कई दम्पतियों में आपसी सामंजस्य एवं प्रेम का अभाव होता है। दम्पति में नौबत तलाक तक भी पहुंच जाती है। ऐसे में न सिर्फ प्रभावित दम्पति, वरन् पूरा परिवार परेशान हो जाता है। दाम्पत्य जीवन में सुख के लिए ये उपाय लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं-
- परिवार में यदि पति-पत्नी के मध्य क्लेश रहता हो अथवा अन्य पारिवारिक सदस्यों के मध्य वैचारिक मतभेद अधिक रहते हों, तो प्रतिदिन इस मंत्र का 108 बार जपें-
धां धीं धूं धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु।।
- यदि किसी अन्य पुरुष अथवा स्त्री के कारण दाम्पत्य क्लेशपूर्ण बन रहा है, तो 7-7 गोमती चक्र, लघु नारियल एवं लघु शंख लें। इन्हें सवा गज के नए पीले वस्त्र में बांध लें। इसे प्रभावित (पति अथवा पत्नी) पर से सात बार उसार का बहते पानी में बहा दें। बहाने के बाद पीछे मुड़कर देखे बगैर सीधे घर लौट आएं।
- यदि दम्पति अथवा समूचे परिवार में वैचारिक मतभेद रहता है, तो प्रात:काल उठते ही जिस मटके से परिवार के सभी सदस्य जल पीते हैं, उससे एक लोटा पानी भरें और उसे पूरे घर के प्रत्येक कक्ष में तथा छत पर छिड़कें। इस दौरान किसी से बात नहीं करें, साथ ही मन ही मन ॐ शांति का निरंतर उच्चारण करते रहें।
- नवरात्र, दीपावली किसी भी शुभ मुहूर्त में घर में तुलसी का पौधा लगाएं। उसमें प्रतिदिन सायंकाल घी का दीपक प्रज्वलित करें। इससे परिवार अथवा प्रभावित दम्पति में सुख-शांति कायम रहेगी।
- गेहूं सोमवार या शनिवार को ही पिसवाएं और दस किलो गेहूं में पिसवाने से पूर्व 100 ग्राम काले चने मिला लें।
- शुक्लपक्ष में पति-पत्नी पांच-पांच अभिमंत्रित गोमती चक्र अपने सिरहाने रखें। इससे आपसी सामंजस्य और प्रेम बढ़ेगा
- परिवार में यदि पति-पत्नी के मध्य क्लेश रहता हो अथवा अन्य पारिवारिक सदस्यों के मध्य वैचारिक मतभेद अधिक रहते हों, तो प्रतिदिन इस मंत्र का 108 बार जपें-
धां धीं धूं धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु।।
- यदि किसी अन्य पुरुष अथवा स्त्री के कारण दाम्पत्य क्लेशपूर्ण बन रहा है, तो 7-7 गोमती चक्र, लघु नारियल एवं लघु शंख लें। इन्हें सवा गज के नए पीले वस्त्र में बांध लें। इसे प्रभावित (पति अथवा पत्नी) पर से सात बार उसार का बहते पानी में बहा दें। बहाने के बाद पीछे मुड़कर देखे बगैर सीधे घर लौट आएं।
- यदि दम्पति अथवा समूचे परिवार में वैचारिक मतभेद रहता है, तो प्रात:काल उठते ही जिस मटके से परिवार के सभी सदस्य जल पीते हैं, उससे एक लोटा पानी भरें और उसे पूरे घर के प्रत्येक कक्ष में तथा छत पर छिड़कें। इस दौरान किसी से बात नहीं करें, साथ ही मन ही मन ॐ शांति का निरंतर उच्चारण करते रहें।
- नवरात्र, दीपावली किसी भी शुभ मुहूर्त में घर में तुलसी का पौधा लगाएं। उसमें प्रतिदिन सायंकाल घी का दीपक प्रज्वलित करें। इससे परिवार अथवा प्रभावित दम्पति में सुख-शांति कायम रहेगी।
- गेहूं सोमवार या शनिवार को ही पिसवाएं और दस किलो गेहूं में पिसवाने से पूर्व 100 ग्राम काले चने मिला लें।
- शुक्लपक्ष में पति-पत्नी पांच-पांच अभिमंत्रित गोमती चक्र अपने सिरहाने रखें। इससे आपसी सामंजस्य और प्रेम बढ़ेगा
its good and knowledge
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