बाल उगाने की चिकित्सा
जड़ी बूटी वाले से 250 ग्राम “चिरमिटी /रत्ती/ घुंघुचि/ गुंचा/ABRUS Precatorius ” ले। यह सफ़ेद रंग की भी होती है तथा लाल + काले रंग की भी। चित्र के लिए गूगल पर देखे। माला के मनके के समान होती है। सभी जड़ी बूटी वालो पर आसानी से मिल जाती है। सफ़ेद रंग कि मिले तो वह ले , न मिले तो लाल रंग कि ले।
अंग्रेजी Coral Bead
हिन्दी गुंजा, चौंटली, घुंघुची, रत्ती
संस्कृत सफेद केउच्चटा, कृष्णला, रक्तकाकचिंची
बंगाली श्वेत कुच, लाल कुच
मराठी गुंजा
गुजराती धोलीचणोरी, राती, चणोरी
तेलगू गुलुविदे
फारसी चश्मेखरुस
अरबी हबसुफेद
इसे बारीक पीस कर पाउडर बना ले। छान ले। जो ऊपर मोटा अंश बचे उसे न फेके। अब छने हुए पाउडर मे से लगभग 50 ग्राम अलग निकाल ले। बाकी बचे हुए सारे 200 ग्राम पाउडर को लगभग 1.5 किलो पानी मे धीमी आग पर इतना उबाले कि लगभग 500 ग्राम पानी बच जाए। इस पानी को छान कर रख ले।
एक लौहे की कड़ाही मे लगभग 200 ग्राम तिल का तेल ले। न मिले तो सरसों का भी ले सकते हैं परंतु तिल का तेल अधिक गुणकारी है। इसमे 500 ग्राम उबाला हुआ चिरमटी पानी व 50 ग्राम बचा हुआ पाउडर डाल कर। सभी वस्तुए ठंडे तेल मे मिलानी चाहिए। गरम तेल मे कुछ न डाले। यह खतरनाक हो सकता है । धीमी आग पर पकाए ।
जब तेल मे से पानी लगभग जल जाए तब यह काम करे। एक लौहे की टार के टुकड़े पर या माचिस की या सींख या झाड़ू की सींख पर रुई लपेटे। इस रुई को तेल मे भिगोकर आग पर रखे। यदि चटर चटर की आवाज आए तो समझे कि अभी तेल पूरी तरह नहीं पका है। यदि तेल लगी हुई रूई तत्काल जल जाए तो समझे कि तेल पक गया है। इसे उतार ले। तेल ठंडा होने पर ध्यान से किसी सूखे स्टील के बर्तन मे निकाल ले ताकि नीचे का काला अंश बर्तन मे न आए। पूरी तरह ठंडा होने पर सावधानी से काँच या प्लास्टिक की शीशी मे डाल कर रख ले।
प्रयोग विधि – सिर पर कोई भी साबुन या शैंपू न लगाए। सिर धोने के लिए- खट्टी दहि, खट्टी लस्सी या नींबू का प्रयोग करे। सुबह शाम 2 समय लगाए। लगभग 5 मिनट मालिश करे।
यह प्रयोग बहुत से वैद्यो का आजमाया हुआ है। बहुत ही सफल प्रयोग है। 1 महीने बाद जो भी परिणाम हो बताए।
जड़ी बूटी वाले से 250 ग्राम “चिरमिटी /रत्ती/ घुंघुचि/ गुंचा/ABRUS Precatorius ” ले। यह सफ़ेद रंग की भी होती है तथा लाल + काले रंग की भी। चित्र के लिए गूगल पर देखे। माला के मनके के समान होती है। सभी जड़ी बूटी वालो पर आसानी से मिल जाती है। सफ़ेद रंग कि मिले तो वह ले , न मिले तो लाल रंग कि ले।
अंग्रेजी Coral Bead
हिन्दी गुंजा, चौंटली, घुंघुची, रत्ती
संस्कृत सफेद केउच्चटा, कृष्णला, रक्तकाकचिंची
बंगाली श्वेत कुच, लाल कुच
मराठी गुंजा
गुजराती धोलीचणोरी, राती, चणोरी
तेलगू गुलुविदे
फारसी चश्मेखरुस
अरबी हबसुफेद
इसे बारीक पीस कर पाउडर बना ले। छान ले। जो ऊपर मोटा अंश बचे उसे न फेके। अब छने हुए पाउडर मे से लगभग 50 ग्राम अलग निकाल ले। बाकी बचे हुए सारे 200 ग्राम पाउडर को लगभग 1.5 किलो पानी मे धीमी आग पर इतना उबाले कि लगभग 500 ग्राम पानी बच जाए। इस पानी को छान कर रख ले।
एक लौहे की कड़ाही मे लगभग 200 ग्राम तिल का तेल ले। न मिले तो सरसों का भी ले सकते हैं परंतु तिल का तेल अधिक गुणकारी है। इसमे 500 ग्राम उबाला हुआ चिरमटी पानी व 50 ग्राम बचा हुआ पाउडर डाल कर। सभी वस्तुए ठंडे तेल मे मिलानी चाहिए। गरम तेल मे कुछ न डाले। यह खतरनाक हो सकता है । धीमी आग पर पकाए ।
जब तेल मे से पानी लगभग जल जाए तब यह काम करे। एक लौहे की टार के टुकड़े पर या माचिस की या सींख या झाड़ू की सींख पर रुई लपेटे। इस रुई को तेल मे भिगोकर आग पर रखे। यदि चटर चटर की आवाज आए तो समझे कि अभी तेल पूरी तरह नहीं पका है। यदि तेल लगी हुई रूई तत्काल जल जाए तो समझे कि तेल पक गया है। इसे उतार ले। तेल ठंडा होने पर ध्यान से किसी सूखे स्टील के बर्तन मे निकाल ले ताकि नीचे का काला अंश बर्तन मे न आए। पूरी तरह ठंडा होने पर सावधानी से काँच या प्लास्टिक की शीशी मे डाल कर रख ले।
प्रयोग विधि – सिर पर कोई भी साबुन या शैंपू न लगाए। सिर धोने के लिए- खट्टी दहि, खट्टी लस्सी या नींबू का प्रयोग करे। सुबह शाम 2 समय लगाए। लगभग 5 मिनट मालिश करे।
यह प्रयोग बहुत से वैद्यो का आजमाया हुआ है। बहुत ही सफल प्रयोग है। 1 महीने बाद जो भी परिणाम हो बताए।
No comments:
Post a Comment
#तंत्र #मंत्र #यंत्र #tantra #mantra #Yantra
यदि आपको वेब्सायट या ब्लॉग बनवानी हो तो हमें WhatsApp 9829026579 करे, आपको हमारी पोस्ट पसंद आई उसके लिए ओर ब्लाँग पर विजिट के लिए धन्यवाद, जय माँ जय बाबा महाकाल जय श्री राधे कृष्णा अलख आदेश 🙏🏻🌹