ़ने के योग बनते हैं ,महाशिवरात्रि के दिन घर में स्फटिक का शिवलिंग लाकर स्थापित करें और नियमित इसकी पूजा करें तो घर से सारे नकारात्मक प्रभाव दूर जाएंगे। इससे धन और सुख में आने वाली बाधा दूर होगी ,वास्तुशास्त्र में स्फटिक शिवलिंग को वास्तुदोष से मुक्ति प्रदान करने वाला बताया गया है। जिस घर में यह शिवलिंग होता है उस घर में किसी प्रकार के वास्तुदोष का अशुभ प्रभाव नहीं होता है ,बुरी नजर से रक्षा करता है त्रिशूल - कहा जाता है शिव जी का त्रिशूल शांत मन प्रदान करता है और घर में त्रिशूल के रखने से परिवार को कभी किसी की नजर नहीं लगती। इसी के साथ घर में जन्मी नई संतान के को बुरी नजर से बचाने के लिए पवित्र शिवरात्रि के दिन उसके ग्ले में त्रिशूल बांध सकते हैं। कहते हैं ऐसा करने से बच्चे को किसी की बुरी नजर नहीं लगती ,डमरू से बढ़ती है एकाग्रता - डमरू को शास्त्रों में विशेष स्थान मिला है और वास्तु से लेकर ज्योतिष शास्त्र में इसे बहुत ही शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि डमरु को घर में रखने से किसी भी तरह की नेगेटिव एनर्जी घर में प्रवेश नहीं करती ,नाग करेगा मुश्किलें खत्म - जीवन में आ रहीं लगातार मुश्किलें हटानी है तो महाशिवरात्रि के दिन शिव जी के मंदिर जाकर गले में नाग वाला लॉकेट पहन लें। कहते हैं इस शुभ दिन घर पर भी पूजा भी करनी चाहिए ,बेलपत्र - आप सभी जानते ही होंगे भोलेनाथ की पूजा बेलपत्र के बिना अधूरी है। ऐसे में अगर घर में शिव का मंदिर बना हुआ है तो रोजाना उन्हें बेलपत्र चढ़ाने से घर में दरिद्रता नहीं आती है और मन शांत रहता है ,कच्चा दूध - कहते हैं शिवरात्रि के दिन अपने ग्ले में रुद्राक्ष धारण किया जाना चाहिए लेकिन उससे पहले उसे एक बार कच्चे दूध के साथ जरुर धो लें, इससे आपको बड़ा लाभ होगा ,शिवरात्रि पर रात में किसी शिव मंदिर में दीपक जलाएं, शिवपुराण के अनुसार कुबेर देव ने पूर्व जन्म में रात के समय शिवलिंग के पास रोशनी की थी। इसी वजह से अगले जन्म में वे देवताओं के कोषाध्यक्ष बने ,महाशिवरात्रि पर छोटा सा पारद (पारा) शिवलिंग लेकर आएं और घर के मंदिर में इसे स्थापित करें। शिवरात्रि से शुरू करके रोज़ इसकी पूजा करें। इस उपाय से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है ,हनुमानजी भगववान शिव के ही अंशावतार माने गए हैं। शिवरात्रि पर हनुमान चालीस का पाठ करने से हनुमानजी और शिवजी की प्रसन्नता प्राप्त होती हैं। इनकी कृपा से भक्त की सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं ,किसी सुहागिन को सुहाग का सामान उपहार में दें। जो लोग यह उपाय करते हैं, उनके वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर हो सकती हैं ,सुहाग का सामान जैसे- लाल साडी, लाल चूड़ियां, कुमकुम आदि ,शिवरात्रि पर किसी बिल्व वृक्ष के नीचे खड़े होकर खीर और घी का दान करते हैं, उन्हें महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे लोग जीवनभर सुख-सुविधाएं प्राप्त करते हैं और कार्यों में सफल होते हैं ,महाशिवरात्रि पर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज और धन का दान करें। शास्त्रों में बताया गया है कि गरीबों को दान करने से पुराने सभी पापो का असर खत्म हो सकता है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है ,जल दुध पंचामृत चढ़ाते समय शिवलिंग को हथेलियों से रगड़ना चाहिए। इस उपाय से किसी की भी किस्मत बदल सकती हैं ,जल में केसर मिलाएं और ये जल शिवलिंग पर चढ़ाएं। इस उपाय से विवाह और वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याएं खत्म होती हैं ,यदि आप लंबी उम्र चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ दूर्वा चढ़ाएं। इससे शिवजी और गणेशजी की कृपा से सुख-समृद्धि भी बढ़ती हैं ,चावल पकाएं और उन चावलों से शिवलिंग का श्रृंगार करें। इसके बाद पूजा करें। इससे मंगलदोष शांत होते हैं ,समय-समय पर शिवजी के निमित सवा किलो या सवा पांच किलो या 11 किलो या 21 किलो गेहूं या चावल का दान करें ,शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय काले तिल मिलाएं। इस उपाय से शनि दोष और रोग दूर होते है ,बीमारियों के कारण परेशानियां खत्म ही नहीं हो रही हैं तो पानी में दूध और काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। ये उपाय रोज़ करें ,मनचाही गाडी चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ चमेली के फूल चढ़ाएं और शिव मंत्र (ॐ नमः शिवाय) का जप 108 बार रोज़ करें।11 बिल्वपत्रों पर चंदन से ॐ नमः शिवाय या श्रीराम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं ,शिवलिंग पर रोज़ धतूरा चढाने से घर और संतान से जुडी समस्याएं दूर होती हैं। ये उपाय संतान को सभी कार्यों में सफलता दिलवाता है।नियमित रूप से आंकड़े के फूलों की माला बनाकर शिवलिंग पर चढ़ातेलक्ष्मी की स्थायी कृपा पाना चाहते हैं तो शिवलिंग पर रोज़ चावल चढ़ाएं। चावल पूरे यानी अखंडित होने चाहिए ,महाशिवरात्रि के दिन शिव का अभिषेक करने के बाद जलढ़री का जल घर ले आएं. इसके बाद 'ॐ नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च'। यह मंत्र को बोलते हुए पूरे घर में इस पवित्र जल का छिड़काव करें। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाएगी और घर-परिवार में खुशहाली बनी रहेगी ,अगर बराबर घर में आपसी कलह-क्लेश, रोग या अन्य समस्याएं हैं तो उसे दूर करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रूद्राभिषेक करना शुभ होता है ,भले ही कोई व्यक्ति वर्ष भर में कोई व्रत नहीं रखता हो, लेकिन युगों युगों से यह मान्यता रही है कि फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर महाशिवरात्री के दिन जो भी भक्त सच्चे दिल से भगवान भोलेनाथ की आराधना हेतु उपवास रखता है तो उसे मात्र महाशिवरात्रि के व्रत रखने से वर्ष भर के सभी व्रतों का फल मिल जाता है। अतः भगवान शिव पर विश्वास रखने वाला प्रत्येक व्यक्ति इस दिन उपवास कर भगवान भोलेनाथ का पूजन करता है ,इस दिन गरीबों, असहाय, दीन दुखियों को भोजन कराने वालों पर भगवान भोलेनाथ अत्यंत प्रसन्न होते हैं। माना जाता है ऐसा करने से घर में कभी भी भोजन की कमी नहीं रहती, और पितरों की भी आत्मा को सुकून मिलता है,  जल में कुछ तिल डालकर शिवलिंग का जलाभिषेक करें और मन ही मन ॐ नमः शिवाय का उच्चारण करें इससे मन को असीम शांति मिलती है ,इस दिन माना जाता है घरों में आटे के 11 शिवलिंग बनाने चाहिए और उन 11 शिवलिंगों में जलाभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने पर घर में संतान प्राप्ति के योग में वृद्धि होती है ,शिवरात्रि के मौके पर भगवान शिव के वाहन नंदी बैल को हरा चारा खिलाने से घर में सुख शांति समृद्धि आती है। अतः आप शिवरात्रि के दिन ये उपाय भी अपना सकते हैं, मान्यता है इस दिन भगवान शिव को तिल और जौ जरूर अर्पित करने चाहिए। तिल से जहां कष्टों से मुक्ति मिलती है, वही जौ से घर में सुख समृद्धि आती है, महाशिवरात्रि के मौके पर 101 बार शिवलिंग का जलाभिषेक करें। चाय के दौरान ॐ हौं जूं सः, ॐ भूर्भुवः स्वः जैसे मंत्रों का जाप करते रहें। ऐसा करने पर रोगी की बीमारी दूर होने में मदद मिलती है ,साथ ही इस दिन बिल्वपत्र यानी बेल की पत्तियों पर चंदन से ओम नमः शिवाय लिखकर भगवान शिव को अर्पित करने से भगवान बेहद प्रसन्न होते हैं। इससे आपकी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं ,अगर काफी कोशिशों के बावजूद भी विवाह के लिए सही वर या वधु नहीं मिल रहा है। तो इस बाधा को दूर करने हेतु आप शिवलिंग दूध में केसर डालकर भगवान शिव को अर्पित कर सकते हैं। ऐसा करने से जल्दी ही विवाह के योग बनते हैं, शिवरात्रि के मौके पर मछलियों को आटे की गोलियां खिलाना भी शुभ माना जाता है, इस प्रक्रिया के दौरान आप भगवान शिव का ध्यान करते हैं तो धन की प्राप्ति होने के अवसर बढ़ते हैं ,कर्ज मुक्ति मंत्र
शिवजी के साथ देवराज इंद्र का पूजन करें ,रुद्र सूक्त का पाठ करें तिल में घी, गुरूच, चावल, शक्कर मिलाकर शाम को हवन करें ,तिल मिश्रित खीर का भोग लगाकर भक्तों में बाटें।
नमक, लोहा, तेल, उड़द, सोंठ, काली मिर्च, फल, सफेद चंदन का दान जरूर करें ,पान चढ़ाने से कर्ज से आपको मुक्ति जरूर मिलेगी ,जल में इत्र मिलाकर भगवन शिव का अभिषेक करें, केला, अनार अर्पित करें ,दही से भगवान शिव का अभिषेक करें, दही युक्त भोजन ग्रहण करें ,हो सके तो ब्राह्मण स्त्री को सुहाग सामग्री आप भेट भेंट करें,शिवरात्रि के दिन सुबह के समय भगवान शिव को दूध मिश्री मिला जल अर्पित करें ,इसकी एक धारा लगातार शिवलिंग पर चढ़ाते रहें ,उस समय नमः शिवाय या "शिव - शिव" का मन ही मन जाप करें ,शिव लिंग से स्पर्श कराके पांच-मुखी रुद्राक्ष कण्ठ में लाल धागे में धारण करें ,मिट्टी के दीए में गाय का घी भरकर उसमें कलावे की चार बाती लगाएं और उसमें कपूर रखकर जलाएं. उसके बाद भगवान शिव को जल में चावल दूध मिश्री आदि मिलाकर अर्पण करें , शिवमंदिर में ही "नमः शिवाय" का यथाशक्ति जाप करें ,शिवजी से अच्छे स्वास्थ्य तथा लम्बी आयु की प्रार्थना करे ,शिवरात्रि के दिन चांदी के लोटे द्वारा जलधारा से भगवान शिव का अभिषेक करें ,उस समय मन ही मन "नमः शिवाय" कहते जाएं ,भगवान शिव को सफेद फूल दोनों हाथों से अर्पण करते समय रोजगार प्राप्ति की प्रार्थना करें ,संध्याकाल को शिव मंदिर में 11 घी के दीपक जलाएं.
पति पत्नी मिलकर शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर गाय का शुद्ध घी अर्पण करें ,फिर शुद्धजल की धारा अर्पित करें तथा संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें ,यह प्रयोग पति पत्नी अलग अलग न करें एक साथ करें तो उत्तम होगा ,11 साबुत बेलपत्र पर सफेद चंदन से राम राम लिखकर शिवलिंग पर अर्पण करें.
शीघ्र विवाह के लिए करें ये उपाय ,शिवरात्रि के दिन शाम 5 से 6 बजे के बीच पीले वस्त्र धारण करके शिव मंदिर जाएं ,शिवलिंग पर उतने बेलपत्र चन्दन लगाकरअर्पित करें जितनी आपकी उम्र है, एक एक करके बेलपत्र "नमः शिवाय" कहते हुये शिवलिंग पर उल्टा करके अर्पण करें ,वहीं पर गूगल की धूप जलाकर शिवलिंग को दिखाएं और शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें ,सुखद दाम्पत्य जीवन का करें उपाय ,पति पत्नी प्रदोष काल मे स्वच्छ वस्त्र पहनकर शिव मंदिर जाएं चांदी या स्टील के लोटे से एक साथ शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें उसके बाद गंगाजल अर्पण करें ,अर्पण करते समय "शिव - शिव" या नमः शिवाय कहते जाएं ,इसके बाद शिवलिंग पर गुलाब के 27 फूल अपने दायें हाथ से अर्पित करें ,शुद्ध गाय के घी का दीया जलाएं और गुग्गल की धूप दिखाएं ,दोनों हाथ जोड़कर सुखद वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करें ,घर आते समय किसी जरूरतमंद महिला या बच्चियों को फल खिलाएं इसके साथ ही मित्रों शिवलिंगी और मैन फल चढाने से भी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं कुछ उपाय इसमें दो या तीन बार है जरा ध्यान रखें,और हां अभी अंतिम भाग बाकी है नादान बालक की कलम से यह भाग यही तक धन्यवाद आप सभी का जय मां बाबा की ,,
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹

महाशिवरात्रि के उपाय भाग 4

महाशिवरात्रि पर उपाय भाग 4 

 मित्रों जैसा आप सभी देख रहे की ये सभी उपाय हर साल वापस रिपीट होते ही होते हैं लेकिन हम भी हर साल आपको याद दिला ही देते हैं हमारी सारी जानकारी आमजन के लिए है ताकि वो ये सब करके अपनी समस्याओं से निजात पा सके बाकी सभी का अपना अपना महत्व है ,
मित्रों कहा जाता है कि भगवान शिव मां पार्वती, बेटे भगवान गणेश जीऔर भगवान कार्तिकेय जीकी तस्वीर लगाने से घर के बच्चे आज्ञाकारी होते हैं, भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का निरंतर जाप करने से सभी मनोरथ की प्राप्ति होती है जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिएजो लोग स्वयं का घर बनाने की इच्छा रखते है उन्हे अपनी इच्छा पूर्ति के लिए शिव रुद्राभिषेक - शहद से करना चाहिए और मित्रों हमने जैसा पहले की पोस्ट में बताया था किजो लोग अनावश्यक शत्रु पीड़ा से परेशान है उन्हे श्याम शिवलिंग का सरसो के तेल से रुद्राभिषेक करना चाहिए किसी आचार्य या ज्योतिषाचार्य और किसी तंत्र जानकर के अनुसार सरसों के तेल का रुद्राभिषेक होता है बाबा हनुमानजी का भी सरसों तेल से रुद्राभिषेक होता है पर आप ये किसी जानकार के सानिध्ये में करे तो उचित है अथवा परामर्श जरुर लें ,संतान प्राप्ति के लिए मक्खन के शिवलिंग बनाकर गंगाजल से रुद्राभिषेक करे ,परीक्षा मे सफलता प्राप्ति हेतु दूध , भांग मिलाकर शिवजी का पूजन करे और मित्रोंजो लोग किसी बीमारी से .परेशान है वे शिवजी का गाय के घी से भगवान शिव का अभिषेक करे और हांव्यापार मे तरक्की के लिए स्फटिक से बने शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करे ,सभी प्रकार के सुखो की प्राप्ति हेतु पारे के बने शिवलिंग का नित्य पूजन करे पारे के शिवलिंग के यानि पारद शिवलिंग के लिए आठ संस्कार सहित के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं ,और जो लोग आर्थिक तंगी से परेशान है वे लोग शिव दरिद्रदहन स्त्रोत का नियमित रूप से पाठ करे और जो लोग शनि, राहु , केतु की महादशा से परेशान है वे लोग भगवान शिव का अभिषेक पानी मे काले तिल मिलकर करे और मित्रों जो पुत्र प्राप्ति के लिए नियमित रूप से सोमवार का व्रत रखे साथ ही शिलिंग का पंचामृत से अभिषेक करे और हांअगर आपके जीवन मे अकारण ही परेशानिया आ रही है तो भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का जप करना परम फलदायी है ,भगवान शिव को चंदन का इत्र अर्पित करने से अखंड वेभव की प्राप्ति होती है मित्रों अगर आप मानसिक परेशानियो से परेशान है तो भगवान शिव का अभिषेक दूध मे शक्कर मिलाकर करे मित्रो भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए नियमित रूप से संध्या के समय रावण द्वारा रचित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करे और सभी कर्मों में ॐ नमो शिवाय का जाप भी करते जाये तो उचित समय पर आपकी सभी समस्या का समाधान भी होगा आगे और भी है पर विश्वास और श्रद्धा आपकी होनी चाहिए, नादान बालक की कलम से आज बस इतना ही बाकी फिर कभी  मित्रों महाशिवरात्रिपर अगर आप विधिवत पूजा या जप करें तो भगवान शिव की कृपा धन पर भी होती है। घर की सुख शांति के लिए सवा किलो जौ की पोटली लीजिए फिर उसे शिवलिंग पर अर्पित करके तिजोरी में रख दीजिए। यह उपाय धन वृद्धि के लिए बहुत लाभदायक माना गया है मित्रों महाशिवरात्रि पर जागरण करना अत्यंत लाभदायक कहा जाता है मित्रों इस दिन शिवमंत्रों का जाप करने से सोया हुआ भाग्य भी जग जाता है ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है और घर में सुख शांति रहती है इस दिन शिवभक्त रात्रि जागरण कर भगवान शंकर की पूजा और जाप करते है और महाशिवरात्रि के दिन, दिन में सोना नहीं चाहिए ,महाशिवरात्रि पर कालसर्प दोष दूर करने के लिए घर के मुख्य दरवाजे को हल्दी के पानी से धोना चाहिए हल्दी के पानी से धोने के बाद स्वास्तिक बनाना चाहिए और ईशान कोण में दीप जलाकर भगवान शिव की भक्ति करना चाहिए, मित्रों ये पोस्ट काफी लम्बी होने वाली है , मित्रोंघर में सुख-शांति के लिए शिवलिंग पर अभिषेक करने के उपरान्त जलहरी के जल को घर लाकर उससे 'ॐ नमः शिवाय करालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नमः शिवाय ' ये मंत्र जपते हुए पूरे भवन में छिड़काव करना चाहिए. घर में कलेश, रोग, और परेशानियों को दूर करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व या ब्रह्म स्थान में रुद्राभिषेक करना शुभ माना जाता है. और मित्रों अगर घर में वास्तु दोष है तो उसको दूर करने के लिए घर की पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में बिल्व का पेड़ लगाएं और उसे जल दें साथ ही शाम के समय इसके नीचे घी का दीपक जलाएं. अगर घर के कलेश दूर करने है तो इसके लिए भगवान शिव मां पार्वती, बेटे गणेश और कार्तिकेय की तस्वीर लगाएं. इससे घर के बच्चे आज्ञाकारी होते हैं. जैसा हमने ऊपर बताया है मित्रों महाशिवरात्री के दिन कुंवारी कन्याओं को सुबह स्नान आदि के बाद मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करने की सलाह दी जाती है ,इस दिन मां गौरी की पूजा भी अवश्य करें ऐसा करने से आपका विवाह आपके मनचाहे साथी के साथ और शीघ्र होता है मित्रों शिवरात्रि के दिन सही विधि विधान से पूजा की जाए तो विघर में सुख-शांति के लिए शिवलिंग पर अभिषेक करने के उपरान्त जलहरी के जल को घर लाकर उससे 'ॐ नमः शिवाय करालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नमः शिवाय ' ये मंत्र जपते हुए पूरे भवन में छिड़काव करना चाहिए. घर में कलेश, रोग, और परेशानियों को दूर करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व या ब्रह्म स्थान में रुद्राभिषेक करना शुभ माना जाता है ,घर में वास्तु दोष को दूर करने के लिए घर की पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में बिल्व का पेड़ लगाएं और उसे जल दें साथ ही शाम के समय इसके नीचे घी का दीपक जलाएं ,घर के कलेश दूर करने के लिए भगवान शिव मां पार्वती, बेटे गणेश और कार्तिकेय की तस्वीर लगाएं. इससे घर के बच्चे आज्ञाकारी होते हैं, शिवरात्रि के दिन कुंवारी कन्याओं को सुबह स्नान आदि के बाद मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करने की सलाह दी जाती है इस दिन मां गौरी की पूजा भी अवश्य करें ऐसा करने से आपका विवाह आपके मनचाहे साथी के साथ और शीघ्र होता है, शिवरात्रि के दिन ही सही विधि विधान से पूजा की जाए तो विवाहित स्त्रियों के पति की आयु बढ़ जाती है महाशिवरात्रि के दिन स्नान आदि करके मां पार्वती के साथ भगवान शिव का पूजन करें इसके बाद मां को श्रृंगार के सामान भेंट करें ऐसा करने से विवाहित स्त्रियों के पतियों की लिए उम्र लंबी होती है जिन व्यक्तियों की कुंडली में शनि दोष मौजूद होता है उन्हें महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को शमी के पत्र चढ़ाने की सलाह दी जाती है ऐसा करने से शनि ग्रह शांत होता है और कुंडली में मौजूद शनि की साढ़ेसाती शनि की ढैया या कोई भी अशुभ योग का प्रभाव कम होने लगता है आर्थिक संकट दूर करने के लिए , मित्रों लंबे समय से परिवार में आर्थिक परेशानियां झेल रहे हैं तो ‘ऊँ शं शिवाय शं ऊँ नमः’ मंत्र का कम से कम 21 बार जाप करें. आप चाहें तो पांच, सात, 11 या 21  51, 108 मालाएं भी कर सकते हैं. लेकिन जाप रुद्राक्ष की माला से ही करें. इसके अलावा बेलफल  से हवन करें, मित्रों उपाय कई है अगर वैवाहिक जीवन मेंं खुशियां लाना है तो आपके वैवाहिक जीवन में किसी तरह की परेशानी है तो महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करें और बेल के तने पर थोड़ा-सा घी चढ़ाएं. इसके अलावा ‘ऊँ शिवाय नमः ऊँ’ मंत्र का कम से कम 51 ,108 बार जाप करें, आपको बेहतर जीवनसाथी की तलाश है तो महाशिवरात्रि से बेहतर कोई दिन नहीं. ये दिन माता पार्वती और शिवजी के मिलन का दिन है. इस दिन माता पार्वती और महादेव दोनों की विधि विधान से पूजा करें. माता के समक्ष नारियल भेंट करें. इसके बाद ‘निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाश वासं भजेऽहं’ मंत्र का 11, 21 ,51, 108 बार जाप करें और भगवान से बेहतर जीवनसाथी के लिए प्रार्थना करें, मित्रों अगर आप लंबे समय से किसी काम के लिए प्रयास कर रहे हैं और सफलता नहीं मिल पा रही है तो शिवरात्रि के पावन अवसर पर महादेव की विधिवत पूजा के साथ तिल से हवन करें और बेल के पेड़ का पूजन करें. ‘ऊँ शं शंकराय भवोद्भवाय शं ऊँ नमः’ मंत्र का जाप करें , और मित्रों ऑफिस में मेहनत के बावजूद आपको परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं तो आप महाशिवरात्रि के दिन बालू, राख, गोबर, गुड़ और मक्खन मिलाकर एक छोटा-सा शिवलिंग बनाएं और इसका विधि विधान से पूजन करें. इस दौरान शिव जी के इस मंत्र का जाप करें- ‘नमामिशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपं’. पूजा के बाद सभी चीजों को उस दिन उसी स्थान पर रहने दें. अगले दिन नदी में प्रवाहित कर दें.शिवलिंग का 101 बार जलाभिषेक करें। साथ ही ॐ हौं जूं सः। ॐ भूर्भुवः स्वः। ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्। उर्व्वारुकमिव बन्धानान्मृत्यो मुक्षीय मामृतात्। ॐ स्वः भुवः भूः ॐ। सः जूं हौं ॐ। मंत्र का जप करते रहें। इससे बीमारी ठीक होने में लाभ मिलता है, मित्रों आगे और भी है क्षमा चाहते हैं नादान बालक की कलम से अभी बस इतना ही बाकी अगले भाग में धन्यवाद मित्रों अच्छा लगे तो शेयर करें और जानकारी सभी आमजन तक पहुंचाएं 
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹

महाशिवरात्रि के उपाय भाग 3

महाशिवरात्रि के उपाय भाग 3


मित्रों जैसा की आप देख ही रहे कि पोस्ट कितनी लम्बी होती जा रही है पर आप सभी का साथ बना रहे मित्रों शिवरात्रि को अपनी सामर्थ्यानुसार दान अवश्य ही करना चाहिए इस दिन किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को चावल, चीनी, घी, तिल, सफ़ेद वस्त्र और धन का दान करें शास्त्रों महाशिवपुराण के अनुसार इस दिन दान करने से सभी जन्मो के पाप नष्ट होते हैं, पितरों का उद्दार होता है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन अनाज के दान से सुख समृद्धि, चीनी और घी के दान से मान सम्मान, ऐश्वर्य और पारिवारिक सुख, तिल के दान से आरोग्य , दीर्घायु एवं धन के दान से आकस्मिक आपदाओं से भी रक्षा होती है  यदि आप काल सर्पदोष  से पीड़ित है तो वो इंसान अपने जीवन में किसी न किसी परेशानी से जूझता रहता है प्रश्न रखता है कि अधिक मेहनत करने के बाद भी फल नहीं मिलता तो महाशिवरात्रि के दिन आप सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कार्य से निर्वतृ होकर अपना नित्य कर्म करके किसी सार्वजनिक मंदिर बाबा भोलेनाथ के मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा के सामने महामृत्युंजय मंत्र के साथ एक  एक बिल्वपत्र भगवान शिव को चढ़ाते रहें हो सके तो मित्रो इसको किसी मूर्ति की एकांत के समय पंचामृत के साथ करें ताकि आपका उस पर अभिषेक हो जाए और आनन्द आ जाये नादान बालक की कलम से अभी बस इतना ही बाकी अगले भाग में,और मित्रों यहां आपको अगर समय ना मिले तो सावन भी नजदीक है अगर दोनों क्रिया कर ले तो‌ आपको जिंदगी में कभी अकाल मृत्यु या कालसर्प दोष का भय नहीं रहेगा मित्रों सावन के सोमवार नाग पंचमी  के दिन शिव मंदिर में शिवलिंग पर चांदी ,या ताम्बे के नाग को चढ़ा कर उसकी पूजा करें, पितरों का स्मरण करें तथा भगवान भोलेनाथ से अपने ऊपर काल सर्पदोष से मुक्ति की प्रार्थना करते हुए श्रध्दापूर्वक बहते पानी में नागदेवता का विसर्जन करें इससे काल सर्पदोष से छुटकारा मिलता है और मित्रों पुरे सावन महीने में दुध और पानी से अभिषेक करते रहे ये शिवरात्रि से प्रारंभ करे ताकि भविष्य में कोई दिक्कत नहीं आये मित्रों अपने मन की किसी विशेष मनोकामना की पूर्ति हेतु महाशिवरात्रि के दिन से 21 बिल्वपत्रों पर सफ़ेद या पीले चंदन से ऊँ नम: शिवाय  या श्री राम या शिव रामेश्वर लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं एवं भगवान भोलेनाथ को एकमुखी रुद्राक्ष अर्पण करें ,(काजू दाना रूद्राक्ष) इससे जीवन में सुख और सफलता मिलती है सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है ये कार्य आप महाशिवरात्रि से शुरू करके प्रत्येक सोमवार सावन महीने तक करें अति फलदाई है और मित्रों यदि आप मुक़दमे, कोर्ट कचहरी, शत्रुओं से परेशान है तो शिवरात्रि से सावन के सोमवार तक अधिक रुद्राष्टक का पाठ करें  शास्त्रों के अनुसार सावन के सोमवार महाशिव रात्रि को रूद्राष्टक का पाठ करने से वाद विवाद, मुक़दमे में विजय मिलती है शत्रु परास्त होते है उनसे छुटकारा मिलता है मित्रों दाम्पत्य जीवन में प्रेम और सहयोग बनाये रखने के लिए महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के दिन भगवन शिव की पूजा आराधना करने के बाद किसी सुहागिन को सुहाग का सामान जैसे लाल साड़ी, लाल चूडिय़ां, लाल बिंदियाँ आदि उपहार में दे इस उपाय को करने से भगवान शिव और माँ गौरा की कृपा से दाम्पत्य जीवन लम्बा और सुखमय होता है  मित्रों अगर घर का कोई सदस्य बीमार हो तो महाशिवरात्रि और सावन के प्रत्येक सोमवार भगवान शिव की पूर्ण विधि विधान से पूजा करने के बाद महा मृत्युंजय के मन्त्र की 11 माला का जाप करें फिर प्रतिदिन एक माला अवश्य ही जपें  यदि संभव हो सके तो उस दिन शिवमंदिर में ही मृत्युंजय मन्त्र की माला जपे । इससे रोग दूर होकर आरोग्य एवं दीर्घ आयु प्राप्त होती है भगवान शिव को बिल्व पत्र अत्यंत प्रिय है , शिवपुराण अनुसार महाशिवरात्रि और सावन के सोमवार के दिन बिल्व पत्र के वृक्ष की पूजा-अर्चना कर उन्हें जल चढ़ाकर वहाँ पर धूप अगरबत्ती अवश्य ही चढ़ाना चाहिए इससे मनावांछित इच्छाएँ पूर्ण होती है और मित्रों महाशिवरात्रि की और भगवान शिव से जुड़ी हुई कई कहानियां किस्से मशहूर है इस दिन भगवान शिव की और मां पार्वती की पूजा होती और मनचाहा वरदान मिलता है क्योंकि महाशिवरात्रि मां बाबा की विवाह की साक्षी है इसलिए मित्रों आप महाशिवरात्रि के दिन कुछ उपायों को करके आप अपनी जिंदगी में खुशियां ला सकते हैं महाशिवरात्रि के दिन एक लोटा लेकर शिवलिंग पर चढ़ाने से बाबा भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और महाशिवरात्रि के दिन अनुसार पूजा विधि मुहूर्त अनुसार करने से भी बाबा महाकाल प्रसन्न होते हैं उसी लोग की प्राप्ति होती है और शिवरात्रि पर ही महाशिवपुराण का अखंड पाठ करने से श्री की प्राप्ति भी होती है शिवरात्रि पर पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर ओम नमः शिवाय का मंत्र जाप करते हुए जल चढ़ाने से भी मन को शांति मिलती है और उसी दिन से 11 शिवलिंग मिट्टी से आटे से बनाकर 11 बार पंचामृत से अभिषेक करने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं शिवरात्रि के दिन शिव पार्वती और केसर युक्त दूध शिवलिंग पर चढ़ाने से जल्द ही विवाह के योग बनते हैं क्योंकि महाशिवरात्रि का पर्व ही बाबा महाकाल और मां पार्वती के विवाह का साक्षी है अगर किसी को नौकरी में दिक्कत है तो शिवरात्रि के दिन पर चंदन से ओम नमः शिवाय लिखकर चढ़ाएं जल्दी ही नौकरी मिलती है या योग बन जाते शत्रुओं से मुक्ति के लिए इस दिन नंदी महाराज को हरा चारा खिलाएं इससे नौकरी के योग भी बनते हैं अगर जीवन पर्यंत करते रहे तो आपके कहीं कष्टों का हनन होता है इस दिन आप मछलियों को 108 108 के मात्रा में आटे की गोलियां बना लें और हम नमः शिवाय का मंत्र जाप करते रहे और उनको खिलाते रहे और महाशिवरात्रि पर कृपा पाने के लिए प्राप्त होता है मित्रों शेष अगले भाग में दिया जायेगा धन्यवाद नादान बालक की कलम से अभी बस इतना ही बाकी अगली पोस्ट में इंतजार करे और पोस्ट और ब्लॉग अच्छा लगे तो शेयर करें,,

जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹 


 

क्या उपाय करें क्या ना करे भाग 2

मित्रों क्या करे क्या ना करें भाग 2 

महाशिवरात्रि की उपाय और सावधानियों भाग 1

सभी मित्रों को जय मां बाबा की आज महाशिवरात्रि के जितने भी उपाय या सावधानियों चाहे एक भाग में लिखी जाये या दो भाग में उनको सरल वर्णन हम यहां कर रहे हैं आप सभी से

Wednesday, February 23, 2022

जानये शिवरात्रि कब है और क्या है शुभ मुहूर्त

जय मां जय महाकाल सभी मित्रों को 

मित्रों जैसा कि आप सभी जानते हैं आने वाली 1 फरवरी को महाशिवरात्रि है जिसके बारे में हम आपको यह बताने जा रहे हैं पोस्ट बहुत लंबी होने वाली है दो या तीन भागों में इसमें आपको सारे टोटके सरल उपाय दिये जाएंगे सारे उपाय महाशिवपुराण और अन्य सभी ग्रंथों से लिए गए हैं हमारे द्वारा पहले दिन को दिए गए थे सत प्रतिशत सफल रहे हैं बाकी मित्रों बाबा भोलेनाथ तो भोले बाबा है एक बात हमेशा हमेशा ध्यान रखें जितनी आपकी श्रद्धा है या जितनी आपकी शक्ति है इतना ही आपकी ना पूजा कर्म करें भोले बाबा कभी यह नहीं कहते कि तुम कर्जा लेकर मेरी पूजा करो तुम्हारे पास जितना है उतना करो दूध नहीं है दही नहीं है पंचामृत नहीं है कोई दिक्कत नहीं आपके इससे उनका भी अभिषेक करो इस पहली पोस्ट में जितना हो सके हैं देने की कोशिश करेंगे अगर इस पोस्ट में पूरी पोस्ट नहीं आई तुम अगला भाग लेकर आएंगे तो मित्रों आइए पहले जानते हैं नादान बालक की कलम से अभी बस इतना ही बाकी अगली पोस्ट में सभी पोस्टर पूरी देखें तभी आपकी समझ में आएगा कि हम कहना क्या चाहते हैं मां बाबा आपको सफलता दे जो करें पूर्ण विश्वास पूर्ण श्रद्धा सहित करें हमेशा ध्यान रखें मंत्रों से ज्यादा प्रिया फलीभूत होती है
   मुहूर्त
जैसा कि आप सभी जानते हो 

देवो के देव महादेव की उपासना का पर्व महाशिवरात्रि 2022 (Mahashivratri 2022) 
सनातन धार्मिक परंपराओं में काफी महत्व रखता है। इस दिन महादेव की पूजा अर्चना की जाती है और कैलाशपति भोले भंडारी को प्रसन्न करने के लिए उनके अनन्य भक्त कई तरह के उपाय करते हैं सनातनी हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि (mahashivratri 2022) का यह पवित्र त्योहार मनाया जाता है। हालांकि, दक्षिण भारतीय पंचांग (अमावस्यान्त पंचांग) में यह तिथि माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ती है। अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से यह दोनों ही तिथि एक ही दिन पड़ती है। इस दिन महादेव यानी भगवान शिव की पूजा वैदिक रिति रिवाजों और पूरे विधि-विधान से करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है, ऐसा माना जाता है।

कब है महाशिवरात्रि 2022 (mahashivratri 2022 kab hai)
महा शिवरात्रि पर्व तिथि – 1 मार्च 2022, दिन- मंगलवार
निशिता काल पूजा समय – 2 मार्च 12:14 AM से 02 मार्च 01:00 AM तक
निशिता काल पूजा अवधि – 46 मिनट्स
महाशिवरात्रि पारण समय – 02 मार्च को 06:48 AM

रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – 1 मार्च, 06:30 PM से 09:34 PM
रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – 1 मार्च 09:34 PM से 02 मार्च 12:39 AM
रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – 2 मार्च 12:39 AM से 03:43 AM
रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – 2 मार्च 03:43 AM से 06:48 AM

चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ – 01 मार्च 2022 को 03:16 AM से
चतुर्दशी तिथि समाप्त – 02 मार्च 2022 को 01:00 AM तक
मित्रों अभी जैसे जानते हैं कि महाशिवरात्रि 1 मार्च को है और महाशिवरात्रि की और भगवान शिव से जुड़ी हुई कई कहानियां किस्से मशहूर है इस दिन भगवान शिव की और मां पार्वती की पूजा होती और मनचाहा वरदान मिलता है आप महाशिवरात्रि के दिन कुछ उपायों को करके आप अपनी जिंदगी में खुशियां ला सकते हैं महाशिवरात्रि के दिन एक लोटा लेकर शिवलिंग पर चढ़ाने से बाबा भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और महाशिवरात्रि के दिन अनुसार पूजा विधि मुहूर्त अनुसार करने से भी बाबा महाकाल प्रसन्न होते हैं उसी लोग की प्राप्ति होती है और शिवरात्रि पर ही महाशिवपुराण का अखंड पाठ करने से श्री की प्राप्ति भी होती है शिवरात्रि पर पानी में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर ओम नमः शिवाय का मंत्र जाप करते हुए जल चढ़ाने से भी मन को शांति मिलती है और उसी दिन से 11 आटे के शिवलिंग बनाकर  11 बार पंचामृत से अभिषेक करने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं शिवरात्रि के दिन शिव पार्वती और केसर युक्त दूध शिवलिंग पर चढ़ाने से जल्द ही विवाह के योग बनते हैं क्योंकि महाशिवरात्रि का पर्व ही बाबा महाकाल और मां पार्वती के विवाह का साक्षी है अगर किसी को नौकरी नहीं है तो शिवरात्रि के दिन पर चंदन से ओम नमः शिवाय लिखकर चढ़ाएं जल्दी ही नौकरी मिलती है योग बन जाते शत्रुओं से मुक्ति के लिए इस दिन नंदी महाराज को हरा चारा खिलाएं इससे नौकरी के योग भी बनते हैं अगर जीवन पर्यंत करते रहे तो आपके कहीं कष्टों का हनन होता है इस दिन आप मछलियों को 108की मात्रा में आटे की गोलियां बना लें और हम नमः शिवाय का मंत्र जाप करते रहे और उनको खिलाते रहे और महाशिवरात्रि पर बाबा भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होता है नादान बालक की कलम से अभी बस इतना ही बाकी अगली पोस्ट में ,
जय मां जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🌹🌹

आइये जानते हैं कब है धनतेरस ओर दिपावली पूजा विधि विधान साधना???

* धनतेरस ओर दिपावली पूजा विधि*  *29 और 31 तारीख 2024*  *धनतेरस ओर दिपावली पूजा और अनुष्ठान की विधि* *धनतेरस महोत्सव* *(अध्यात्म शास्त्र एवं ...

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