दीपावली के लिए सबसे अच्छे 51 लक्ष्मी उपाय
- दीपावली के दिन यदि संभव हो सके तो किसी किन्नर से उसकी खुशी से एक रुपया लें और इस सिक्के को अपने पर्स में रखें। बरकत बनी रहेगी।
- दीपावली के दिन घर से निकलते ही यदि कोई सुहागन स्त्री लाल रंग की पारंपरिक ड्रेस में दिख जाए तो समझ लें आप पर महालक्ष्मी की कृपा होने वाली है। यह एक शुभ शकुन है। ऐसा होने पर किसी जरूरतमंद सुहागन स्त्री को सुहाग की सामग्री दान करें।
- दीपावली पर लक्ष्मी पूजन में हल्दी की गांठ भी रखें। पूजन समाप्ति पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें जहां धन रखा जाता है।
- दीपावली की रात में लक्ष्मी और कुबेर देव का पूजन करें और यहां दिए एक मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें।
मंत्र: ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धान्यधिपतये धन-धान्य समृद्धि मम देहि दापय स्वाहा।
- महालक्ष्मी के पूजन में गोमती चक्र भी रखना चाहिए। गोमती चक्र भी घर में धन संबंधी लाभ दिलाता है।
- दीपावली पर तेल का दीपक जलाएं और दीपक में एक लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें। किसी मंदिर हनुमान मंदिर जाकर ऐसा दीपक भी लगा सकते हैं।
- रात को सोने से पहले किसी चौराहे पर तेल का दीपक जलाएं और घर लौटकर आ जाएं। ध्यान रखें पीछे पलटकर न देखें।
- दीपावली के दिन अशोक के पेड़ के पत्तों से वंदनद्वार बनाएं और इसे मुख्य दरवाजे पर लगाएं। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाएगी।
- किसी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं। ध्यान रहें सभी चावल पूर्ण होने चाहिए। खंडित चावल शिवलिंग पर चढ़ाना नहीं चाहिए।
- अपने घर के आसपास किसी पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं। यह उपाय दीपावली की रात में किया जाना चाहिए। ध्यान दीपक लगाकर चुपचाप अपने घर लौट आए, पीछे पलटकर न देखें।
- यदि संभव हो सके तो दीपावली की देर रात तक घर का मुख्य दरवाजा खुला रखें। ऐसा माना जाता है कि दिवाली की रात में महालक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों के घर जाती हैं।
- महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौडिय़ा भी रखनी चाहिए। ये कौडिय़ा पूजन में रखने से महालक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती हैं। आपकी धन संबंधी सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी।
- दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा करते समय एक थोड़ा बड़ा घी का दीपक जलाएं, जिसमें नौ बत्तियां लगाई जा सके। सभी 9 बत्तियां जलाएं और लक्ष्मी पूजा करें।
- दीपावली की रात में लक्ष्मी पूजन के साथ ही अपनी दुकान, कम्प्यूटर आदि ऐसी चीजों की भी पूजा करें, जो आपकी कमाई का साधन हैं।
- लक्ष्मी पूजन के समय एक नारियल लें और उस पर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि अर्पित करें और उसे भी पूजा में रखें
- दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए। पूरे घर की सफाई नई झाड़ू से करें। दीपावली पर नई झाड़ू से सफाई करने पर दरिद्रता आपके घर से निकल जाएगी।
- इस दिन अमावस्या रहती है और इस तिथि पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने पर शनि के दोष और कालसर्प दोष समाप्त हो जाते हैं।
- प्रथम पूज्य श्रीगणेश को दूर्वा अर्पित करें। दूर्वा की 21 गांठ गणेशजी को चढ़ाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। दीपावली के शुभ दिन यह उपाय करने से गणेशजी के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
- दीपावली से प्रतिदिन सुबह घर से निकलने से पहले केसर का तिलक लगाएं। ऐसा हर रोज करें, महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।
- यदि संभव हो सके तो दीपावली पर किसी गरीब व्यक्ति को काले कंबल का दान करें। ऐसा करने पर शनि और राहु-केतु के दोष शांत होंगे और कार्यों में आ रही रुकावटें दूर हो जाएंगी।
- महालक्ष्मी के पूजन में दक्षिणावर्ती शंख भी रखना चाहिए। यह शंख महालक्ष्मी को अतिप्रिय है। इसकी पूजा करने पर घर में सुख-शांति का वास होता है।
- महालक्ष्मी के चित्र का पूजन करें, जिसमें लक्ष्मी अपने स्वामी भगवान विष्णु के पैरों के पास बैठी हैं। ऐसे चित्र का पूजन करने पर देवी बहुत जल्द प्रसन्न होती हैं।
- दीपावली के सभी पांचों दिनों में घर में शांति बनाए रखें। किसी भी प्रकार का क्लेश, वाद-विवाद न करें। जिस घर में शांति रहती है वहां देवी लक्ष्मी हमेशा निवास करती हैं।
- दीपावली पर ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान करते समय नहाने के पानी कच्चा दूध और गंगाजल मिलाएं।
- स्नान के बाद अच्छे वस्त्र धारण करें और सूर्य को जल अर्पित करें। जल अर्पित करने के साथ ही लाल पुष्प भी चढ़ाएं
- किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज का दान करें। अनाज के साथ ही वस्त्र का दान करना भी श्रेष्ठ रहता है।
- महालक्ष्मी के मंत्र: ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम:
इस मंत्र का जप करें। मंत्र जप के लिए कमल के गट्टे की माला का उपयोग करें। दीपावली पर कम से कम 108 बार इस मंत्र का जप करें।
- दीपावली पर श्रीयंत्र के सामने अगरबत्ती व दीपक लगाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें। फिर श्रीयंत्र का पूजन करें और कमलगट्टे की माला से महालक्ष्मी के मंत्र: ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: का जप करें।
- किसी में मंदिर झाड़ू का दान करें। यदि आपके घर के आसपास कहीं महालक्ष्मी का मंदिर हो तो वहां गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें।
- घर के मुख्य द्वार पर कुमकुम से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। द्वार के दोनों ओर कुमकुम से ही शुभ-लाभ लिखें।
- लक्ष्मी पूजन में सुपारी रखें। सुपारी पर लाल धागा लपेटकर अक्षत, कुमकुम, पुष्प आदि पूजन सामग्री से पूजा करें और पूजन के बाद इस सुपारी को तिजोरी में रखें।
- दीपावली के दिन श्वेतार्क गणेश प्रतिमा घर में लाएंगे तो हमेशा बरकत बनी रहेगी। परिवार के सदस्यों को पैसों की कमी नहीं आएगी।
- यदि संभव हो सके तो इस दिन किसी तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं। शास्त्रों के अनुसार इस पुण्य कर्म से बड़े-बड़े संकट भी दूर हो जाते हैं।
- घर में स्थित तुलसी के पौधे के पास दीपावली के दिन दीपक अवश्य जलाएं। तुलसी को वस्त्र अर्पित करें।
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-स्फटिक से बना श्रीयंत्र दीपावली के दिन बाजार से खरीदकर लाएं। श्रीयंत्र को लाल वस्त्र में लपेटकर तिजोरी में रखें। कभी भी पैसों की कमी नहीं होगी।
- दीपावली पर सुबह-सुबह शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल अर्पित करें। जल में यदि केसर भी डालेंगे तो श्रेष्ठ रहेगा।
- जो लोग धन का संचय बढ़ाना चाहते हैं उन्हें तिजोरी में लाल कपड़ा बिछाना चाहिए। इसके प्रभाव से धन का संचय बढ़ता है।
- दीपावली के दिन 3 अभिमंत्रित गोमती चक्र, 3 पीली कौडिय़ां और 3 हल्दी गांठों को एक पीले कपड़ें में बांधें। इसके बाद इस पोटली को तिजोरी में रखें। धन लाभ होने लगेगा।
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-यदि धन संबंधियों परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो किसी भी श्रेष्ठ मुहूर्त में हनुमानजी का यह उपाय करें।
उपाय के अनुसार किसी पीपल के वृक्ष एक पत्ता तोड़ें। उस पत्ते पर कुमकुम या चंदन से श्रीराम का लिखें। इसके बाद पत्ते पर मिठाई रखें और यह हनुमानजी को अर्पित करें। इस उपाय से भी धन लाभ होता है।
-एक बात का विशेष ध्यान रखें कि माह की हर अमावस्या पर पूरे घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई की जानी चाहिए। साफ-सफाई के बाद घर में धूप-दीप-ध्यान करें। इससे घर का वातावरण पवित्र और बरकत देने वाला बना रहेगा।
- सप्ताह में एक बार किसी जरूरतमंद सुहागिन स्त्री को सुहाग का सामना दान करें। इस उपाय से देवी लक्ष्मी तुरंत ही प्रसन्न होती हैं और धन संबंधी परेशानियों को दूर करती हैं। ध्यान रखें यह उपाय नियमित रूप से हर सप्ताह करना चाहिए।
-यदि कोई व्यक्ति दीपावली के दिन किसी पीपल के वृक्ष के नीचे छोटा सा शिवलिंग स्थापित करता है तो उसकी जीवन में कभी भी कोई परेशानियां नहीं आएंगी। यदि कोई भयंकर परेशानियां चल रही होंगी वे भी दूर हो जाएंगी। पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित करके उसकी नियमित पूजा भी करनी चाहिए। इस उपाय से गरीब व्यक्ति भी धीरे-धीरे मालामाल हो जाता है।
- दीपावली के एक नियम हर रोज के लिए बना लें। आपके घर में जब भी खाना बने तो उसमें से सबसे पहली रोटी गाय को खिलाएं।
- दीपावली पर लक्ष्मी का पूजन करने के लिए स्थिर लग्न श्रेष्ठ माना जाता है। इस लग्न में पूजा करने पर महालक्ष्मी स्थाई रूप से घर में निवास करती हैं।
- पूजा में लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र और श्रीयंत्र रखना चाहिए। यदि स्फटिक का श्रीयंत्र हो तो सर्वश्रेष्ठ रहता है। एकाक्षी नारियल, दक्षिणावर्त शंख, हत्थाजोड़ी की भी पूजा करनी चाहिए।
- दीपावाली पर श्रीसूक्त एवं कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। रामरक्षा स्तोत्र या हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ भी किया जा सकता है।
- महालक्ष्मी को तुलसी के पत्ते भी चढ़ाने चाहिए। लक्ष्मी पूजा में दीपक दाएं, अगरबत्ती बाएं, पुष्य सामने व नैवेद्य थाली में दक्षिण में रखना श्रेष्ठ रहता है।
- दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है। मां लक्ष्मी घर में आती हैं।
- दीपावली पर कलयुग में हनुमानजी शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता माने गए हैं। इनकी कृपा प्राप्त करने के लिए कई प्रकार उपाय बताए गए हैं। यदि पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए तो यह चमत्कारी फल प्रदान करने वाला उपाय है।
- दीपावली पर शनि दोषों से मुक्ति के लिए तो पीपल के वृक्ष के उपाय रामबाण हैं। शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के बुरे प्रभावों को नष्ट करने के लिए पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाकर सात परिक्रमा करनी चाहिए। इसके साथ ही शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक भी लगाना चाहिए।
-ज्योतिष और सभी धर्म शास्त्रों के अनुसार एक पीपल का पौधा लगाने वाले व्यक्ति को जीवन में किसी भी प्रकार को कोई दुख नहीं सताता है। अत: दीपावली पर पीपल का पौधा अवश्य लगाएंगे तो कभी भी पैसों की कमी नहीं रहेगी। पीपल का पौधा लगाने के बाद उसे नियमित रूप से जल अर्पित करना चाहिए। जैसे-जैसे यह वृक्ष बड़ा होगा आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती जाएगी, धन बढ़ता जाएगा। पीपल के बड़े होने तक इसका पूरा ध्यान रखना चाहिए तभी आश्चर्यजनक लाभ प्राप्त होंगे।
उपरोक्त सभी बरसोँ से हमारे पूर्वजो ने आजमाए हुए शतप्रतिशत सिद्ध प्रयोग हैं................
अगर आपको अस्थमा है तो यह 4 तांत्रिक उपाय करें
1- शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार से लगातार तीन सोमवार तक एक सफेद रूमाल में मिश्री एवं चांदी का एक चौकोर टुकड़ा बांधकर बहते जल में प्रवाहित करें तथा शिवजी को चावल के आटे का दीपक कपूर मिश्रित घी के साथ अर्पित करें। श्वास रोग में आराम मिलेगा।
2- रविवार को एक बर्तन में जल भरकर उसमें चांदी की अंगूठी डालकर सोमवार को खाली पेट उस जल का सेवन करें। ये उपाय करने से दमा रोग में काफी आराम मिलेगा।
3- किसी भी मास के प्रथम सोमवार को विधि-विधानपूर्वक चमेली की जड़ को अभिमंत्रित करके सफेद रेशमी धागे में बांधकर गले में धारण करें और प्रत्येक सोमवार को बार-बार आइने में अपना चेहरा देंखे। सांस की सभी बीमारियां दूर हो जाएंगी।
4- सांस की नली में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों में सूजन के कारण कफ जमने अथवा खांसी से मुक्ति पाने के लिए किसी शुभ समय में केसर की स्याही और तुलसी की कलम द्वारा भोजपत्र पर चंद्र यंत्र का निर्माण करवाकर गले में धारण करें। श्वास संबंधी सभी रोग दूर हो जाएंगे।
छोटे बच्चों को होती हैं ये समस्याएं, करिए हनुमानजी के खास टोटके
- यदि बच्चे को अंधेरे में भय लगता हो अथवा कहीं अकेले जाने से उसे डर लगता है तो शुक्ल पक्ष के किसी भी मंगलवार को श्रीहनुमान चालीसा की पुस्तक लेकर हनुमानजी के मंदिर में अर्पित करें। फिर हनुमानजी के दाएं कंधे के सिंदूर से बच्चे को तिलक लगाकर मूर्ति के सामने लाल आसन पर बैठा दें और हनुमान चालीसा का पाठ 11 बार करें। ऐसा करने से बच्चे का भय जाता रहेगा।
- यदि आपका बच्चा अक्सर बीमार रहता है तो शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार को एक अष्टधातु का कड़ा बनवाकर लाएं और इसे हनुमानजी की मूर्ति के सामने रख दें। फिर हनुमानजी के दाएं पैर का सिंदूर कड़े पर लगाकर पंचमुखी श्रीहनुमान कवच, बजरंग बाण, हनुमान बाहुक तथा 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। फिर उस कड़े को अपने बच्चे के दाएं हाथ में पहना दें। साथ ही हनुमानजी से प्रार्थना करें कि बच्चा स्वस्थ रहे।
- यदि आपके बच्चे को ऊपर का दूध न पचता हो अथवा वह माता का दूध पीते ही उल्टी कर देता हो तो शनिवार को 125 ग्राम कच्चा दूध लेकर बच्चे के ऊपर से सात बार उसारकर काले कुत्ते को पिला दें अथवा चौराहे पर रख दें। ऐसा करने से आपका बच्चा दूध पीने लगेगा।
यदि आपको शनि, राहु या केतु के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो आप रोटी का यह उपाय करें...
रोज रात को खाना बनाते समय जो रोटी अंत में बनती है उस पर तेल लगाकर वह रोटी किसी काले कुत्ते को दे दें। यदि काला कुत्ता न दिखाई दे तो किसी और कुत्ते को भी रोटी दी जा सकती है।
यह उपाय प्रतिदिन किया जा सकता है, यदि आप चाहे तो सप्ताह में केवल एक दिन शनिवार को भी यह उपाय कर सकते हैं। इस उपाय से कुंडली के अन्य ग्रह दोष भी शांत हो जाते हैं
महालक्ष्मी और कुबेर देव की विशेष कृपा के लिए यह उपाय करें...
हर रोज यह उपाय करना है। सुबह-सुबह जब भी रोटियां बनाई जाएं, उस समय पहली रोटी के चार बराबर भाग कर लें। इनमें से एक भाग गाय को दें, दूसरा भाग काले कुत्ते को देना है, तीसरा भाग कौओं के लिए निकालना है और चौथा भाग घर के पास किसी चौराहे पर रखकर आना है। ऐसा प्रतिदिन करें या विशेष मुहूर्त या पर्व-त्योहार पर करें।
यदि घर में कोई न कोई सदस्य हमेशा बीमार रहता है तो रोटी बनाते समय यह उपाय प्रतिदिन करें। जब भी रोटियां बनाई जाएं तब रोटी सेंकने से पहले तवे पर दूध के कुछ छींटे डाल देना चाहिए।
इस उपाय से आपके घर से बीमारियां दूर हो जाएंगी और सभी सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्राप्त होने लगेंगे।
यदि किसी व्यक्ति को बार-बार स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आती हैं और इससे धन की भी हानि हो रही है तो रोटी का यह उपाय करें...
प्रतिदिन सुबह के समय में दो रोटी लेकर उसमें गुड़ रखें और इसके बाद यह रोटियां संबंधित व्यक्ति के सिर से पैर तक 7 बार या 11 बार या 13 बार वार लें। इसके बाद यह रोटियां किसी कुत्ते को खिला दें। ऐसा करने पर बहुत ही जल्द सकारात्मक फल प्राप्त होने लगेंगे। इस उपाय से बुरी नजर भी उतर जाती है
हिन्दी पंचांग के अनुसार हर माह में अमावस्या आती है और इस दिन रोटी का यह उपाय करें...
उपाय के अनुसार अमावस्या के दिन चावल की खीर बनाकर उसमें रोटी चूर लें और यह कौओं के लिए घर की छत पर रख दें। इस उपाय से आपके घर में रहने वाले सदस्यों पर पितृ देवताओं की विशेष कृपा होगी। पितर देवता की कृपा से ही धन संबंधी कार्यों में भी विशेष सफलता प्राप्त होती है।
गाय हिंदू धर्म में पवित्र और पूजनीय मानी गई है। शास्त्रों के अनुसार गौसेवा के पुण्य का प्रभाव कई जन्मों तक बना रहता है। इसीलिए गाय की सेवा करने की बात कही जाती है। पुराने समय से ही गौसेवा को धर्म के साथ ही जोड़ा गया है। गौसेवा भी धर्म का ही अंग है। गाय को हमारी माता बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि गाय में हमारे सभी देवी-देवता निवास करते हैं। इसी वजह से मात्र गाय की सेवा से ही भगवान प्रसन्न हो जाते हैं। अत: प्रतिदिन हमें गाय को कम से कम 1 रोटी अवश्य खिलानी चाहिए।
दौड़ते हुए घोड़े का फोटो लगाएंगे तो मिलने लगेगी कार्यों में रफ्तार
वास्तु के अनुसार यदि दौड़ते हुए घोड़े के फोटो को कार्यालय या घर की दक्षिण दिशा में या कार्य से जुड़ी हुई चीजों पर लगाएंगे तो यह आपके काम को गति प्रदान करेगा।
घोड़े को ऊर्जा और अपार शक्ति का प्रतीक माना जाता है। वास्तु के सिद्धांत के अनुसार घोड़े के फोटो से सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है।
यदि कोई व्यक्ति घोड़े का वालपेपर या फोटो बार-बार देखता है तो उसका सीधा असर कार्य प्रणाली पर होता है।
यदि आप लोन या कर्ज से परेशान हैं तो अपने घर में या ऑफिस के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में सफेद घोड़ों का एक आर्टिफिशियल जोड़ा रखें। आप घोड़ों के फोटो भी लगा सकते हैं। घोड़े गति और शक्ति के प्रतिक माने गए हैं।
सफेद घोड़े का सफेद फोटो आपके कार्य में विश्वसनीयता और एकाग्रता बढ़ाएगा। घोड़े का जोड़ा ऐसे रखें कि उनका मुंह दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
झाड़ू भी धीरे-धीरे पलट देती है किस्मत
यदि आप धन संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो किसी भी शुभ दिन झाड़ू का यह उपाय करें। जिस दिन यह उपाय करना चाहते हैं उससे एक दिन पूर्व बाजार से तीन झाड़ू खरीदकर लाएं और इन तीनों झाड़ू को किसी मंदिर में सुबह-सुबह रख आएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मंदिर में झाड़ू रखने जाते समय आपको कोई देखे नहीं। मंदिर में झाड़ू रखकर चुपचाप अपने घर लौट आएं, पीछे पलटकर न देखें।
शास्त्रों में झाड़ू को महालक्ष्मी का स्वरूप बताया गया है, क्योंकि यह हमारे घर से गंदगी और दरिद्रता को बाहर निकालती है। इसी वजह से झाड़ू का कभी भी निरादर नहीं करना चाहिए।
कभी भी हमारा पैर झाड़ू पर नहीं लगना चाहिए। यह अपशकुन माना जाता है। ऐसा होने पर महालक्ष्मी आपसे रूठ सकती हैं। यदि जाने-अनजाने झाड़ू पर पैर लग जाए तो महालक्ष्मी से क्षमा प्रार्थना करना चाहिए।
झाड़ू को कभी भी जलाना नहीं चाहिए।
प्राचीन समय से ही परंपराओं के अनुसार दीपावली के दिन झाड़ू अवश्य खरीदना चाहिए। इसी वजह से आज भी दीपावली पर झाड़ू सभी लोग खरीदते हैं। इसी झाड़ू से पूरे घर की सफाई की जाती है। इस संबंध में ऐसा माना जाता है कि दीपावली पर नई झाड़ू से सफाई करने पर वर्षभर दरिद्रता हमारे घर में नहीं आती है और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
aspundir
11-01-2014, 09:40 PM
हम जब भी किसी नए घर में प्रवेश करें, उस समय नई झाड़ू लेकर ही घर के अंदर जाना चाहिए। यह शुभ शकुन माना जाता है। इससे देवी-देवताओं की कृपा हमारे घर पर बनी रहती है। नए घर में सुख-समृद्धि और बरकत बनी रहेगी।
यदि घर में कोई छोटा बच्चा है और वो अचानक झाड़ू निकलने लगे तो समझना चाहिए कि आपके यहां कोई मेहमान आने वाला है।
हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि ठीक सूर्यास्त के समय झाड़ू नहीं निकालना चाहिए। ऐसा करने पर दरिद्रता घर आती है और महालक्ष्मी आपके घर से चली जाती हैं। सूर्यास्त से पूर्व ही घर अच्छी साफ कर लेना चाहिए, क्योंकि सूर्यास्त के समय महालक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं और जिन घरों में साफ-सफाई और पवित्रता होती है वहां लक्ष्मी निवास करती है
झाड़ू को कभी भी घर से बाहर या छत पर नहीं रखना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। ऐसा करने पर आपके घर में चोरी होने का भय बना रहता है।
झाड़ू को हमेशा ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां से वह किसी को दिखाई न दें। झाड़ू हमेशा छिपाकर ही रखना चाहिए।
कभी भी गाय या अन्य जानवर को झाड़ू से मारकर नहीं भगाना चाहिए। यह भयंकर अपशकुन होता है। ऐसा करने पर महालक्ष्मी आपके घर से चली जाती हैं।
कोई भी सदस्य किसी खास कार्य के लिए घर से निकला हो तो तुरंत उसके जाने के बाद झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने पर उस व्यक्ति को असफलता का सामना करना पड़ सकता है।
झाड़ू को भोजन कक्ष में या जहां हम खाना खाते हैं वहां नहीं रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे धन और अन्न की हानि होती है। इसके साथ ही यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इसका वैज्ञानिक तर्क यह है कि भोजन के स्थान पर यदि झाड़ू रखी जाएगी तो झाड़ू में चिपके हुए हानिकारक सूक्ष्म कीटाणु भोजन के साथ हमारे शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। ऐसा होने पर स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
क्या आपके जीवन में पैसों की समस्या चल रही है?
यदि आपको भी पूरी मेहनत के बाद उचित सफलता प्राप्त नहीं हो रही है तो प्रतिदिन सूखे आटे में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर गाय को खिलाएं। ऐसा नियमित रूप से करें। गाय को शास्त्रों के अनुसार पूजनीय एवं पवित्र माना गया है। गाय के शरीर में ही सभी देवी-देवताओं का वास बताया गया है और इसकी पूजा करने से भाग्य का साथ मिलता है।
यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से गौमाता की सेवा करता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। गाय को गेहूं के सूखे आटे में हल्दी मिलाकर खिलाने से गौमाता अतिप्रसन्न होती हैं और पैसों से जुड़ी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।
एक अन्य चमत्कारी उपाय के अनुसार प्रति बुधवार सुबह जल्दी उठें और स्नान आदि कर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद हरे रंग वस्त्र धारण करें तथा सुबह-सुबह ही गाय को हरी घास खाने को दें। इस उपाय से श्रीगणेश के साथ ही सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त हो जाती है।
यदि किसी व्यक्ति का न्यायालय का कोई विवाद नहीं सुलझ रहा हो या आप सही हैं फिर भी केस आपके पक्ष में नहीं हो तो मंगलवार या शनिवार को यहां बताया जा रहा उपाय करें। उपाय के अनुसार हर मंगलवार या शनिवार के दिन किसी काले रंग की गाय को कच्चा दूध अर्पित करें। गाय को हरी घास खाने को दें। इससे न्यायालय के विवाद में समझौता या विजय प्राप्त होगी।
रोटी का एक छोटा और अचूक उपाय
कुछ लोग होते हैं जो हमेशा अपनी नाकामयाबियों के लिए किस्मत को दोष देते हैं। कुछ भी हो इन्हें सिर्फ अपनी किस्मत पर ही रोना आता है। अगर आप भी यही समझते हैं कि आपकी किस्मत आपका साथ नहीं दे रही है तो आज हम आपको रोटी का एक ऐसा छोटा और अचूक उपाय बता रहे हैं, जिसे रोज करने से आपकी किस्मत आपका साथ देने लगेगी।
- सुबह जब घर में भोजन बने तो सबसे पहले वाली रोटी अलग निकाल लें। इस बात का ध्यान रखें कि ये रोटी अन्य रोटियों से थोड़ी बड़ी हो ताकि आसानी से इसके चार टुकड़े किए जा सकें।
- अब इस रोटी के बराबरी से चार टुकड़े कर लें और इन चारों पर कुछ मीठा जैसे- खीर, गुड़ या शक्कर रख दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बाहर का कोई व्यक्ति आपको यह टोटका करते हुए न देख पाए।
रोटी के चार टुकड़ों में से सबसे पहला वाला गाय को खिला दें और भगवान से प्रार्थना करें कि आपकी समस्याओं का निदान जल्दी से जल्दी हो जाए और आपकी मनोकामना पूरी हो। धर्म ग्रंथों के अनुसार गाय में ही सभी देवताओं का निवास होता है इसलिए सबसे पहले रोटी गाय को ही दी जाती है।
अब दूसरा टुकड़ा कुत्ते को खिला दें। शिवमहापुराण के अनुसार कुत्ते को रोटी खिलाते समय बोलना चाहिए कि- यमराज के मार्ग का अनुसरण करने वाले जो श्याम और शबल नाम के दो कुत्ते हैं, मैं उनके लिए यह अन्न का भाग देता हूं। वे इस बलि (भोजन) को ग्रहण करें। इसे कुक्करबलि कहते हैं।
अब रोटी के तीसरे भाग को कौओं को खिला दें और बोलें- पश्चिम, वायव्य, दक्षिण और नैऋत्य दिशा में रहने वाले जो पुण्यकर्मा कौए हैं, वे मेरी इस दी हुई बलि को ग्रहण करें। धर्म ग्रंथों में इसे काकबलि कहते हैं।
अब रोटी का अंतिम टुकड़ा जो बचा है उसे घर पर आए किसी भिक्षु को दे दें। इस प्रकार ये छोटा सा उपाय रोज करने से आपकी किस्मत कुछ ही दिनों में बदल जाएगी।
काली हल्दी
खाने में उपयोग की जाने वाली हल्दी तो सभी ने देखी है, लेकिन तांत्रिक उपायों में प्रयोग होने वाली काली हल्दी के विषय में बहुत कम लोग जानते हैं। हल्दी कई प्रकार की होती है और हम जो खाने में उपयोग करते हैं वह पीली हल्दी है। काली हल्दी का उपयोग खाने में नहीं होता, लेकिन तंत्र शास्त्र में इसका काफी महत्व बताया गया है। काली हल्दी के उपायों से पैसों की तंगी चमत्कारी ढंग से दूर होती है।
तंत्र शास्त्र के अनुसार बताए गए उपाय बहुत चमत्कारी और जल्दी फल प्रदान करने माने गए हैं। सही समय और सही विधि के साथ यदि तांत्रिक उपाय किए जाए तो व्यक्ति के मनोवांछित काम पूर्ण हो जाते हैं। बाजार में काली हल्दी आसानी से नहीं मिलती है, लेकिन पूजन सामग्री की दुकानों पर काली हल्दी मिलने की संभावनाएं काफी अधिक होती हैं। यदि आप भी काली हल्दी के उपायों से पैसों की कमी दूर करना चाहते हैं तो यहां दिए गए उपाय करें...
इस उपाय से बुरी नजर दूर करके हो सकते हैं मालामाल
किसी श्रेष्ठ मुहूर्त में नित्य कर्मों से निवृत्त होकर यह उपाय करें। उपाय के अनुसार काली हल्दी के 7 या 9 दाने बनाएं। इन दानों को साफ धागे में पिरो लें। इसके बाद इस माला का धूप और लोबान से शोधन करने के बाद पहन लें। जो भी व्यक्ति इस तरह की माला पहनता है, वह सभी प्रकार के ग्रह दोषों से, टोने- टोटके से और बुरी नजर के प्रभाव से सुरक्षित रहता है।
इस उपाय से बढ़ेगा आपका आकर्षण
यदि आप किसी खास कार्य के लिए जा रहे हैं तो घर से निकलने से पहले काली हल्दी का टीका लगाकर प्रस्थान करें। यह टीका आपका आकर्षण बढ़ाएगा। काली हल्दी को तंत्र के अनुसार वशीकरण के लिए जबरदस्त माना जाता है। यदि आप चाहते हैं कि समाज में आपका आकर्षण बढ़े तो काली हल्दी का तिलक एक सरल उपाय है।
इस उपाय से रुकेगा अपव्यय
यदि आप बहुत पैसा कमाते हैं, लेकिन बचत नहीं कर पाते हैं तो काली हल्दी का यह उपाय करें। यह उपाय एक विशेष दिन किया जाना चाहिए। किसी भी माह के शुक्लपक्ष के पहले शुक्रवार यह उपाय करना है। उपाय के अनुसार चांदी की छोटी सी डिब्बी लेकर आएं और उसमें काली हल्दी, नागकेशर और सिन्दूर एक साथ रखें। इस डिब्बी को मां लक्ष्मी के चरणों से स्पर्श कराएं। इसके बाद यह डिब्बी धन के स्थान पर रखें। इस उपाय से धन का अपव्यय रूक जाएगा।
यदि किसी व्यक्ति धन संबंधी इच्छाओं को पूरा करना है तो किसी भी श्रेष्ठ मुहूर्त में, होली पर या अक्षय तृतीया के दिन काली हल्दी का यह उपाय करें-
उपाय के अनुसार आपको महालक्ष्मी का विधिवत पूजन करना है। पूजन की सामान्य सामग्री के साथ ही 11 गोमती चक्र, 11 कौडिय़ां और काली हल्दी विशेष रूप से शामिल करें।
अक्षय तृतीया के दिन किसी श्रेष्ठ मुहूर्त में या होली पर महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन के लिए किसी स्वच्छ और पवित्र स्थान का चयन करें। महालक्ष्मी की प्रतिमा या फोटो पूजन स्थल पर बाजोट के ऊपर रखें। यहां दी गई पूजन सामग्री के साथ महालक्ष्मी का विधिवत पूजन करें। पूजा में गोमती चक्र, कौडिय़ां और काली हल्दी भी रखें।
पूजन पूर्ण होने के बाद काली हल्दी, गोमती चक्र और कौडिय़ों को एक पीले कपड़े में बांध लें। इसके बाद यह सामग्री तिजोरी में या घर में ऐसे स्थान पर रखें जहां धन रखते हैं। पूजन कर्म में महालक्ष्मी के मंत्रों का जप करना चाहिए। महालक्ष्मी मंत्र जैसे ऊँ श्रीं श्रीयै नम: का जप किया जा सकता है।
ऐसा करने पर धन संबंधी मामलों में आ रही रुकावटें दूर हो जाएंगी। आपके घर-परिवार में धन की पूर्ति होने लगेगी।
रविवार को करें दूध का ये तांत्रिक उपाय
किसी भी सप्ताह के रविवार को एक गिलास दूध का तांत्रिक उपाय करेंगे तो आपकी पैसों से जुड़ी समस्याएं खत्म हो सकती हैं...
यह तांत्रिक उपाय करने के लिए आपको रविवार की रात सोते समय 1 गिलास में दूध भरकर अपने सिर के पास रखकर सोना है। दूध सावधानी से रखें, नींद में दूध ढुलना नहीं चाहिए।
सुबह उठने के बाद नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद इस दूध को किसी बबूल के पेड़ की जड़ में डाल दें। ऐसा हर रविवार की रात की करें।
यह एक तांत्रिक उपाय है और इससे आपके ऊपर लगी बुरी नजर दूर होगी। नकारात्मक शक्तियों का असर खत्म होगा और कार्यों में सफलता मिलने लगेगी। पैसों की कमी दूर हो जाएगी।
सोमवार को करें ये उपाय
यदि आप पैसों की तंगी से परेशान हैं और ईमानदारी से मेहनत करने के बाद भी फल नहीं मिल रहा है तो किसी भी सोमवार को यह उपाय करें।
उपाय के अनुसार सोमवार की रात जब चंद्रोदय हो जाए तो उसके बाद अपने पलंग के चारों कोनों में चांदी की कील ठोक दें। चांदी की कील छोटी-छोटी भी लगाई जा सकती है। यह एक चमत्कारी तांत्रिक उपाय है और इससे आपके घर के आसपास की नकारात्मक ऊर्जा भी नष्ट हो जाती है। पैसों की समस्याएं दूर होने लगती हैं।
सोमवार को शिवलिंग पर चढ़ाएं दूध
मालामाल होने के लिए कच्चे दूध का 1 अन्य उपाय करें। हर सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठें। उठने के बाद नित्य कर्मों से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं। इसके बाद आपके घर के आसपास किसी भी शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं।
यदि ऐसा हर सोमवार को किया जाए तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी। यह बहुत ही सरल और चमत्कारी उपाय है।
मंगलवार के दिन ध्यान रखें ये बातें
यदि कोई व्यक्ति कर्ज के कारण परेशान है और कर्ज का भुगतान नहीं कर पा रहा है तो उसे यह तांत्रिक उपाय करना चाहिए। ऋण की किश्तों का भुगतान मंगलवार के दिन ही करें। इसके अलावा इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बुधवार और गुरुवार को किसी को ऋण के रुपए नहीं देना चाहिए। मंगलवार का दिन ऋण की किश्ते चुकाने के लिए श्रेष्ठ है। इस बात का ध्यान रखेंगे तो कर्ज जल्दी खत्म हो जाएगा।
बुधवार को करें ये उपाय
मालामाल होने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति बुधवार को यह तांत्रिक उपाय करें। उपाय के अनुसार बुधवार के दिन सात साबूत कौडिय़ां लें। कौडिय़ां बाजार में पूजन सामग्री की दुकानों पर आसानी से मिल जाती है। इसके साथ ही एक मुट्ठी हरे खड़े मूंग लें। दोनों को एक हरे कपड़े में बांध लें और किसी मंदिर की सीढिय़ों पर चुपचाप रख आएं।
ध्यान रखें इस बात को किसी को बताए नहीं, अन्यथा उपाय निष्फल हो जाएगा।
गुरुवार को पहनें पीले वस्त्र
धन संबंधी परेशानियां दूर करने के लिए सप्ताह के हर गुरुवार को यह तांत्रिक उपाय करें। उपाय के अनुसार हर गुरुवार को आप पीले वस्त्र पहनें। खाने में पीले रंग की मिठाई खाएं। इसके साथ ही पीले रंग की वस्तु का दान करें। पीले रंग की वस्तु जैसे पीले रंग का कपड़ा, पीला फल आम, हल्दी आदि। इस उपाय से भी धन की कमी दूर होती है।
रोज करें ये उपाय
एक अन्य टोटके के अनुसार यदि संभव हो तो हमेशा चांदी के बर्तन में पानी पीएं। चांदी बर्तन ना हो तो गिलास में पानी भरें और उसमें चांदी की अंगुठी डालकर पानी पीएं। यह प्राचीन, सरल और बहुत चमत्कारी तांत्रिक उपाय है। इससे निश्चित की धन संबंधी मामलों में राहत मिलती है।
यहां बताए गए सभी उपाय तंत्र शास्त्र के अनुसार दिए गए हैं। ऐसे उपाय चुपचाप बिना किसी को बताए किए जाए तो अधिक प्रभावी सिद्ध होते हैं। अत: इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही इन उपायों के संबंध में किसी भी प्रकार की शंका या संदेह न करें। यह पूरी तरह आस्था और विश्वास के उपाय हैं।
शनिदेव तांत्रिक उपाय
1- काली गाय की सेवा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उसके सिर पर रोली लगाकर सींगों में कलावा बांधकर धूप-आरती करनी चाहिए। फिर परिक्रमा करके गाय को बूंदी के चार लड्डू खिला दें।
2- हर शनिवार उपवास रखें। सूर्यास्त के बाद हनुमानजी का पूजन करें। पूजन में सिंदूर, काली तिल्ली का तेल, इस तेल का दीपक एवं नीले रंग के फूल का प्रयोग करें।
3- शनिवार के दिन बंदरों और काले कुत्तों को लड्डू खिलाने से भी शनि का कुप्रभाव कम हो जाता है अथवा काले घोड़े की नाल या नाव में लगी कील से बना छल्ला धारण करें।
4- शुक्रवार की रात काले चने पानी में भिगो दे। शनिवार को ये चने, कच्चा कोयला, हल्की लोहे की पत्ती एक काले कपड़े में बांधकर मछलियों के तालाब में डाल दें। यह टोटका पूरा एक साल करें। इस दौरान भूल से भी मछली का सेवन न करें।
5- शनिवार के दिन अपने दाहिने हाथ के नाप का उन्नीस हाथ लंबा काला धागा लेकर उसको बंटकर माला की भांति गले में पहनें। इस प्रयोग से भी शनि का प्रकोप कम होता है।
6- चोकरयुक्त आटे की 2 रोटी लेकर एक तेल और दूसरी घी से चुपड़ दें। तेल वाली रोटी पर थोड़ा मिष्ठान रखकर काली गाय को खिला दें इसके बाद दूसरी रोटी भी खिला दें और शनिदेव का स्मरण करें।
7- सवा किलो काला कोयला, एक लोहे की कील एक काले कपड़े में बांधकर अपने सिर पर से घुमाकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
8- शनिवार के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाएं। चोले में सरसो या चमेली के तेल का उपायोग करें और इन तेलों से ही दीपक भी जलाएं।
9- शनिवार के दिन एक कांसे की कटोरी में तिल का तेल भर कर उसमें अपना मुख देख कर और काले कपड़े में काले उड़द, सवा किलो अनाज, दो लड्डू, फल, काला कोयला और लोहे की कील रख कर डाकोत(शनि का दान लेने वाला) को दान कर दें।
10- शनिवार के दिन किसी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और शनि दोष की शांति के लिए हनुमानजी से प्रार्थना करें। बूंदी के लड्डू का भोग भी लगाएं।
11- शनिवार के दिन ग्यारह साबुत नारियल बहते हुए जल में प्रवाहित करें और शनिदेव से जीवन को सुखमय बनाने के लिए प्रार्थना करें।
12- प्रत्येक शनिवार को शाम के समय बड़(बरगद) और पीपल के पेड़ के नीचे सूर्योदय से पहले स्नान आदि करने के बाद सरसो तेल का दीपक लगाएं और दूध एवं धूप आदि अर्पित करें।
13- यदि शनि की साढ़े साती, ढैय्या या महादशा चल रही हो तो इस दौरान मांस, मदिरा का सेवन भूलकर भी न करें।
14- लाल चंदन की माला को अभिमंत्रित कर शनिवार या शनि जयंती के दिन पहनने से शनि के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं।
13- यदि शनि की साढ़े साती, ढैय्या या महादशा चल रही हो तो इस दौरान मांस, मदिरा का सेवन भूलकर भी न करें।
14- लाल चंदन की माला को अभिमंत्रित कर शनिवार या शनि जयंती के दिन पहनने से शनि के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं।
15- शनिवार के दिन भैरवजी की उपासना करें और शाम के समय सरसो तेल का दीपक लगाकर शनि दोष से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।
16- काले धागे में बिच्छू घास की जड़ को अभिमंत्रित करवा कर शनिवार के दिन श्रवण नक्षत्र में या शनि जयंती के शुभ मुहूर्त में धारण करने से भी शनि संबंधी सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
17- शमी वृक्ष की जड़ को विधि-विधान पूर्वक घर लेकर आएं। शनिवार के दिन श्रवण नक्षत्र में या शनि जयंती के दिन किसी योग्य विद्वान से अभिमंत्रित करवा कर काले धागे में बांधकर गले या बाजू में धारण करें। शनिदेव प्रसन्न होंगे तथा शनि के कारण जितनी भी समस्याएं हैं, उनका निदान होगा।
18- शनिवार या शनि जयंती के दिन शनि यंत्र की स्थापना व पूजन करें। इसके बाद प्रतिदिन इस यंत्र की विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। प्रतिदिन यंत्र के सामने सरसों के तेल का दीप जलाएं। नीला या काला पुष्प चढ़ाएं ऐसा करने से लाभ होगा।
19- शनिवार या शनि जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर कुश (एक प्रकार की घास) के आसन पर बैठ जाएं। सामने शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें व उसकी पंचोपचार से विधिवत पूजन करें। इसके बाद रूद्राक्ष की माला से नीचे लिखे किसी एक मंत्र की कम से कम पांच माला जप करें तथा शनिदेव से सुख-संपत्ति के लिए प्रार्थना करें। यदि प्रत्येक शनिवार को इस मंत्र का इसी विधि से जप करेंगे तो शीघ्र लाभ होगा।
वैदिक मंत्र
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:।
लघु मंत्र
ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।
20- शनिवार के दिन सवा-सवा किलो काले चने अलग-अलग तीन बर्तनों में भिगो दें। इसके बाद नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर शनिदेव का पूजन करें और चनों को सरसो के तेल में छौंककर इनका भोग शनिदेव को लगाएं और अपनी समस्याओं के निवारण के लिए प्रार्थना करें। इसके बाद पहला सवा किलो चना भैंसे को खिला दें। दूसरा सवा किलो चना कुष्ठ रोगियों में बांट दें और तीसरा सवा किलो चना अपने ऊपर से ऊतारकर किसी सुनसान स्थान पर रख आएं। इस टोटके को करने से शनिदेव के प्रकोप में अवश्य कमी होगी।
21- शनिवार के दिन इन10 नामों से शनिदेव का पूजन करें-
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
अर्थात: 1- कोणस्थ, 2- पिंगल, 3- बभ्रु, 4- कृष्ण, 5- रौद्रान्तक, 6- यम, 7, सौरि, 8- शनैश्चर, 9- मंद व 10- पिप्पलाद। इन दस नामों से शनिदेव का स्मरण करने से सभी शनि दोष दूर हो जाते हैं।
20- शनिवार के दिन सवा-सवा किलो काले चने अलग-अलग तीन बर्तनों में भिगो दें। इसके बाद नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर शनिदेव का पूजन करें और चनों को सरसो के तेल में छौंककर इनका भोग शनिदेव को लगाएं और अपनी समस्याओं के निवारण के लिए प्रार्थना करें। इसके बाद पहला सवा किलो चना भैंसे को खिला दें। दूसरा सवा किलो चना कुष्ठ रोगियों में बांट दें और तीसरा सवा किलो चना अपने ऊपर से ऊतारकर किसी सुनसान स्थान पर रख आएं। इस टोटके को करने से शनिदेव के प्रकोप में अवश्य कमी होगी।
शतप्रतिशत सफलतम अजमाया हुआ प्रयोग हैं..........
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लघु नारियल
लघु नारियल का आकार सामान्य नारियल से थोड़ा छोटा होता है। लघु नारियल का प्रयोग अनेक टोटकों में किया जाता है, विशेषकर धन-संपत्ति प्राप्ति के टोटकों में। लघु नारियल के कुछ साधारण प्रयोग इस प्रकार हैं-
1- 11 लघु नारियल को मां लक्ष्मी के चरणों में रखकर ऊँ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् मंत्र का जप करें। 2 माला जप करने के बाद एक लाल कपड़े में उन लघु नारियलों को लपेट कर तिजोरी में रख दें व दीपावली के दूसरे दिन किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। ऐसा करने से लक्ष्मी चिरकाल तक घर में निवास करती है।
2- धन, वैभव व समृद्धि पाने के लिए 5 लघु नारियल स्थापित कर, उस पर केसर से तिलक करें और हर नारियल पर तिलक करते समय 27 बार नीचे लिखे मंत्र का मन ही मन जप करते रहें-
मंत्र- ऐं ह्लीं श्रीं क्लीं
3- अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में कभी धन-धान्य की कमी न रहे और अन्न का भंडार भरा रहे तो 11 लघु नारियल एक पीले कपड़े में बांधकर रसोई घर के पूर्वी कोने में बांध दें।
गोमती चक्र
कुछ तांत्रिक प्रयोगों में एक ऐसे पत्थर का उपयोग किया जाता है, जो दिखने में साधारण होता है, लेकिन आश्चर्यजनक तरीके से अपना प्रभाव दिखाता है। उस पत्थर का नाम है गोमती चक्र। गोमती चक्रकम कीमत वाला एक ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी में मिलता है। इसका तांत्रिक उपयोग बहुत ही सरल होता है। ये हैं इसके खास उपाय
1- पति-पत्नी में मतभेद हो तो तीन गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में हलूं बलजाद कहकर फेंक दें, मतभेद समाप्त हो जाएगा।
2- पुत्र प्राप्ति के लिए पांच गोमती चक्र लेकर किसी नदी या तालाब में हिलि हिलि मिलि मिलि चिलि चिलि हुक पांच बोलकर विसर्जित करें, पुत्र प्राप्ति की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
3- यदि बार-बार गर्भ गिर रहा हो तो दो गोमती चक्र लाल कपड़े में बांधकर उस स्त्री की कमर में बांध दें। गर्भ गिरना बंद हो जाएगा।
4- यदि कोर्ट-कचहरी जाते समय घर के बाहर गोमती चक्र रखकर उस पर दाहिना पांव रखकर जाएं तो उस दिन कोर्ट-कचहरी में सफलता प्राप्त होती है।
5- यदि शत्रु बढ़ गए हों तो जितने अक्षर का शत्रु का नाम है, उतने गोमती चक्र लेकर उस पर शत्रु का नाम लिखकर उन्हें जमीन में गाड़ दें तो शत्रु परास्त हो जाएंगे।
6- यदि पैसों से संबंधित समस्या है तो 5 गोमती चक्र धन स्थान यानी ऐसी जगह रखें, जहां आप पैसे रखते हों। धन की समस्या समाप्त हो जाएगी।
काली हल्दी
भोजन में उपयोग की जाने वाली हल्दी के बारे में हम सभी जानते हैं। हल्दी की एक प्रजाति ऐसी भी है, जिसका उपयोग तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है, वह है काली हल्दी। काली हल्दी को धन व बुद्धि का कारक माना जाता है। काली हल्दी अनेक तरह के बुरे प्रभाव को कम करती है। ये हैं इसके खास उपाय-
1- काली हल्दी के 7 से 9 दाने बनाएं। उन्हें धागे में पिरोकर धूप, गूगल और लोबान से शोधन करने के बाद पहन लें। जो भी व्यक्ति इस तरह की माला पहनता है, वह ग्रहों के दुष्प्रभावों, टोने- टोटके व नजर के प्रभाव से सुरक्षित रहता है।
2- यदि आप किसी भी नए कार्य के लिए जा रहे हैं, तो काली हल्दी का टीका लगाकर जाएं। यह टीका आपको सफलता दिलाएगा।
3- यदि आप किसी को आकर्षित करना चाहते हैं, तो प्रतिदिन काली हल्दी का तिलक लगाएं। किसी को भी आकर्षित करने के लिए काली हल्दी का तिलक एक सरल तांत्रिक उपाय है।
एकाक्षी नारियल
तंत्र क्रियाओं में नारियल का प्रयोग भी किया जाता है। नारियल कई प्रकार के होते हैं। उन्हीं में से एक होता है एकाक्षी नारियल। मान्यता के अनुसार ये नारियल साक्षात लक्ष्मी का रूप होता है। इसे घर में रखने से धन लाभ होती है साथ ही कई प्रकार की समस्याएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं। ये हैं इसके खास उपाय-
1- तंत्र शास्त्र के अनुसार गर्भवती स्त्री यदि प्रसव के पूर्व एकाक्षी नारियल को सूंघे तो प्रसव आसानी से होता है।
2- जिस घर में एकाक्षी नारियल की पूजा होती है, उस घर के लोगों पर तांत्रिक क्रियाओं का प्रभाव नहीं होता है एवं उस परिवार के सदस्यों को मान-सम्मान, प्रतिष्ठा व यश प्राप्त होता है।
3- यदि मुकद्में में विजय प्राप्त करनी हो तो रविवार के दिन एकाक्षी नारियल पर विरोधी का नाम लिख कर, उस पर लाल कनेर का फूल रख दें और जिस दिन न्यायालय जाएं वह फूल साथ ले जाएं। फैसला आपके पक्ष में होगा।
4- वन्ध्या स्त्री (जिसे संतान न हो रही हो) को ऋतु स्नान के बाद एकाक्षी नारियल को धो कर, उसका पानी पिलाया जाए तो संतान होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
दक्षिणावर्ती शंख
तंत्र शास्त्र में दक्षिणावर्ती शंख का विशेष महत्व है। इस शंख को विधि-विधान पूर्वक घर में रखने से कई प्रकार की बाधाएं शांत हो जाती है और धन की भी कभी कमी नहीं होती। दक्षिणावर्ती शंख के अनेक लाभ हैं, लेकिन इसे घर में रखने से पहले इसका शुद्धिकरण अवश्य करना चाहिए।
इस विधि से करें शुद्धिकरण
लाल कपड़े के ऊपर दक्षिणावर्ती शंख को रखकर इसमें गंगाजल भरें और कुश के आसन पर बैठकर इस मंत्र का जप करें-
ऊँ श्री लक्ष्मी सहोदराय नम:
इस मंत्र की कम से कम 5 माला जप करें।
ये हैं दक्षिणावर्ती शंख के उपाय
1- दक्षिणावर्ती शंख को अन्न भण्डार में रखने से अन्न, धन भण्डार में रखने से धन, वस्त्र भण्डार में रखने से वस्त्र की कभी कमी नहीं होती। शयन कक्ष में इसे रखने से शांति का अनुभव होता है।
2- इसमें शुद्ध जल भरकर, व्यक्ति, वस्तु, स्थान पर छिड़कने से दुर्भाग्य, अभिशाप, तंत्र-मंत्र आदि का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
3- किसी भी प्रकार के टोने-टोटके इस शंख के आगे निष्फल हो जाते हैं। दक्षिणावर्ती शंख जहां भी रहता है, वहां धन की कोई कमी नहीं रहती।
4- इसे घर में रखने से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा स्वत: ही समाप्त हो जाती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होता है।
कमलगट्टा
धन प्राप्ति के लिए किए जाने वाले तंत्र प्रयोगों में कई वस्तुओं का उपयोग किया जाता है, कमल गट्टा भी उन्हीं में से एक है। कमल गट्टा कमल के पौधे में से निकलते हैं व काले रंग के होते हैं। यह बाजार में आसानी से मिल जाते हैं। मंत्र जप के लिए इसकी माला भी बनती है। ये हैं इसके खास उपाय-
1- यदि रोज 108 कमल के बीजों से आहुति दें और ऐसा 21 दिन तक करें तो आने वाली कई पीढिय़ां सम्पन्न बनी रहती हैं।
2- यदि दुकान में कमल गट्टे की माला बिछाकर उसके ऊपर भगवती लक्ष्मी का चित्र स्थापित किया जाए तो व्यापार में कमी आ ही नहीं सकती। व्यापार निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर होता रहता है।
3- कमल गट्टे की माला भगवती लक्ष्मी के चित्र पर पहना कर किसी नदी या तालाब में विसर्जित करें तो घर में निरंतर लक्ष्मी का आगमन बना रहता है।
4- जो व्यक्ति प्रत्येक बुधवार को 108 कमलगटटे के बीज लेकर घी के साथ एक-एक करके अग्नि में 108 आहुतियां देता है। उसके घर से दरिद्रता हमेशा के लिए चली जाती है।
5- जो व्यक्ति कमल गट्टे की माला अपने गले में धारण करता है। उस पर लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
हकीक
तंत्र शास्त्र में कई विशेष प्रकार के पत्थरों का भी महत्व है। इन पत्थरों से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। हकीक एक ऐसा ही चमत्कारीक पत्थर है। हकीक का प्रयोग विभिन्न टोटकों एवं प्रयोगों में किया जाता है। हकीक का उपयोग विभिन्न पूजा-पाठ, साधनाओं और उपासनाओं में किया जाता है। ये हैं इसके खास उपाय-
1- किसी शुक्रवार के दिन रात्रि में पूजा उपासना करने के पश्चात एक हकीक माला लें और एक सौ आठ बार ऊं ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय नम: मंत्र का जप करें। इसके बाद माला को लक्ष्मीजी के मंदिर में अर्पित कर दें। धन से जुड़ी हर समस्या हल हो जाएगी।
2- 11 हकीक पत्थर लेकर किसी मंदिर में चढ़ा दें। कहें कि अमुक कार्य में विजय होना चाहता हूं तो निश्चय ही उस कार्य में विजय प्राप्त होती है।
3- जो व्यक्ति श्रेष्ठ धन की इच्छा रखते हैं, वे रात्रि में 27 हकीक पत्थर लेकर उसके ऊपर माता लक्ष्मी का चित्र स्थापित करें, तो निश्चय ही उसके घर में अधिक उन्नति होती है।
मोती शंख
तंत्र शास्त्र के अनुसार मोती शंख एक विशेष प्रकार का शंख होता है, ये आम शंख से थोड़ा अलग दिखाई देता है और थोड़ा चमकीला भी होता है। इस शंख को विधि- विधान से पूजन कर यदि तिजोरी में रखा जाए तो घर, कार्यस्थल, व्यापार स्थल और भंडार में पैसा टिकने लगता है। आमदनी बढऩे लगती है। ये है इसका उपाय-
उपाय
- किसी बुधवार को सुबह स्नान कर साफ कपड़े में अपने सामने मोती शंख को रखें और उस पर केसर से स्वस्तिक का चिह्न बना दें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का जप करें-
श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:
- मंत्र का जप स्फटिक माला से ही करें। मंत्रोच्चार के साथ एक-एक चावल इस शंख में डालें। इस बात का ध्यान रखें की चावल टूटे हुए ना हो। यह प्रयोग लगातार 11 दिनों तक करें।
- इस प्रकार रोज एक माला जप करें। उन चावलों को एक सफेद रंग के कपड़े की थैली में रखें और ग्यारह दिनों के बाद चावल के साथ शंख को भी उस थैली में रखकर तिजोरी में रखें।
आप देखेंगे कि कुछ ही दिनों में आपके धन-वैभव में वृद्धि होने लगेगी। पैसा आएगा भी और टिकेगा भी।
इन पांचों को खिलाते रहेंगे खाना तो ..............
आज के समय में लगभग हर इंसान किसी न किसी परेशानी का सामना कर रहा है। शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो जीवन से पूरी तरह संतुष्ट है और सुखी है। जीवन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी समस्या का समाधान शास्त्रों में बताया गया है। एक उपाय तो ये है कि हम अपनी मेहनत से और स्वयं की समझदारी से इन समस्याओं को दूर करने का प्रयास करें और दूसरा उपाय यह है कि हम धार्मिक कर्म करें।
हमें प्राप्त होने वाले सुख-दुख, हमारे कर्मों का ही प्रतिफल है। यदि पुण्य कर्म किए जाए तो दुख का समय जल्दी निकल जाता है। शास्त्रों के अनुसार पांच जीव ऐसे बताए गए हैं, जिन्हें खाना खिलाने से हमारे जीवन की सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
गाय को खिलाएं रोटी या हरी घास
यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से गाय को रोटी खिलाएं या हरी घास खिलाएं तो बहुत चमत्कारी फल प्राप्त होते हैं। व्यक्ति की कुंडली के सभी ग्रह दोष शांत हो जाते हैं। गाय को पूज्य और पवित्र माना जाता है, इसी वजह से गाय की सेवा करने वाले व्यक्ति को सभी सुख प्राप्त होते हैं।
पक्षियों को अनाज के दाने खिलाएं
पक्षियों को अनाज के दाने डालने पर आर्थिक मामलों में विशेष लाभ होता है। व्यवसाय करने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से हर रोज पक्षियों को दाना अवश्य डालना चाहिए। ऐसा करने पर व्यवसाय में बढ़ोतरी होती रहती है।
दुश्मनों का भय दूर करने के लिए यह उपाय करें
यदि कोई व्यक्ति दुश्मनों से परेशान हैं और उनका भय हमेशा ही सताता रहता है तो कुत्ते को रोटी खिलाना चाहिए। नियमित रूप से जो व्यक्ति कुत्ते को रोटी खिलाता है, उसे दुश्मनों का भय कभी सताता नहीं है। कुत्ते को रोटी खिलाने से शनि के दोष भी शांत होते हैं।
कर्ज से मुक्ति चाहिए तो यह उपाय करें
कर्ज से परेशान लोग हर रोज चींटियों को शक्कर और आटा डालें। ऐसा करने पर कर्ज की समाप्ति जल्दी हो जाती है। धन संबंधी कार्यों में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं।
संपत्ति के मामलों में सफलता के लिए
जिन लोगों की पुरानी संपत्ति उनके हाथ से निकल गई है या कोई मूल्यवान वस्तु खो गई है तो प्रतिदिन मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाना चाहिए। ऐसा करने पर लाभ होता है। मछलियों को आटे की गोलियां खिलाने पर ऐसे योग बनते हैं कि आपकी पुरानी संपत्ति पुन: आपको मिल सकती है।
इन पांचों को जो भी व्यक्ति खाना खिलाता है, उसके सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
रोज सुबह करें ये 5 काम
ऐसा माना जाता है कि दिन की शुरुआत अच्छी हो तो पूरे दिन सब अच्छा ही अच्छा होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्राचीन समय से ही कुछ परंपराएं बनाई गई हैं। इन परंपरागत कामों को नियमित रूप से करने पर चमत्कारी रूप से शुभ फल प्राप्त होते हैं। यहां जानिए पांच परंपरागत काम, जो रोज सुबह-सुबह करना चाहिए... इन कामों से आप दिनभर भाग्यशाली बने रह सकते हैं...
दही खाकर निकलें
घर से निकलने से पहले दही का सेवन अवश्य करना चाहिए। यह परंपरा काफी पुराने समय से चली आ रही है। दही को पवित्र माना जाता है। इसकी पवित्रता और स्वाद से मन प्रसन्न होता है। इसी वजह से इसे पूजन सामग्री में भी खास स्थान प्राप्त है। दही खाने से विचार सकारात्मक होते हैं और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिल जाती है। आप चाहें तो दही में चीनी भी मिला सकते हैं।
तुलसी का पूजन करें और इसके पत्तों का सेवन करें
सामान्यत: तुलसी का पौधा सभी के घरों में होता है। शास्त्रों के अनुसार तुलसी को पवित्र और पूजनीय माना जाता है। जिस घर में तुलसी का पूजन प्रतिदिन होता है, वहां महालक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। पैसों से संबंधित परेशानियां घर में नहीं रहती हैं। तुलसी एक औषधीय पौधा भी है। प्रतिदिन तुलसी के पत्तों का सेवन करने से कई रोगों से बचाव हो जाता है। साथ ही, तुलसी से पुण्य लाभ भी प्राप्त होते हैं।
घर के मंदिर में विराजित भगवान का दर्शन करें
घर के मंदिर में विराजित देवी-देवताओं के दर्शन प्रतिदिन करना चाहिए। घर से निकलने से पहले एक बार इनके सामने कार्यों में सफलता की प्रार्थना की जाए तो व्यक्ति का दिन शुभ रहता है। भगवान की कृपा बनी रहती है।
घर से निकलने से पहले सीधा पैर बाहर रखें
किसी भी कार्य का प्रारंभ सीधे हाथ और सीधे पैर को आगे बढ़ाकर किया जाए तो सफलता मिलने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। शास्त्रों के अनुसार यदि धार्मिक कर्म सीधे हाथ से किए जाएं तो अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। ठीक इसी प्रकार घर से निकलने से पहले सीधा पैर बाहर रखते हैं तो यह शुभ शकुन होता है। ऐसा करने पर कार्यों के प्रति सकारात्मक सोच भी बनती है।
माता-पिता एवं बुजुर्गों का आशीर्वाद लें
प्रतिदिन घर से निकलने से पहले माता-पिता का आशीर्वाद लेना चाहिए। जिन लोगों से उनके माता-पिता प्रसन्न रहते हैं, उनसे सभी देवी-देवता भी प्रसन्न रहते हैं। इसके विपरीत जो लोग माता-पिता का सम्मान नहीं करते और उन्हें दुख देते हैं, वे कभी भी सुख प्राप्त नहीं कर पाते हैं। अत: घर से निकलने से पूर्व माता-पिता और बुजुर्गों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेना बहुत शुभ होता है। माता-पिता के आशीर्वाद से सभी प्रकार की बुरी बलाएं दूर हो जाती हैं और कार्यों में सफलता के योग बनते हैं।
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ReplyDeleteधन्यवाद प्रभु
DeleteBaba Ji meri samsya ka hal bataye ? Mere gale se lakshmi yantra gir gaya hai esaka kya sanket hai mai bahut muskil me hu Baba ji
Deleteप्रभु अगर गिर गया है तो माँ से माफी मांगे ओर दुबारा बनवा कर पहन ले जाने अनजाने मे हुयी गलती को माँ बाबा वैसे भी माफ करते है बस आप अपनो से बडो का अनादर ना करे हमारी आप से यही सलाह है
Delete🙏🙏 Mere bhai ki sarkari job nahi lag rahi hai. Pls koi upay batayain har baar kuch no se merit main nahi aa pata
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